आईसीआईसीआई बैंक ने नियो के साथ करार किया
मुंबईः देश में निजी क्षेत्र के प्रमुख बैंक आईसीआईसीआई बैंक और नए दौर के फिनटेक नियो ने माइक्रो, स्माॅल और मीडियम उद्यमों (एमएसएमई) के श्रमिकों को प्रीपेड कार्ड जारी करने के लिए साझेदारी की घोषणा की। एमएसएमई अब अपने श्रमिकों के लिए वीजा द्वारा संचालित ‘आईसीआईसीआई बैंक नियो भारत पेरोल कार्ड’ हासिल करने में सक्षम होंगे। आम तौर पर इन श्रमिकों तक बैंकिंग सुविधाओं की पहुंच बहुत कम है। इसके साथ, एमएसएमई अपने श्रमिकों के वेतन को कार्ड पर अपलोड कर सकते हैं, जिसे श्रमिक अपनी आवश्यकता के अनुसार सहज तरीके से उपयोग कर सकते हैं। ‘आईसीआईसीआई बैंक नियो भारत पेरोल कार्ड’ किसी व्यक्ति को अपने कार्ड खाते में 1 लाख रुपए तक की धनराशि तक प्राप्त करने की अनुमति देता है। यह नियोक्ताओं को वेतन संवितरण से संबंधित अत्याधुनिक समाधान प्रदान करते हुए, फैक्टरी श्रमिकों को डिजिटल बैंकिंग की सुविधा और सुरक्षा प्रदान करता है।
आईसीआईसीआई बैंक के साथ यह साझेदारी भारत के फैक्टरी श्रमिकों के लिए बैंकिंग अनुभव में क्रांति लाने के लिए नियो के मिशन के अनुरूप है। इसके साथ, नियो ने अपने प्रमुख उत्पाद ‘नियो भारत’ के साथ अगले 5 वर्षों में 5 मिलियन ब्लू-कॉलर श्रमिकों तक पहुंचने के अपने लक्ष्य की घोषणा की है। ‘नियो भारत’ के वर्तमान में 1.7 मिलियन से अधिक ग्राहक है और 7000 से अधिक कॉर्पोरेट्स के साथ इसके संबंध हैं और हर दिन लगभग 5000 ग्राहक जोड़े जा रहे हैं।
आईसीआईसीआई बैंक के हेड – अनसिक्योर एसेट्स सुदीप्ता रॉय ने इस पहल के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि आईसीआईसीआई बैंक में लगातार उन सुविधाओं को पेश करने का प्रयास करता है, जिनके सहयोग से वित्तीय समावेशन को बढ़ावा दिया जा सकता है और औपचारिक बैंकिंग ईकोसिस्टम की पहुंच का विस्तार करना संभव होता है।
नियो के को-फाउंडर और सीईओ विनय बागड़ी ने कहा कि नियो भारत डिजिटल सैलरी सॉल्यूशन में लाखों मजदूरों और वेतनभोगी कर्मचारियों को औपचारिक अर्थव्यवस्था में लाने की क्षमता है और यह डिजिटल इंडिया के प्रति देश के सफल अभियान का समर्थन भी करता है। हमारा प्राथमिक उद्देश्य ब्लू-कॉलर सेगमेंट के लिए डिजिटल बैंकिंग समाधान प्रदान करना है ताकि न केवल वित्तीय समावेशन को बढ़ावा दिया जा सके, बल्कि श्रमिकों के बीच दीर्घकालिक बचत की आदत भी डाली जा सके।
प्रीपेड कार्ड का लाभ उठाने के लिए कोई भी एमएसएमई नियो के साथ गठजोड़ कर सकता है। टाई-अप के बाद, श्रमिकों को उनके कार्यस्थल पर ही कार्ड जारी किए जाते हैं, जबकि बायो-मीट्रिक डिवाइस का उपयोग करके एक साथ उनका केवाईसी सत्यापन किया जाता है। एक बार सक्रिय होने के बाद, श्रमिक कार्ड का उपयोग एटीएम में से धन निकालने, ई-कॉमर्स पोर्टल पर ऑनलाइन लेनदेन करने और प्वाइंट ऑफ सेल (पीओएस) मशीनों पर कार्ड स्वाइप करके कर सकते हैं।
नियो की मजबूत 24बाई7 ग्राहक सेवा टीम एक बहुभाषी काॅल सेंटर के माध्यम से दिन के किसी भी समय उत्पन्न होने वाले मुद्दों को दूर करने का पूरा प्रयास करती है। दर्पण शर्मा, बिजनेस हेड-नियो भारत ने कहा की आईसीआईसीआई बैंक के साथ यह साझेदारी दरअसल ऐसे फैक्ट्री श्रमिकों को सर्वश्रेष्ठ सेवाएं प्रदान करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है, जिन्हें अभी बैंकिंग सुविधाएं पूरी तरह हासिल नहीं हैं। यह साझेदारी देश के हर हिस्से में इस सेगमेंट में सभी बैंकिंग सेवाएं प्रदान करने का अवसर प्रदान करेगी।