स्वामीनाथन कमीशन की सिफारिशें लागू नहीं होने तक किसान आंदोलन करेंगे:अतुल कुमार अनजान
नई दिल्ली। लगभग एक वर्ष से चले अभूतपूर्व किसान आंदोलन को सरकार के लिखित आश्वासन पर एवं कुछ मांगों को मान लेने पर स्थगित कर दिया गया है l वर्तमान किसान आंदोलन ने दुनिया में एक स्थान बना लिया है ।
लोकतांत्रिक और गांधीवादी तरीके से चले संघर्ष ने जनजीवन को अहिंसक दिशा दी है । 700 से अधिक किसानों की शहादत शहादत के बाद तीन कृषि काले कानूनों की वापसी के बाद डटकर एक नया प्राप्त करना प्राप्त करना इतिहास समाज के सभी वर्गों का जबरदस्त समर्थन किसान आंदोलन को मिला। सरकार को विवश कार को विवश होकर विवश होकर तीन कृषि कानून वापस लेने पड़े।
अन्य विषय पर समिति बनाकर बातचीत करने का एलान, सभी किसानों की समस्याओं का समाधान, स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट को लागू करने पर, किसानों के कृषि उत्पाद का स्वामीनाथन कमीशन की सिफारिश सी2 प्लस 50 दर पर भुगतान एवं कृषि लागत दर को कम करना किसानों की प्रमुख समस्याओं का हल होना बाकी है ।
स्वामीनाथन कमीशन की कमीशन के रहे सदस्य अतुल कुमार अनजान ने कहा कि इन समस्याओं का समाधान यदि नहीं हुआ तो किसानों को अपने जीवन, परिवार और 80 फ़ीसदी ग्रामीण भारत के आर्थिक और सामाजिक जीवन बेहतर बनाने के लिए आंदोलन की राह पर उतरेंगे।