एफएफआई को नीति आयोग और छह केंद्रीय मंत्रालयों का समर्थन

नई दिल्ली। ‘फिनटेक उद्योग आज वित्तीय समावेशन के लिए एक प्रमुख उत्प्रेरक के रूप में उभरा है, जिसमें पारंपरिक वित्तीय क्षेत्र को बदलने के लिहाज से महत्वपूर्ण इनोवेशन, परिवर्तनकारी घटक और संपूर्ण परिदृश्य को बदलने की अपार क्षमताएं हैं।’ इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (एमईआईटीवाई) की आर्थिक सलाहकार और समूह समन्वयक सुश्री सिम्मी चौधरी ने यह बात कही। वे फिनटेक फेस्टिवल इंडिया 2021-22 के दिल्ली माइक्रो एक्सपीरियंस में मुख्य वक्ता के तौर पर उद्बोधन दे रही थीं।

उन्होंने आगे कहा, ‘‘सरकार इनोवेटर्स और स्टार्टअप्स के विकास के लिए अनुकूल वातावरण प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। आधार, भीम यूपीआई और कई अन्य प्लेटफार्मों में हमारे प्रयासों ने इस परिवर्तनकारी क्षमता को साबित भी किया है। एमईआईटीवाई स्टार्टअप हब, टाइड 2.0, सेंटर ऑफ एक्सीलेंस आदि समेकित पहलों ने व्यवसायों को विचार करने, कुछ नया करने और आगे बढ़ने के लिए महत्वपूर्ण प्रोत्साहन प्रदान किया है। हमारा प्रयास भारत को एक प्रतिभा संपन्न राष्ट्र और एक उत्पाद राष्ट्र के रूप में स्थापित करने के लिए अपनी तकनीकी प्रतिभा का लाभ उठाना है।

भारत के लिए आगे की राह के बारे में बात करते हुए सुश्री सिम्मी चौधरी ने कहा, ‘‘विनियमन, नवाचार और प्रतिभा का सही मिला-जुला रूप हमें भविष्य के मार्ग पर एक साथ ले जाएगा, जिसमें न केवल हमारी उम्मीदों के अनुरूप देश की समस्याओं को हल करने के अवसर मिलेंगे, बल्कि अगली पीढ़ी को इससे अरबों अनेक अवसर मिलेंगे।’’

फिनटेक फेस्टिवल इंडिया का आयोजन कॉन्स्टेलर एक्जीबिशंस (टेमासेक और सिंगापुर प्रेस होल्डिंग्स की एक सहायक कंपनी जो सिंगापुर फिनटेक फेस्टिवल का आयोजन करती है) द्वारा किया जाता है और इसे नीति आयोग और केंद्र सरकार के छह मंत्रालयों का सपोर्ट हासिल है।

दिल्ली में दिन भर चलने वाले इस सम्मेलन में प्रमुख अभिनेता, समाजसेवी, निवेशक और उद्यमी सोनू सूद, अभिषेक सिंह (आईएएस), उपायुक्त, नई दिल्ली, डॉ अजय गर्ग, वैज्ञानिक एफ/निदेशक, इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (एमईआईटीवाई), रजत मुखर्जी, महानिदेशक, ब्रॉडबैंड इंडिया फोरम, आशीष सिंघल, को-फाउंडर और चीफ एक्जीक्यूटिव ऑफिसर, कॉइनस्विच, गौरव चोपड़ा, फाउंडर और चीफ एक्जीक्यूटिव ऑफिसर, इंडिया लेंड्स और गुरजोधपाल सिंह, चीफ एक्जीक्यूटिव ऑफिसर, टाइड इंडिया ने भी हिस्सा लिया।

डॉ अजय गर्ग, वैज्ञानिक एफ/निदेशक, इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (एमईआईटीवाई) ने कहा, ‘‘भारत ने आम जनता को लाभान्वित करने और अर्थव्यवस्था के विकास में शामिल करने के तरीके को बदलने के लिए टैक्नोलॉजी का उपयोग करके दुनिया को एक नया रास्ता दिखाया है। नियामक नवीन टैक्नोलॉजी का पालन करते हैं, और अगर टैक्नोलॉजी पर्याप्त प्रभाव दिखाती है तो नियामक इसे लोगों के उपयोग के लिए फिनटेक बाजार में वापस उतार देंगे। यूपीआई इसका जीता-जागता उदाहरण है। माइक्रो लेंडिंग फिनटेक के लिए भी इसी तरह की संभावनाएं मौजूद हैं।

जब सरकार और निजी क्षेत्र एक साथ आएं, तो चुनौतियों को बड़े अवसरों में बदला जा सकता है, आधार इसका एक उदाहरण है। आज जरूरत इस बात की है कि भारत को विभिन्न क्षेत्रों के लिए छोटे प्लग एंड प्ले साइबर सुरक्षा समाधानों का केंद्र बनने की दिशा में कदम उठाने चाहिए।’’

Related Articles

Back to top button