किसान विरोधी कानूनों को वापस ले सरकार – कौशलेंद्र
ब्यूरो /गोंडा। अखिल भारतीय किसान मजदूर संघर्ष समन्वय समिति गोंडा द्वारा किसान मजदूर विरोधी दिवस के रूप में बुधवार को उप श्रमआयुक्त कार्यालय देवीपाटन मंडल पर एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया गया। धरने को संबोधित करते हुए सीआईटीयू के राज्य कमेटी सदस्य कामरेड कौशलेंद्र पांडेय ने कहा कि किसान विरोधी तीनों काला कृषि कानून को वापस लिया जाय व न्यूनतम समर्थन मूल्य को कानूनी दर्जा देते हुये कृषि बिल में शामिल किया जाय।एटक के प्रदेश कार्यवाहक अध्यक्ष कामरेड सत्यनारायण त्रिपाठी ने कहा की सार्वजनिक वितरण प्रणाली की सुविधा को सार्वभौमिक किया जाए तथा विद्युत एमेंडमेंट बिल 2020 व विद्युत वितरण के निजीकरण हेतु लाए जा रहे स्टैंडर्ड बीडिंग डॉक्यूमेंट को निरस्त किया जाए।

धरने को संबोधित करते हुए पूर्वांचल चीनी मिल मजदूर यूनियन के कामरेड ईश्वर शरण शुक्ला ने कहा की श्रम विरोधी कानून में हुए संशोधनों को वापस लिया जाए तथा सभी श्रमिकों को सामाजिक सुरक्षा प्रदान की जाए। धरने को संबोधित करते हुए कामरेड सुखई भारती ने कहा की सभी ठेका मजदूरों, संविदा, निविदा, आउटसोर्सिंग,फाउलसौर्सिंग पर कार्य कर रहे मजदूरों को न्यूनतम वेतनमान फंड बोनस आदि की सुविधा मुहैया कराई जाए।
धरना प्रदर्शन को अमेरिका यादव, रामगोविंद मिश्रा, सुरेश कनौजिया, संतराम, फूलमता, राधा देवी आदि ने संबोधित किया। इस अवसर पर खुशबू कनौजिया, निधि मिश्रा, प्रदीप तिवारी, जयप्रकाश मिश्रा, अरविंद तिवारी, बजरंगी पांडेय, चंद्रेश कुमार, शिवलाल, राममूरत, दिनेश कुमार, ज्ञानमती, इंद्रावती, स्वामीनाथ, दिनेश शुक्ला, प्रदीप कुमार, धर्मेंद्र, सुरेंद्र कुमार सहित तमाम किसान व मजदूर संगठनों के लोग शामिल रहे।