मारुति सुजु़की और टोयोटा त्सुशो ग्रुप की वैहिकल स्क्रैपिंग एवं रीसाईक्लिंग यूनिट के भारत में संचालन का आरंभ

  • सरकार स्वीकृत वैज्ञानिक एवं पर्यावरण के लिए मित्रवत एंड-ऑफ-लाईफ वाहन (ईएलवी) स्क्रैपिंग व रिसाईक्लिंग यूनिट।
  • मारुति सुज़ुकी तोयोत्सु इंडिया प्राईवेट लिमिटेड (एमएसटीआई) मारुति सुज़ुकी और टोयोटा त्सुशो ग्रुप के बीच एक संयुक्त उपक्रम है।
  • जीरो डिस्चार्ज फैसिलिटी, जहां स्क्रैप की सर्वाधिक रिकवरी के लिए विश्व में प्रमाणित सर्वश्रेष्ठ विधियों का पालन किया जाता है।
  • सुरक्षित और पर्यावरण के लिए मित्रवत वातावरण में एंड-ऑफ-लाईफ वाहनों (ईएलवी) को स्क्रैप करने के लिए ग्राहकों को सुगम एवं एंड-टू-एंड समाधान प्रस्तुत करता है।

नोएडा/नई दिल्ली। माननीय केंद्र सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने आज सरकार द्वारा स्वीकृत ईएलवी स्क्रैपिंग एवं रिसाईक्लिंग यूनिट, मारुति सुज़ुकी तोयोत्सु इंडिया प्राईवेट लिमिटेड (एमएसटीआई) का उद्घाटन किया।

इस अवसर पर महामहिम, श्री सतोषी सुज़ुकी, एम्बेसडर एक्सट्राऑर्डिनरी एवं प्लेनिपोटेंशियरी, जापान दूतावास, भारत मौजूद थे। सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय तथा दिल्ली और उत्तर प्रदेश सरकार के उच्चाधिकारी भी इस अवसर पर मौजूद थे।

नोएडा में वैहिकल स्क्रैपिंग एवं रिसाईक्लिंग यूनिट

चक्रीय अर्थव्यवस्था (Circular Economy) की ओर कदम बढ़ाते हुए एंड-ऑफ-लाईफ वाहनों (ईएलवी) के नियोजित, पारदर्शी एवं पर्यावरण के लिए मित्रवत विखंडन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से, मारुति सुज़ुकी और टोयोटा त्सुशो ग्रुप ने एमएसटीआई की स्थापना के लिए हाथ मिलाए हैं।

10,993 Sq. Mtr. की यह सुविधा प्रतिवर्ष 24,000 से ज्यादा ईएलवी स्क्रैप कर रिसाईकल कर सकती है। 44 करोड़ के निवेश के साथ निर्मित इस सुविधा में आधुनिक व टेक्नॉलॉजी की दृष्टि से उन्नत मशीनों द्वारा वैज्ञानिक तरीके से ईएलवी को विखंडित और स्क्रैप किया जा सकता है। आत्मनिर्भर भारत के उद्देश्य के अनुरूप, इस सुविधा में इस्तेमाल होने वाले सभी उपकरणों को भारत में बनाया गया है।

एमएसटीआई में विश्व प्रमाणित क्वालिटी एवं पर्यावरण के मानकों का पालन किया जाता है। इनमें संपूर्ण सॉलिड व लिक्विड वेस्ट मैनेजमेंट शामिल है, जिसमें ईएलवी से लिक्विड व गैसों का शून्य उत्सर्जन सुनिश्चित होता है।

