राजेश पांडेय के नेतृत्व में भाजपा प्रतिनिधि मण्डल ने डा. सी पी पांडेय का किया स्वागत
रिपोर्ट – माइकल भारद्वाज बलिया
बांसडीह /बलिया- जब से बांसडीह सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अगऊर पर डा. सी पी पांडेय अधीक्षक के रूप में आए हैं स्वागत करने वालों की ताता लगा हुआ है। इसी कड़ी में भारतीय जनता पार्टी की ओर से बांसडीह मण्डल उपाध्यक्ष राजेश पांडेय और मंडल अध्यक्ष प्रतुल ओझा की अगुवाई में एक प्रतिनिधिमंडल ने नवनिर्वाचित अधीक्षक डॉ सी पी पांडे का फुल मालाओं संग स्मृति चिन्ह के साथ अंग वस्त्र देकर जोरदार स्वागत किया।
हमारे जनपद बलिया ब्यूरो चीफ माइकल भारद्वाज से बात करते हुए डॉ. सी पी पांडेय ने कहा कि मैं इस बात से काफी अभिभूत हूं कि आप लोगों ने मुझे इस लायक समझा कि आप मेरा इंटरव्यू ले रहे है। मेरा जो कार्य के प्रति भावना है वो ये है कि कार्य को मन से किया जाए और लापरवाही किसी काम में मेरे तरफ से ना हो। यह जिम्मेदारी काफी बड़ी है।इस ब्लाक में काफी बड़ी संख्या है तो सब को एक साथ सटिस्फाई करना बहुत मुश्किल है। कुछ लोग नाराज भी हो जाते हैं, कुछ खुश भी होते हैं। मेरा प्रयास यही रहेगा कि मेरे कार्य से किसी को कोई नुकसान ना हो । यह जरूर होता है कि किसी अन्य कर्मचारी की लापरवाही से कुछ घटना दुर्घटना हो जाती है लेकिन हम लोग प्रयास करेंगे कि ऐसा ना हो।
अभी मुझे ऐसा फील हो रहा है कि जैसे पढ़ाई करके मैं इंतहान में जाया जाता है एक टेंशन है और जिम्मेदारी का बोझ है।
आगे अधीक्षक डॉ सीपी पांडेय ने कहा कि 2018 में जब मैं MS करके अगऊर आया तो यह सीएचसी काफी जिर्ण-सिर्ण हालात में थी जो पूर्व अधीक्षक डॉ एस के तिवारी ने मुझे जिम्मेदारी दी कि अगऊर अस्पताल को चलाना है। जो सामने रोड है यह भी काफी खराब थी मेरे प्रयास से रोड बनी है और यहां मरीज आने लगे पहले मरीज 10 के अंदर रहते थे।इस समय 150 -250 मरीज रहते हैं और यहां जो बिना बेहोशी वाले छोटे-मोटे ऑपरेशन करता हूं। थोड़ा मोड़ा हड्डी के हल्के-फुल्के फ्रैक्चर के प्लास्टर भी कर देते हैं। पैरालिसिस के मरीज भी आते हैं। यह देहात है जब किसी डॉक्टर का नाम होने लगता है तो सभी तरह के मरीज आने लगते हैं। विगत 10 वर्षों से मरीज देखने से थोड़ा अनुभव भी है कि मरीज का किस प्रकार इलाज करना है । हो सकता है क्षेत्र संभालने में मेरी रातों की नींद डिस्टर्ब रहे।
बताते चलें कि डा. सी पी पांडेय एमबीबीएस, ऑर्थो से डिप्लोमा, जनरल सर्जन, रेडियोलॉजिस्ट डिप्लोमा हैं। इनके जरिए क्षेत्र के मरीजों को कई सुविधाएं मिल जाएंगी। इनका आना बांसडीह क्षेत्र के लिए वरदान है। लेकिन सच तो यह है कि जितना मरीजों के लिए यह करना चाहते हैं उतनी व्यवस्था ऊपर से मिल नहीं पाती।