सुंदर शहर हो अपना आसनसोल
आसनसोल तेजी से विकसित होते शहर आसनसोल को लेकर जिला एवं निगम प्रशासन लगातार प्रयासरत हैं। आसनसोल शहर के सौंदयीकरण के साथ नागरिकों को बेहतर परिसेवा और एक आदर्श शहर मिले इसे लेकर निगम प्रशासन लगातार कार्य कर रहा है। इसके साथ ही आसनसोल में रहने वाले विभिन्न पेशे एवं व्यवसाय से जुड़े लोगों के साथ शिक्षाविद आदि भी शहर को व्यवस्थित और इसे एक आदर्श शहर के रूप में देखना चाहते हैं और अपने सुझावों को साझा करते हैं । आसनसोल बीबी कॉलेज के कॉमर्स विभाग के एसिस्टेंट प्रोफेसर डॉ अमलेंदु सामंत ने कहा कि आसनसोल का लगातार विकास हो रहा है। जिला एवं निगम प्रशासन इसके उन्नयन को लेकर गंभीर हैं।
इसके बावजूद कुछ चीजों पर काम कर के आसनसोल को और अधिक सुंदर बनाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि आसनसोल के फुटपाथों को मुक्त कराये जाने से नागरिकों को चलने में सुविधा हो सकेगी। लेकिन इसके साथ वहां उपस्थित लोगों कि आजीविका प्रभावित न हो इसका भी हर हाल में ध्यान रखा जाये और उनके लिए व्यवस्था की जाये। उन्होंने आसनसोल के फल, सब्जी और अन्य व्होलसेल मार्केट को उपयुक्त स्थान पर स्थानांतर करने का सुझाव देते हुए कहा कि इससे आसनसोल मुख्य बाजार में भीड़ को नियंत्रित किया जा सकेगा।
शहर में बच्चों के लिए ज्यादा से ज्यादा पार्क का निर्माण कराये जाने के सुझाव दिया। आसनसोल गर्ल्स कॉलेज के आईक्यूएसी कोऑर्डिनेटर डॉ बीरु रजक ने कहा कि हर व्यक्ति का सपना होता है कि सुंदर शहर में घर हो अपना। हम जहां रहते हैं उसी को सुंदर बनाएं । उन्होंने कहा कि किसी भी शहर को सुंदरता की बहुत सारी पहलू होती हैं। जिसमें पर्यावरण, इंफ्रास्ट्रक्चर और भी सभी प्रकार की सेवाओं की उपलब्धता होनी चाहिए और बौद्धिक विकास के लिए एक अनुकूल वातावरण हो। आसनसोल में पर्यावरण को संतुलित बनाए रखना बहुत जरूरी है।
इसके लिए उन्होंने भारी मात्रा में पेड़ों को लगाने कि अनिवार्ता पर बल दिया। कॉलेज लेवल पर पर्यावरण के अनिवार्य पाठ्यक्रम से जिसमें विशेष रूप से पेड़ लगाना और प्लास्टिक का कम उपयोग करने पर जोर देना चाहिए। छात्र-छात्राओं के माध्यम से जागरूकता अभियान चलाना होगा एनजीओ या पीएसयू के कोलैबोरेशन से इससे काफी मदद मिलेगी।