नागपुर ने कामरेड बर्धन को श्रद्धांजलि दी

डाॅ. युगल रायलू
नागपुर हमारे पूर्व महासचिव कामरेड ए बी बर्धन की कर्मभूमि थी। वह शहर से प्यार करते थे और शहर उनसे प्यार करता था। इसी शहर में कामरेड बर्धन ने मजदूर वर्ग के लिए संघर्ष शुरू किया और फिर वाम आंदोलन के एक बड़े नेता बन गए। वह इसी शहर से राज्य विधानसभा के लिए चुने गए थे।

हाल ही में नागपुर नगर निगम (एनएमसी) ने इस महान मध्य भारतीय शहर के नायकों को सम्मानित करने का निर्णय लिया। वर्तमान में एनएमसी पर भारतीय जनता पार्टी का शासन है। जब यह सुझाव एनएमसी द्वारा प्रस्तुत किया गया, तो भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी की नागपुर जिला परिषद ने एनएमसी को अपना सुझाव दिया कि कामरेड बर्धन नागपुर के नायकों की सूची में शामिल होने के हकदार हैं।

भाकपा के सदस्य यह जानकर हैरान रह गए कि कामरेड बर्धन के नाम पर सर्वोच्च प्राथमिकता के साथ विचार किया गया। एनएमसी ने शहर के लोगों के व्यापक वर्गों के सुझावों को उदारतापूर्वक स्वीकार किया। नायकों की अंतिम सूची में लेफ्ट-सेंटर-राइट के व्यापक दायरे के राजनेताओं के नाम शामिल हैं। सूची में प्रमुख कवियों और सामाजिक कार्यकर्ताओं के नाम भी शामिल हैं।

11 जुलाई 2021 को नागपुर शहर के मेयर श्री दयाशंकर तिवारी ने नागपुर के नायकों की प्रतिमाओं का अनावरण किया। सभी प्रतिमाएं नागपुर शहर के मध्य में सिविल लाइंस में जनरल पोस्ट आॅफिस स्क्वायर के पास स्थित हैं।

हम सभी के लिए बड़े संतोष की बात है कि प्रथम अनावरण का सम्मान कामरेड बर्धन को दिया गया। महापौर ने कामरेड बर्धन की प्रतिमा का अनावरण कर कार्यक्रम की शुरुआत की। यहां सभी रंगों के राजनीतिक दिग्गज उपस्थित थे। भाकपा से युगल रायलू और (श्रीमती) करुणा सखारे शामिल हुए। कामरेड बर्धन के बुत का अनावरण मेयर ने किया जिसमें कांग्रेस, बसपा, आरपीआई, भाजपा और अन्य दलों के नेताओं ने भाग लिया। अनावरण के बाद माननीय मेयर ने कामरेड बर्धन के महान योगदान के बारे में बताया।

महाराष्ट्र राज्य के मजदूर वर्ग के आंदोलन के लिए कामरेड बर्धन का बताया। महाराष्ट्र राज्य विधानसभा के कई सदस्यों ने कहा कि वे नियमित रूप से विदर्भ के विकास के बारे में विधानसभा भवन पुस्ताकलय में रखे गये कामरेड बर्धन के भाषणों को देखते हैं। महाराष्ट्र विधानसभा में विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि कामरेड बर्धन नागपुर के लोगों के थे और वे सभी नागरिकों को समान रूप से प्यार करते थे।

पार्टी की ओर से डाॅ. युगल रायलू ने कामरेड बर्धन को सम्मानित करने के लिए एनएमसी को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि पार्टी के सभी सदस्य सम्मानित महसूस कर रहे हैं। उन्होंने कामरेड बर्धन को सम्मान देने में सबसे पहला स्थान देने के लिए शहर के मेयर को धन्यवाद किया।

मूर्ति के बगल में कामरेड बर्धन के जीवन और योगदान का वर्णन करती हुई एक विशाल पट्टिका भी लगायी गयई है। यहाँ संक्षेप में कामरेड बर्धन की जीवनी का भी उल्लेख किया गया है। यह कहती है कि विद्यार्थी जीवन से ही कामरेड बर्धन माक्र्सवाद और साम्यवाद से प्रभावित थे। नागपुर विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र में एमए पास करने के बाद वे ट्रेड यूनियन आंदोलन में सक्रिय हो गए। रेलवे, उद्योग और असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों को संगठित करने का श्रेय कामरेड बर्धन को जाता है। पट्टिका कहती है कि कामरेड बर्धन ने महाराष्ट्र राज्य के गठन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

दूसरी प्रतिमा प्रसि( कवि ग्रेस की है, जिन्होंने मराठी साहित्य के क्षेत्र में अपनी छाप छोड़ी। अन्य नायक जिनकी प्रतिमा चैक पर है में श्रीमती सुमति सुकलीकर, प्रसि( सामाजिक कार्यकर्ता, एम.जी. वैद्य, लेखक और पत्रकार, श्री जम्बूवंतराव धोटे, पूर्व सांसद, लोकनायक बापूजी अणे, पद्मश्री डाॅ. बी. एस. चैबे, और पद्मभूषण मौलाना अब्दुल करीम पारेख शामिल हैं।

कुछ दिन पहले एक अन्य कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने शहर के सबसे लंबे फ्लाईओवर के नीचे आठ अन्य दिग्गजों के साथ कामरेड बर्धन का स्मारक लोगों को समर्पित किया था। इस पट्टिका में कामरेड बर्धन को एक तरफ अंग्रेजी और दूसरी तरफ मराठी में श्र(ांजलि दी गयी थी। इस पट्टिका को नागपुर शहर के सौंदर्यीकरण अभियान के एक भाग के रूप में बनाया गया है। यह पट्टिका कामरेड बर्धन का वर्णन करती है कि वे एक स्वतंत्रता सेनानी और मजदूर वर्ग के नेता के नेता थे।

यह पट्टिका शहर के उत्तरी भाग में नागपुर-छिंदवाड़ा-बैतूल मार्ग पर स्थित है। नितिन गडकरी ने युवा पीढ़ी से उन लोगों के बारे में जानने का आह्वान किया जिन्होंने नागपुर शहर को आज बनाया है। कामरेड बर्धन को श्रद्धांजलि देते हुए उन्होंने उन्हें एक विश्व स्तरीय वक्ता और नेता कहा, जिन्होंने नागपुर शहर के नाम को अंतरराष्ट्रीय ख्याति दिलाई।

नागपुर शहर ने अपने शानदार बेटे कामरेड बर्धन को पहली बार श्र(ांजलि दी है। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी की नागपुर जिला परिषद ने कामरेड बर्धन के नाम पर नागपुर में एक माक्र्सवादी प्रशिक्षण केंद्र बनाने की परिकल्पना की है, जहां कम्युनिस्टों की भावी पीढ़ी को मजदूर वर्ग और समाज के हाशिए पर पड़े वर्गों के न्यायसंगत अधिकारों के लिए लड़ने के लिए प्रशिक्षित किया जाएगा।

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