ईएसएल ने कारों को इलेक्ट्रिक वाहनों में बदलने की शुरूआत की
- 2025 तक सभी वाहनों को पूरी तरह इलेक्ट्रिक वाहनों में बदलने का लक्ष्य
नई दिल्ली। पर्यावरण संरक्षण एवं स्थायित्व के लिए अपनी प्रतिबद्धता तथा सभी वाहनों को 2025 तक इलेक्ट्रिक वाहनों में बदलने के लक्ष्य के साथ वेदांता ग्रुप की कंपनी एवं नेशनल स्टील प्लेयर ईएसएल स्टील लिमिटेड ने ईएसएल राईड ग्रीन पहल के तहत बोकारो में अपने कर्मचारियों के आवागमन के लिए सभी वाहनों को इलेक्ट्रिक वाहनों में बदलना शुरू कर दिया है। कार्बन फुटप्रिन्ट, जीवाश्म ईंधन की खपत एवं ग्रीन हाउस गैसों के उत्सर्जन को कम करना इस अभियान का लक्ष्य है।
ईएसएल की इस पहल से कार्बन उत्सर्जन में सालाना 430 टन की कमी आएगी, क्योंकि पेट्रोल या डीज़ल पर चलने वाले पारम्परिक वाहनों की तुलना में इलेक्ट्रिक वाहन पर्यावरण के लिए अनुकूल होते हैं। इसके अलावा इन वाहनों से शोर भी कम होता है, जिससे शोर प्रदूषण का स्तर कम करने में भी मदद मिलेगी।
साथ ही इलेक्ट्रिक वाहन सुरक्षित भी होते हैं, क्योंकि इनमें किसी तरह के ज्वलनशील पदार्थ का इस्तेमाल नहीं होता। इन वाहनों को इस तरह से डिज़ाइन किया जाता है कि इनमें दुर्घटना या टक्कर की संभावना बहुत कम हो जाती है।
इस अवसर पर एन.एल. वट्टे, सीईओ, ईएसएल स्टील लिमिटेड ने कहा, ‘‘ईएसएल वेदांता ग्रुप का पहला कारोबार है जो अपने प्लांट परिसरों में कर्मचारियों के लिए इलेक्ट्रिक वाहनों की शुरूआत कर रहा है। मुझे खुशी है कि हम पूरी तरह से इलेक्ट्रिक वाहन अपनाने के लक्ष्य की ओर बढ़ रहे हैं, जो भारत का भविष्य हैं।
भारत के स्थायी भविष्य के निर्माण के लिए कंपनी विभिन्न इलेक्ट्रिक एवं हाइब्रिड वाहन समाधानों पर काम कर रही है। इसी साल गणतन्त्र दिवस के मौके पर ईएसएल ने अपने ईएसएल राईड्स ग्रीन अभियान के तहत इलेक्ट्रिक व्हीकल सब्सक्रिप्शन प्लेटफॉर्म ईवीज़ के साथ साझेदारी में 40 ई-साइकलें और 10 ई-स्कूटर लॉन्च किए थे। वर्तमान में ईएसएल के कर्मचारियों द्वारा प्लांट परिसर में इलेक्ट्रिक वाहनों का उपयोग किया जा रहा है।
अगले चरण में, ईएसएल ने अपनी बसों को इलेक्ट्रिक वाहनों में बदलने की योजना बनाई है। कंपनी ने 2025 तक अपने सभी वाहनों को इलेक्ट्रिक वाहनों में बदलने का लक्ष्य तय किया है।