किसानों की आड़ में विदेशों से प्रोपेगेंडा फैला रही बड़ी हस्तियों को विदेश मंत्रालय ने दिया जवाब

नई दिल्ली। कृषि बिल को लेकर आंदोलनरत किसानों की आड़ में सोशल मीडिया के माध्यम से विदेश से प्रोपेगेंडा फैला रही बड़ी हस्तियों एवं तथाकथित बुद्धजीवियों को भारतीय विदेश मंत्रालय ने करारा जवाब दिया है। मंत्रालय ने बुधवार को एक बयान जारी कर कहा है कि ”ऐसे मामलों में कुछ बोलने से पहले तथ्यों का पता लगा लेना चाहिए। खासकर बड़ी हस्तियां एवं अन्य लोग जब सनसनीखेज सोशल मीडिया हैशटैग के बहकावे में आकर टिप्पणी करते हैं तो, न वो सही होती है और न ही जिम्मेदारी पूर्ण।”


अपने बयान में मंत्रालय ने कहा है कि ”भारत की संसद ने चर्चा और बहस के बाद कृषि क्षेत्र से संबंधित इन सुधारवादी कानूनों को पारित किया है, जो किसानों को आर्थिक रूप से सशक्त करने के साथ ही उनके लिए टिकाऊ कृषि के मार्ग खोलेंगे। इसके साथ ही इन सुधारों से किसान अपनी फसल को आसानी से मुक्त बाजार में बेच पाएंगे।”
इसके साथ ही मंत्रालय ने सरकार और किसानों की बातचीत का जिक्र करते हुए कहा कि ”भारत के कुछ हिस्सों में किसानों का एक बहुत ही छोटा वर्ग इन सुधारों को लेकर संदेह में है। इसके लिए भारत सरकार ने प्रदर्शनकारियों से बातचीत की एक श्रृंखला शुरू की है। अब तक 11 राउंड की वार्ता हो चुकी है, जिसका हिस्सा केंद्रीय मंत्री रहे हैं।

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