नगर व मुफ्फसिल सहित छह थानाध्यक्ष बदले, एसपी ने देर रात जारी किया स्थानांतरण आदेश

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  • नगर थाना के नए थानाध्यक्ष बने विक्रम आचार्य और मुफ्फसिल के सुरेंद्र कुमार सिंह

समस्तीपुर। समस्तीपुर पुलिस अधीक्षक विनय तिवारी के द्वारा 8 मई को स्थानांतरण आदेश जारी करते हुए जिले के छह थानों के थानाध्यक्षों में फेरबदल करते हुए कई पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर किया गया है। एसपी की इस कार्रवाई को क्राइम कंट्रोल को सुदृढ़ बनाने की दिशा में उठाया हुआ कदम बताया जा रहा है। जहां नगर थानाध्यक्ष चंद्रकांत गौरी को नगर थाने से हटाकर पूसा थाना का नया थानाध्यक्ष बनाया गया है। जबकि डीआईयू शाखा के प्रभारी इंस्पेक्टर विक्रम आचार्य को सिनेमा हॉल डकैती मामले के उद्भेदन में किए गए बेहतरीन कार्य को लेकर उन्हें नगर थाना का थानाध्यक्ष बनाया है।

बताया गया कि इसके साथ ही वह डीआईयू का प्रभार भी देखते रहेंगे। इसके अलावा मुफ्फसिल थानाध्यक्ष इंस्पेक्टर प्रवीण कुमार मिश्रा को पटोरी थाने का नया थानाध्यक्ष बनाया गया है। वह पिछले दो सालों से मुफ्फसिल के थानाध्यक्ष के रूप में कार्य कर रहे थे। राघवेंद्र मणि त्रिपाठी को पुलिस केंद्र से दलसिंहसराय भेजकर वहां का थानाध्यक्ष बनाया गया है। इंस्पेक्टर सुनील कुमार को दलसिंहसराय थाना से हटाकर अंचल पुलिस निरीक्षक रोसड़ा बनाया गया है। जबकि रोसड़ा के अंचल पुलिस निरीक्षक हारुनी राम को लाइन हाजिर करते हुए पुलिस केंद्र भेज दिया गया है।

इंस्पेक्टर बृजेश कुमार को पुलिस कार्यालय से अंचल पुलिस निरीक्षक दलसिंहसराय बनाया गया है। इंस्पेक्टर सुरेंद्र कुमार सिंह को दरभंगा सोना लूटकांड मामले में फरार चल रहे और मुफ्फसिल के टॉप टेन अपराधियों में से एक कुख्यात अपराधी लक्ष्मण राय को गिरफ्तार करने को लेकर डीआईयू से मुफ्फसिल थाने का थानाध्यक्ष के पद से नवाज़ा गया है। जबकि पूसा थाना अध्यक्ष सीमा कुमारी को जेएसआई दलसिंहसराय बनाया गया। एसपी द्वारा जारी किए गए आदेश में दलसिंहसराय के अंचल पुलिस निरीक्षक उमाशंकर राय को अंचल पुलिस निरीक्षक मुफस्सिल बनाया गया है। वहीं अपराध शाखा में तैनात एएसआई धर्मेंद्र कुमार को अपराध प्रवाचक शाखा में तैनात किया गया है।

बता दें कि सिनेमा हॉल डकैती मामले का उद्भेदन करते हुए बीते 6 अप्रैल को एसपी विनय तिवारी ने इस कांड के बाकी बचे अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए नगर थानाध्यक्ष चंद्रकांत गौरी को एक महीने का समय दिया था। पुलिस ने इस मामले में तीन अपराधियों को दो पिस्तौल, एक देशी कट्टा, छह जिंदा कारतूस व लूट की रकम के दो लाख रुपए एवं तीन मोबाइल तथा एक चाकू के साथ गिरफ्तार कर कांड का उद्भेदन किया था। वहीं, पुलिस के अनुसार बताया गया था कि इस डकैती कांड को अंजाम देने में करीब दर्जन भर अन्य अपराधी शामिल थे।

जिनकी गिरफ्तारी के लिए नगर थानाध्यक्ष को एक महीने का समय दिया गया था। लेकिन एक महीना बीत जाने के बावजूद भी नगर थानाध्यक्ष भोला टॉकीज डकैती कांड में संलिप्त बाकी बचे अपराधियों को गिरफ्तार कर पाने में सफल नहीं हो पाए। एसपी के आश्वासन और नगर थानाध्यक्ष को दिए निर्देश के भी पुलिस बाकी बचे अपराधियों को गिरफ्तार नहीं कर पायी। वहीं, पुलिस को चकमा देते हुए इस मामले में फरार चल रहे मो० एकरामूल ने बीते दिनों कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया। वहीं, मो० दुलारे को एसआईटी ने बीते 21 अप्रैल को रघुवीर स्वर्णकार हत्या मामले में गिरफ्तार किया था। हालांकि, इसके अलावा फरार चल रहे करीब आधा दर्जन से अधिक अपराधियों को गिरफ्तार कर पाने में पुलिस नाकाम साबित हुई। माना जा रहा है कि अच्छा काम कर रहे नगर थानाध्यक्ष चंद्रकांत गौरी को इसी का खामियाजा भुगतना पड़ा।

समस्तीपुर एसपी के द्वारा 8 मई को जारी आदेश के अनुसार चंद्रकांत गौरी को नगर थानाध्यक्ष के पद से हटाते हुए पूसा थाना का नया थानाध्यक्ष बनाया गया है। जबकि अपने काम का लोहा मनवाने वाले इंस्पेक्टर विक्रम आचार्य को नगर थाना की कमान दी गई है। वहीं, कई बार गलेंट्री अवार्ड सम्मानित हुए एनकाउंटर स्पेशलिस्ट इंस्पेक्टर सुरेंद्र प्रसाद सिंह को मुफ्फसिल थाना का नया थानाध्यक्ष बनाया गया है और इंस्पेक्टर प्रवीण कुमार मिश्रा को पटोरी थाना का नया थानाध्यक्ष बनाया गया है। मुफ्फसिल थानाध्यक्ष प्रवीण कुमार मिश्रा को मुफ्फसिल थानाध्यक्ष के पद से हटाने को लेकर बताया गया है कि उनका कार्यकाल वहां दो वर्ष पूर्ण हो चुका था। वहीं, नगर थानाध्यक्ष विक्रम अचार्य के समक्ष सिनेमा हॉल डकैती मामले में बाकी बचे अपराधियों को गिरफ्तार करने की चुनौती होगी। हालांकि, इस स्थानांतरण आदेश को रूटीन प्रक्रिया बताया जा रहा है। 

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