भाकपा के स्थापना की 95वीं वर्षगांठ का राष्ट्रव्यापी आयोजन
पार्टी को मजबूत बनाने का आहवान
नई दिल्ली। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव डी राजा ने पार्टी सदस्यों और कार्यकर्ताओं से आग्रह किया कि वे पार्टी को मजबूत करने के लिए सभी प्रयास करें, विशेष रूप से आज जबकि जब आरएसएस-भाजपा का हमला सबसे अधिक विषैले रूप में पहुंच चुका है। वह पार्टी के नेताओं, सदस्यों और कार्यकर्ताओं को 26 दिसंबर, 2020 को केंद्रीय पार्टी मुख्यालय में पार्टी की स्थापना की 95वीं वर्षगांठ को एक राष्ट्रव्यापी आयोजन के रूप में मनाये जाने के हिस्से के रूप में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
राजा ने कहा कि भारतीय कम्युनिस्टों को हमारी पार्टी पर पूरी तरह गर्व करना चाहिए, जिसने स्वतंत्रता संग्राम में और आजादी के जनता के अधिकारों और कल्याण के लिए संघर्षो लामबंद करने में एक ऐतिहासिक भूमिका अदा की है। पार्टी के राष्ट्रीय परिषद सचिव पल्लब सेनगुप्ता, बिनोय विश्वम, सांसद, राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य एन्नी राजा, राष्ट्रीय परिषद सदस्यों, अजय भवन में कार्य करने वाले पार्टी होलटाईमर्स और अन्य कार्यकर्ता भी इस अवसर पर कार्यक्रम में मौजूद थे।
उन्होंने कहा हमारी पार्टी देश और संविधान को बचाने के क्रम में आरएसएस-भाजपा को सरकार से बाहर करने में भी फिर से एक ऐतिहासिक भूमिका अदा करेगी। उन्होंने मौजूद सभी साथियों का क्रान्तिकारी अभिवादन किया और पूरी तरह से समर्पित होने और जन विरोधी, मजदूर विरोधी, किसान विरोधी आरएसएस-भाजपा सरकार को बाहर करने के लिए सभी प्रयास करने का आग्रह किया।
आयोजन की शुरूआत कामरेड वी आई लेनिन और कामरेड अजय घोष को माल्यार्पण से हुई।
इसके अलावा दिल्ली राज्य परिषद ने भी दिल्ली राज्य कार्यालय में भाकपा की 95वीं वर्षगांठ के कार्यक्रम का आयोजन किया। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी का स्थापना दिवस पर भाकपा दिल्ली राज्य परिषद् कार्यालय आसफ अली रोड पर स्थापना दिवस मनाया गया। इस अवसर पर पूर्वी दिल्ली जिले परिषद के जिला सचिव केहर सिंह ने पार्टी का झंडा फहराया और मौजूद सभी साथियों को संबोधित किया। इस अवसर पर अजय मलिक, दिल्ली राज्य कार्यकारिणी सदस्य, आल इंडिया ट्रेड यूनियन कांग्रेस ;एटकद्ध के दिल्ली राज्य समिति के अध्यक्ष रामराज, राज कुमार, सह सचिव, उतरी पूर्वी दिल्ली जिला, संजीव कुमार राणा, सह सचिव, उतरी दिल्ली जिला, शशि कुमार गौतम, महासचिव, एआईवायएफ, बबन कुमार सिंह, कार्यालय सचिव, दिल्ली भाकपा आदि एवं अन्य साथी मौजूद थे।
सभी पार्टी ईकाईयों ने देशभर में पार्टी की स्थापना की वर्षगांठ को उत्साहपूर्वक मनाया और संकल्प लिया कि केन्द्र में नरेन्द्र मोदी नीत आरएसएस-भाजपा की फासीवादी सरकार को सत्ता से हटाना है। जिसकी इबारत किसान आंदोलन और उसके बढते जन समर्थन के रूप में दीवरों पर साफ पढी जा सकती है। इस आंदोलन से साफ हो गया है कि लोग इस सरकार में विश्वास खो रहे हैं। यह अब निश्चत हो गया है कि जन विरोधी, मजदूर विरोधी, महिला विरोधी, युवा और छात्र विरोधी नीतियों वाली मोदी सरकार अब अधिक दिनों तक सत्ता में नहीं टिक सकती है। केरल और हरियाणा के स्थानीय निकाय चुनावों के नतीजों से जनता का मूड साफ हो गया है।