एनसीपीसीआर ने बच्चे के भड़काऊ नारे लगाने के मामले में एफआईआर की मांग की
नई दिल्ली। राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (NCPCR) ने केरल में एक राजनीतिक रैली के दौरान कथित तौर पर एक बच्चे को भड़काऊ नारे लगाने देने के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने की सोमवार को मांग की।
दरअसल, 21 मई को अलाप्पुझा में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) द्वारा आयोजित ”गणतंत्र बचाओ” (save the republic) रैली के दौरान एक व्यक्ति के कंधे पर बैठे एक लड़के का एक छोटा सा वीडियो सोशल मीडिया (social media) पर वायरल हो गया था, जिसमें वह कथित रूप से भड़काऊ नारे लगा रहा था।
केरल के पुलिस प्रमुख को लिखे एक पत्र में, आयोग ने कहा कि उसे बच्चे के भड़काऊ नारे लगाने के बारे में शिकायत मिली है।
आयोग ने कहा, ”वीडियो में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) का झंडा साफ दिख रहा है। शिकायतकर्ता ने आगे आरोप लगाया है कि इस वीडियो के समाज में फैलने के बाद भी केरल पुलिस बच्चे के माता-पिता और पीएफआई के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर रही है।”
शिकायत में आरोप लगाया है कि सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (SDPI) और PFI इस तरह बच्चों का इस्तेमाल समुदाय में नफरत, दुश्मनी और सांप्रदायिक हिंसा फैलाने के लिए कर रहे हैं।