विश्व मासिक धर्म स्वच्छता दिवस’ पर मैहदी विला में सभा
(नहटौर) विश्व मासिक धर्म स्वच्छता दिवस के अवसर पर राजकीय कन्या इंटर कॉलेज नहटौर की प्रधानाचार्या बबीता रानी ने कहा कि माहवारी कोई बीमारी नहीं है बल्कि यह एक प्राकृतिक प्रक्रिया है जो वास्तव में एक महिला की ताकत है जिसके बाद वह एक माँ बन जाती है और एक पुरुष या महिला को जन्म देती है।
इस विश्व दिवस के अवसर पर हेल्थ वालंटियरों और छात्राऒं के बीच जागरूकता पैदा करने के लिए ‘शुगर और ब्लड प्रेशर जाँच और परामर्श केंद्र’ के मैहदी विला स्थित कार्यालय में एक बैठक आयोजित की गई।
बबीता रानी ने छात्राओं से कहा कि वे इस विषय पर खुलकर चर्चा करें और मासिक धर्म की प्रक्रिया को चिकित्सकीय रूप से गहराई से समझें। उन्होंने यह भी बताया कि इस अंतरराष्ट्रीय दिवस के अवसर पर आज हर फार्मेसी सैनिटरी पैड की कीमत पर 20% की छूट दे रही है।

शुगर और ब्लड प्रेशर टेस्टिंग और काउंसिलिंग सेंटर के संस्थापक एवं प्रबंधक ग़िज़ाल मैहदी ने हेल्थ वालंटियरों को संबोधित करते हुए कहा कि हमारे समाज, ख़ासकर रूढ़िवादी हलकों में मासिक धर्म के विषय पर जागरूकता पैदा करना बहुत जरूरी है।
गिज़ाल मैहदी ने कहा कि लड़कियों में इस विषय पर जितनी अधिक जागरूकता फैलाई जाएगी उतना ही उनको संक्रमण और बीमारियों से बचाया जा सकता है। उन्होंने कुछ धार्मिक पुस्तकों का भी हवाला दिया जिनमें स्पष्ट रूप से मासिक धर्म और संबंधित पारिवारिक मुद्दों पर बात की गई हैं।
उन्होंने कहा कि हेल्थ एंड एजुकेशन प्रमोशन ट्रस्ट (हेप्ट) जल्द ही स्कूलों में ऐसी फ़िल्में दिखाने का बंदोबस्त करेगा जो इस विषय पर लड़कियों और महिलाओं के बीच जागरूकता पैदा करें।
हेप्ट की पहल पर स्थापित ये शुगर और ब्लड प्रेशर जांच और परामर्श केंद्र विगत 32 सप्ताह से जनता को नि:शुल्क सेवाएं प्रदान कर रहा है।
मासिक धर्म स्वच्छता दिवस हर साल 28 मई को दुनिया भर में मनाया जाता है। इसे 2014 में एक जर्मन एनजीओ ‘वॉश’ ने शुरू किया था।