इस सुविधा का उद्घाटन करते हुए, श्री नितिन गडकरी, माननीय केंद्र सड़क परिवहन व राजमार्ग मंत्री ने कहा, ‘‘अनफिट और प्रदूषण करने वाले वाहनों को चरणबद्ध रूप से भारतीय सड़कों से हटाने का परिवेश विकसित करने के लिए सड़क परिवहन व राजमार्ग मंत्रालय ने दूरदर्शितापूर्ण National Automobile Scrappage Policy प्रस्तुत की है। इस उद्देश्य को पूरा करने के लिए हमें अत्याधुनिक स्क्रैपिंग और रिसाईक्लिंग यूनिटों की जरूरत है। मैं मारुति सुज़ुकी और टोयोटा त्सुशो ग्रुप को वैश्विक मानकों के अनुरूप यह आधुनिक सुविधा स्थापित करने की बधाई देता हूँ। मैं मारुति एवं अन्य अंशधारकों से पूरे देश में इसी तरह की स्क्रैपिंग एवं रिसाईक्लिंग यूनिटों के एक परिवेश का निर्माण करने का आग्रह करता हूँ। इससे उनकी कारों के लिए भारतीय सड़कें सुरक्षित बनेंगी, हवा स्वच्छ होगी और कच्चा माल सस्ता मिल सकेगा।’’

उद्घाटन के अवसर पर, श्री केनिची आयुकावा, चेयरमैन, एमएसटीआई एवं मैनेजिंग डायरेक्टर व सीईओ, मारुति सुज़ुकी इंडिया लिमिटेड ने कहा, ‘‘माननीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री, श्री नितिन गडकरी देश में स्वच्छ, हरे-भरे व सुरक्षित मोबिलिटी के परिवेश के अग्रदूत हैं। आज इस नई सुविधा के उद्घाटन के लिए हम उनके आभारी हैं। मारुति सुज़ुकी में हम संधानों के प्रभावशाली उपयोग व संरक्षण द्वारा मूल्य का निर्माण करने में यकीन करते हैं। हमारी व्यवसायिक प्रक्रियाएं और उत्पाद कम, अल्प, हल्के, स्वच्छ व छोटे (fewer, smaller, lighter, neater, and shorter) के सिद्धांतों पर आधारित हैं।’’

श्री आयुकावा ने कहा, ‘‘अभी तक कार की उपयोगिता समाप्त हो जाने के बाद उसके निस्तारण के लिए कोई भी वैज्ञानिक और स्वच्छ तरीका मौजूद नहीं था। इस कमी को पूरा करने के लिए एमएसटीआई वैश्विक प्रक्रिया पद्धति का इस्तेमाल करता है। यह केवल एक शुरुआत है। हमारे साझेदारों के साथ हम भारत में इस तरह के और ज्यादा आधुनिक ईएलवी स्क्रैप एवं रिसाईकल सेंटर खोलने के लिए प्रतिबद्ध हैं।’’

इस अवसर पर श्री नाओजी सायतो, सीईओ, मैटल डिवीज़न, टोयोटा त्सुशो कॉर्पोरेशन ने कहा, ‘‘माननीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री, श्री नितिन गडकरी सदैव से देश में स्वच्छ समाज के प्रबल समर्थक रहे हैं। हम भारत में पर्यावरण के लिए मित्रवत एंड-ऑफ-लाईफ वैहिकल (ईएलवी) डिसमैंटलिंग एवं रीसाईक्लिंग यार्ड का उद्घाटन करने के लिए उनके आभारी हैं। टोयोटा त्सुशो ग्रुप जापान में सन 1970 से ईएलवी रिसाईक्लिंग के व्यवसाय में संलग्न है। हमने हाल ही में दुनिया के कई प्रमुख देशों में पर्यावरण के लिए मित्रवत ईएलवी डिसमैंटलिंग एवं रिसाईक्लिंग व्यवसाय चलाए हैं। जापान में पचास सालों से ज्यादा समय के हमारे अनुभव ने इन परियोजनाओं में मदद की है। अब हम ईएलवी रिसाईक्लिंग के लिए सर्वश्रेष्ठ विधि का इस्तेमाल कर सकेंगे और भारत में निर्मित उपकरणों व अनुभव के साथ देश में चक्रीय अर्थव्यवस्था में योगदान देंगे।’’

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