डर कर नहीं, खुल कर जीने का नाम है जिंदगी : सुनील डांग
- तभी जिंदगी की चुनौतियों से लड़ना होगा आसान
- एफपीआरटी के वेबिनार में में लाईफ कोच सुनील डंग का आह्वान
- तथ्यात्मक उदाहरणों से दिया श्रोताओं को सफलता का मंत्र
नई दिल्ली। मनुष्य जीवन में बहुत कुछ प्राप्त करना चाहता है। परंतु यह नहीं समझता की उसे प्राप्त तभी होगा जब वह अपने से कुछ देेगा। हमें वही सब लौट कर आता है जो हम उससे पहले स्वयं से देते हैं। इसलिए मनुष्य को चाहिए कि वह दूसरों को बदलने की उम्मीद छोड़ पहले स्वयं को बदले और फिर वह सभी कुछ अपनी ओर से भगवान को अर्पण करे जिसे वह हासिल करना चाहता है।
ज्यादातर लोग अपने आप को अभाव में महसूस करते हैं और उन चीजों का शुक्रिया करना भूल जाते हैं जो भगवान ने उन्हें दी हैं उन्होंने बताया कि जब हमारे एटीट्यूड में ग्रिटीट्यूड आ जाता है तो हमारे सभी काम अपने आप ही बनने शुरु हो जाते हैं। पेशे से इंजीनियर व लाईफ कोच सुनील डंग ने कुछ ऐसे ही प्रेरक तथ्य दिल्ली की संस्था एफपीआरटी द्वारा आयोजित वेबीनार में श्रोताओं को दिये। बता दें कि एफपीआरटी ऐसी संस्था है एक ऐसी संस्था जो इंश्योरेंस एडवाइजर के लिए एक प्लेटफार्म है जहां से इंश्योरेंस के साथ-साथ वह अपने मन और माइंड की पढ़ाई भी कर सकते हैं।
शु्क्रवार को आयोजित इस विशेष सत्र में लाईफ कोच सुनील डंग ने ग्रोथ माइंडसेट विषय पर चर्चा की ओर बताया कि कैसे हम अपनी आउटकम को रिसोर्सफुल बना सकते हैं। डंग ने कहा कि ज्यादातर लोग एक डर में जी रहे हैं। उन्होनें कहा कि जबकि स्थिति यह है कि जिस दिन आदमी पैदा होता है उसके मरने का दिन भी उसी दिन निश्चित हो जाता है। इसलिए मनुष्य को जिंदगी में आने वाली विभिन्न चुनौतियों से घबराने की बजाय उनका हंसते हंसते सामना करने का प्रयास करना चाहिए।
दैनिक जीवन के कई बड़े उदाहरणों को वीडियो व स्लाईडस के माध्यम से सांझा करते हुए सुुुनील डंग ने कहा कि वर्तमान में ज्यादातर लोग निराशामय जिंदगी जी रहे है और वे इंतजार कर रहे होते है कि उनके जीवन में कोई चमत्कार होगा, जो उनकी निराशामय जिंदगी को बदल देगा। डंग ने कहा कि वह चमत्कार आज व अभी से शुरू होगा और उस चमत्कार को करने वाले व्यक्ति स्वयं ही है, क्योंकि उस चमत्कार को हमारे स्वयं के अलावा कोई दूसरा व्यक्ति नहीं कर सकता। शुक्रवार को हुए इस वेबिनार में
FPRT अध्यक्ष राजेश चेतन, सेक्रेटरी पंकज बाबू अग्रवाल, कोषाध्यक्ष अतुल जैन, कोऑर्डिनेटर राजेश राठौर ने भागीदारी करते हुए तथ्यात्मक वर्णन से सफलता की राह बताने पर लाईफ कोच सुनील डंग का आभार प्रकट किया।