वाम-कांग्रेस की रैली में उमड़ा जनसैलाब, बंगाल में उठी परिवर्तन की लहर….देखें पूरी रिपोर्ट
कोलकाता। पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव की घोषणा हो चुकी है। ये चुनाव 8 चरण में सम्पन्न होंगे। चुनावी तैयारियों के बीच वाम—कांग्रेस गठबंधन के आहृवान पर आयोजित रैली उमडा जनसमूह को देखकर गठबंधन नेताओं का दिल गदगद हो गया।
बंगाल की सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस और भाजपा का विकल्प बनने को बेताब गठबंधन दलों की जनसभा में भारी भीड़ उमड़ी देखने को मिल रही है।
गठबंधन ने संयुक्त मोर्चा की घोषणा करते हुए पश्चिम बंगाल की जनता से परिवर्तन का आह्वान किया।
रविवार को ब्रिगेड परेड के मैदान पर मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (CPI-M), भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (CPI), कांग्रेस और इंडियन सेकुलर फ्रंट (ISF) के संयुक्त गठबंधन की जनसभा में पूरे राज्य से बड़ी संख्या में समर्थकों की भीड़ देखकर विरोधी के होश उडा दिये हैं।
इस मौके वाममोर्चा के चेयरमैन विमान बसु ने संबोधित करते हुए कहा कि ब्रिगेड मैदान पर लोगों की यह भारी भीड़ का जुटना यह बताता है कि बंगाल की परिवर्तन का मन बना चुकी है।
बंगाल की जनता को एक विकल्प की तलाश थी जो संयुक्त मोर्चा का गठबंधन पूरा कर देगा। उन्होंने मंच से संयुक्त मोर्चा बनाने की घोषणा करते हुए कहा कि बंगाल में भाजपा और तृणमूल के खिलाफ कांग्रेस, लेफ्ट और आइसएफ पार्टी एकजुट होकर चुनाव लड़ेंगे।
इस संयुक्त मोर्च में कांग्रेस, आइएसएफ और वाममोर्चा शामिल हैं। पश्चिम बंगाल में जिस तरह से तृणमूल और भाजपा में रार चल रही है, उससे राज्य की जनता को दुखी कर दिया है। राज्य में हिंसा का माहौल बना हुआ है।
माकपा राज्य सचिव डॉ. सूर्यकांत मिश्रा ने रैली को संबोधित करते हुए कहा कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी लोकतंत्र की हत्या कर रही हैं।
रैली को भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव डी. राजा ने संबोधित किया।