जंगलराज के विरोध मे बैंक कर्मियों का प्रभावी प्रदर्शन
- 19 नवंबर 2022 को राष्ट्रव्यापी बैंक हड़ताल
भोपाल। ऑल इंडिया बैंक एम्प्लाईज एसोसिएशन ने बैंक कर्मियों, उनकी यूनियनों एवं उनके अधिकारों पर लगातार हो रहे हमलों तथा बैंकिंग उद्योग में व्याप्त जंगलराज के विरोध में 19 नवंबर 2022 को राष्ट्रव्यापी बैंक हड़ताल का आह्वान किया है। देशभर के लाखों बैंक कर्मी अपना एक दिन का वेतन कटवा कर राष्ट्रव्यापी बैंक हड़ताल में शामिल होंगे और बैंकिंग उद्योग का काम काज ठप्प करेंगे। हड़ताल के पूर्व के आंदोलनात्मक कार्यक्रमों के तारतम्य में राजधानी भोपाल की विभिन्न बैंकों के सैकड़ों बैंक कर्मी आज शाम 6:00 बजे अरेरा हिल्स भोपाल स्थित यूनियन बैंक के जोनल ऑफिस के सामने एकत्रित हुए उन्होंने अपनी मांगों के समर्थन में जोरदार नारेबाजी कर इंकिलाबी प्रदर्शन किया । प्रदर्शन के पश्चात प्रभावी सभा हुई जैसे विभिन्न बैंकों की यूनियनों के पदाधिकारियों साथी वी के शर्मा, डी के पोद्दार, मोहम्मद नजीर कुरैशी, दीपक रत्न शर्मा, गुणशेखरन, अशोक पंचोली, देवेंद्र खरे, भगवान स्वरूप कुशवाह, जे पी दुबे, कपिल कौरव, बाबूलाल राठौर , सुनील देसाई, राजीव उपाध्याय, सत्येंद्र चौरसिया, किशन खैराजानी, सतीश चौबे, संतोष मालवीय, रवि ठाकुर, रोहित चिंघारियां आदि ने संबोधित किया। वक्ताओं ने बताया कि वर्तमान में बैंकिंग उद्योग में जंगलराज व्याप्त है। कुछ बैंक प्रबंधकों द्वारा बैंक कर्मियों, उनकी नौकरियों और नौकरी की सुरक्षा तथा यूनियनों पर हमले किए जा रहे हैं। नई भर्तियों की जगह आउटसोर्सिंग जारी है। नई भर्तियों के अभाव में ग्राहक सेवा के ऊपर प्रतिकूल असर पड़ रहा है।
यूनियनों को कमजोर करने के लिए प्रतिनिधित्व के अधिकार को उनसे छीना जा रहा है । यूनियन के पदाधिकारियों पर अत्याचार और प्रतिशोधी हमले आम बात हो गई है। बैंक कर्मियों के एक स्थान से दूसरे स्थान पर अनुचित एवं अवैधानिक स्थानांतरण किए जा रहे हैं। द्विपक्षीय समझौतों तथा सहमतिओं का खुले आम उल्लंघन किया जा रहा है। आंदोलनों के दौरान बैंक कर्मियों को यूनियनों से अलग होने की धमकियां दी जा रही है तथा उन्हें यूनियनों से अलग कर यूनियनों को समाप्त कर बैंकिंग उद्योग में यूनियन विहीन वातावरण निर्मित करने के प्रयास हो रहे हैं। बैंक प्रबंधन के दिशा विहीन निर्देशों एवं जरूरत से ज्यादा काम के दबाव में बैंक कर्मी आत्महत्या करने पर मजबूर हो रहे हैं। उक्त परिस्थितियों को मद्दे नजर रखते हुए तथा बैंक प्रबंधनों के हमलों का मुंहतोड़ जवाब देने के लिए ऑल इंडिया बैंक एम्प्लाईज एसोसिएशन ने 19 नवंबर 2022 को बैंकिंग उद्योग में राष्ट्रव्यापी हड़ताल करने का निर्णय लिया है।
वक्ताओं ने देशभर के बैंक कर्मियों से एकजुटता की अपील करते हुए हड़ताल को सफल बनाने का आह्वान किया है।
सभा में विभिन्न बैंकों के अधिकारी – कर्मचारी अशोक पंचोली, देवेन्द्र खरे, जे पी दुबे, सत्येंद्र चौरसिया,संतोष मालवीय, कपिल कौरव, बाबूलाल राठौर,राम चौरसिया, राज भारती, आदित्य श्रीवास्तव, शैलेश वानखेडे ,राजू टेकाम, विवेक मालवीय, कमलेश बरमैया, संदीप दल्वी ,कृष्णा पांडे , विजयपाल ,दिलीप मोटवानी ,जीत सिंह नागर,प्रदीप कटारिया,ऋषभ मालवीय, जीतू लिखार, आनंद लिखार, शैलेंद्र शीतल, राम कुमार साहू, रवि ठाकुर, रोहित चिंघारियां, शुभम सिंह ठाकुर, शुभांकर,शंकर बुंदेला, राजू देशवाधी,अनिल वेशवर, संजय जरेलिया, विकास बाथम, बालक राम उईके, मोहन कल्याणे, मिलिंद चित्रे, नानक केसवानी, पुरुषोत्तम नाथानी, सुनील देसाई, जगदीश चांदवानी, अनिल जैन, संदीप तिवारी, बजरंग रायकवार, मनीष गुमानी, सुधीर देशपांडे ,विनय नेमा, शाहिद खान, संतोष बवास्कर, ओम प्रकाश बहोत, बी एल पुष्पद, आर एस हथिया, महेश भाई, किशन खैराजानी,कैलाश माखीजानी, तिलक राज सिंह, अवध वर्मा , प्रदीप कटारिया, आर के निगम, सुदेश कल्याणे, महेंद्र गुप्ता, खालिद सिद्दीकी, अजय जैन, धीरेंद्र राठौर, उषा असनानी , रूपेंद्र शमी ,रितेश शर्मा, राम आसरे, रितेश शर्मा, वैभव गुप्ता,सनी श्रीवास्तव, सुनील फुलवानी, राकेश कटारे, बी के चौधरी, आशीष शर्मा,लीला किशन कुशवाह, अमित गुप्ता, शैलेंद्र नरवरे, इमरत मुन्ना रायकवार, कविता खंडेलवाल, मनीषा मंघरानी, नीतू धमेजा, सविता सिंह, वंशिका चोटरानी वंदिता पटेरिया, रिचा सक्सैना, संदीप दल्वी,बृजेंद्र सिंह, अभिषेक सिंह, विशाल धमेजा, मंगेश दवांदे, राजीव रंजन सिंह, गोपाल राठौर, सतीश चौबे, अनिल मरोती, आदि उपस्थित थे।