विजाग स्टील प्लांट बचाने के लिए संघर्ष का आह्वान

देश—विदेश

राम नरसिम्हा राव
विजाग स्टील प्लांट के निजीकरण के विरोध में सोमवार को विजयवाड़ा के दासरी भवन में गोलमेज बैठक हुई। बैठक की अध्यक्षता भाकपा राज्य परिषद सचिव के रामकृष्ण ने की। यह सर्वदलीय गोलमेज बैठक भाकपा आन्ध्र प्रदेश राज्य परिषद के तत्वावधान में आयोजित की गई। विजाग स्टील प्लांट के निजीकरण को लेकर मोदी की तानाशाही प्रवृत्ति के खिलाफ बैठक आयोजित की गयी। बैठक में राजनीतिक दलों, ट्रेड यूनियनों, महिलाओं, किसान, युवा और छात्र संगठनों ने भाग लिया।

सर्वदलीय बैठक में विजाग स्टील प्लांट की रक्षा के लिए मंच के तत्वावधान में 2-3 अगस्त को ‘चलो संसद‘ को समर्थन देने का निर्णय लिया गया है। बैठक में राज्य के मुख्यमंत्री जगनमोहन रेड्डी से विजाग स्टील प्लांट के निजीकरण के खिलाफ मोदी पर दबाव बनाने के लिए सभी दलों को दिल्ली ले जाने का आग्रह किया गया है।

भाकपा आन्ध्र प्रदेश राज्य परिषद सचिव के रामकृष्ण ने चर्चा की शुरुआत करते हुए मांग की है कि केंद्र सरकार को विजाग स्टील प्लांट के निजीकरण के प्रयासों को वापस ले लेना चाहिए। राज्य के मुख्यमंत्री सभी दलों के प्रतिनिधिमंडल को दिल्ली ले जाएं। इस्पात संयंत्र के निजीकरण के खिलाफ सभी राजनीतिक दलों के लोगों को संघर्ष में शामिल होना चाहिए। मोदी सरकार आंध्र प्रदेश राज्य के साथ अन्याय कर रही है। लंबे संघर्ष के बाद स्टील प्लांट को हासिल किया गया था।

मोदी सरकार स्टील प्लांट को कारपोरेट्स को सौंपने की कोशिश कर रही है। मोदी सरकार कह रही है कि वह इसका 100 फीसदी निजीकरण करने जा रही है। लेकिन भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सोमू वीराराजू इसके विपरीत बयान देकर प्रदेश की जनता को ठग रहे हैं कि इसका निजीकरण कतई नहीं होगा। दोहरी नीति अपना रही भाजपा प्रदेश में दम है तो दिल्ली जाकर विजाग स्टील प्लांट के निजीकरण को रोके। उन्होंने प्रधानमंत्री से इस प्रस्ताव को वापस लेने का आग्रह किया। रामकृष्ण ने निजीकरण के खिलाफ विजाग स्टील प्लांट के बचाव में संयुक्त कार्रवाई समिति द्वारा दिए गए आह्वान में लोगों से बड़ी संख्या में भाग लेने की अपील की।

भाकपा के राज्य सह सचिव जेवीवी सत्यनारायण मूर्ति ने स्टील प्लांट की नींव की पृष्ठभूमि और विजाग के लिए स्टील प्लांट प्राप्त करने के लिए संघर्ष और बलिदान के इतिहास के बारे में बताया। विजाग स्टील प्लांट सार्वजनिक क्षेत्र में होने के बावजूद भी प्लंट को पूंजीगत खदानें आवंटित नहीं की जा रही थीं, और इस प्रकार आधारहीन रूप से केंद्र सरकार कंपनी को नुकसान पहुंचा रही है।

कोविड महामारी की अवधि के दौरान, कंपनी ने कोविड प्रभावित रोगियों के जीवन को बचाने के लिए प्रतिदिन 100 टन मेडिकल आक्सीजन का उत्पादन किया है। कई किसानों ने अपनी जमीन कंपनी को सौंप दी लेकिन बदले में इसने बेरोजगारों को रोजगार नहीं दिया। इसलिए राज्य के लोगों को आंदोलन को कई अन्य क्षेत्रों में भी फैलाना चाहिए।

विजाग स्टील प्लांट के निजीकरण के खिलाफ फोरम के संयोजक ओबूलेसू ने संबोधित करते हुए सार्वजनिक क्षेत्र में प्लांट को बनाये रखने के लिए आंदोलन की जरूरत को समझाया। उन्होंने सभी राजनीतिक दलों, ट्रेड यूनियनों, छात्रों, युवा संगठनों से जुलाई के अंतिम सप्ताह में बड़ी और छोटी बैठकें करने और रास्ता रोको और रेल रोको आयोजित करने की अपील की है।

विजाग प्लांट रक्षा संघर्ष फोरम के एक अन्य संयोजक उमामहेश्वर राव ने संबोधित करते हुए यह स्पष्ट कर दिया है कि प्लांट के पास दो लाख करोड़ की संपत्ति है, इसे कारपोरेट की बडी मछलियां सह मोदी की मित्र मंडल को सौंप दिया जाएगा। वाम दलों ने विजाग स्टील आंदोलन में प्रमुख भूमिका निभाई थी।

टीडीपी के राज्य नेता कोल्लू रवींद्र ने संबोधित करते हुए स्पष्ट किया है कि टीडीपी संसद में अपनी आवाज उठाएगी। उन्होंने वाईएसआरसीपी के सांसदों से भी आवाज उठाने की मांग की। उन्होंने जगनमोहन रेड्डी से इस मुद्दे पर मोदी सरकार पर दबाव बनाने की मांग की।

नरहरिसेट्टी नरसिम्हा राव, सदस्य एआईसीसी, आम आदमी प्रदेश अध्यक्ष पी. वेंकट रामाराव, भाकपा (माले) न्यू डेमोक्रेसी के के. पोलारी, एसयूसीआई के राज्य नेता अमरनाथ, भाकपा (माले) लिबरेशन के नेता धारीनाथ, एमसीपीआईयू के खादीर बाशा, मुस्लिम लीग के ख्वाजावली, आईएफटीयू के कुटुम्बा राव आदि उपस्थित थे।

मीटिंग को अखिल भारतीय किसान सभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष आर. वेंकैया, भाकपा के राज्य सचिवमंडल सदस्य जी ईश्वरैया, कृष्णा जिला सचिव अक्किनेनी वनजा, एनएफआईडब्ल्यू राज्य महासचिव पी दुर्गाभवानी, एआईएसएफ के राज्य अध्यक्ष एम. सुब्बा राव, टीएनएसएफ राज्य नेता विजयकुमार, टीएनटीयूसी के अध्यक्ष रघुराम कृष्णम राजू, एआईकेएस महासचिव केवीवी प्रसाद, पीडब्ल्यूए के एम अरुणकुमार, प्रमुख राजनीतिक विश्लेषक मोहम्मद रफी, अमरावती परिक्षण समिति दलित जेएसी के के. श्रीनिवास, एनएसयूआई प्रदेश अध्यक्ष श्रीनिवास, एटक अध्यक्ष रावुला रवींद्रनाथ, सीटू के नेता मुजफर अहमद, पीसीसी कानूनी प्रकोष्ठ के गुरबचन, प्रसाद राव आदि ने भी मीटिंग को संबोधित किया।

इप्टा के राज्य महासचिव चन्द्रनायक और उनकी टीम ने अपनी प्रस्तुति से मौजूद लोगों में जोश भरा। विजयवाडा शहर सचिव डी शंकर ने धन्यवाद प्रेषित किया।

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