झारखंड ने एआईएसएफ ने मनाया 86वां स्थापना दिवस
जमशेदपुर। 12 अगस्त 2021 को ऑल इंडिया स्टूडेंट्स फेडरेशन झारखंड राज्य परिषद के द्वारा राज्य कार्यालय मैं 86वां स्थापना दिवस बहुत ही धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर ऑल इंडिया स्टूडेंट्स फेडरेशन के पूर्ववर्ती छात्र नेता समेत विभिन्न वामपंथी छात्र नेता भी उपस्थित हुएl आज की सभा को संबोधित करते हुए ए आई एस एफ के प्रदेश अध्यक्ष मेहुल मृगेंद्र ने कहा कि ऑल इंडिया स्टूडेंट्स फेडरेशन हिंदुस्तान का सबसे पुराना एवं गौरवान्वित छात्र संगठन है ।
ऑल इंडिया स्टूडेंट्स फेडरेशन’ (ए आई एस एफ) या AISF भारत स्तर पर पहला छात्र संगठन है। आज इसने 85 वर्ष पूरे कर लिए है। संगठन की स्थापना 12-13 अगस्त 1936 लखनऊ के गंगाप्रसाद मेमोरियल हॉल में हुई, सम्मेलन की अध्यक्षता पण्डित जवाहर लाल नेहरू व एम ए जिन्ना ने की, महात्मा गांधी ने छात्रो की इस पहले अखिल भारतीय संग़ठन की स्थापना के लिए शुभकामनाएं सन्देश भेजे। शांति! प्रगति !! और स्वतंत्रता !!!, के नारे के साथ छात्रों ने इसकी स्थापना की थी।
स्वतंत्रता सेनानियों और उस समय के क्रांतिकारियों के मार्गदर्शन के साथ एआईएसएफ ने भारत की आजादी के लिए काम किया। आजादी के बाद संगठन ने शांति! प्रगति!! और वैज्ञानिक समाजवाद !!! का नारा दिया । इसने सबको शिक्षा,सभी को रोजगार के अधिकार, न्याय और सभी के लिए अवसर के लिए आंदोलन शुरू किया। भारत में अधिकांश राज्यों में संगठन की राज्य समितियां हैं। आज हम कश्मीर से ले कर कन्याकुमारी और अरूणांचल प्रदेश से गुजरात तक 86वां स्थापना दिवस मना रहे है। इसके साथ ही आज झारखण्ड में भी कई जगह कार्यक्रम आयोजित किए गए है। जैसे की झारखंड के पलामू में जिला अध्यक्ष सुजीत पांडे के द्वारा आज रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया है। वहीं जमशेदपुर के चकुल्या गांव में जिला सचिव विक्रम सिंह के द्वारा झंडातोलन किया गया है।
इस मौके पर एआईएसएफ के पूर्व प्रदेश सचिव पावेल कुमार ने कहा की एआईएसएफ एक ऐसा छात्र संगठन है।
जहां से देश के प्रथम प्रधानमंत्री सहित कई देश के गणमान्य लीडर के साथ-साथ पदाधिकारियों को राजनीति सीखने एवं समझने के लिए तैयार किया है । इस देश में अगर कोई छात्र संगठन ने देश की आजादी में हिस्सा लिया है तो वह सिर्फ और सिर्फ ऑल इंडिया स्टूडेंट्स फेडरेशन है ।जिसके बैनर तले लेफ्ट और राइट के तमाम लीडर ने अपने छात्र राजनीति की शुरुआत की है ।
आज के इस दौर में जहां शिक्षा एक बाजार के वस्तु बनकर रह गई है जिसके पास जितना पैसा है वाह इतनी अच्छी संस्थान में अपने बच्चों को शिक्षा दिलवा सकता है ।ऐसी परिस्थिति में एआईएसएफ ने नारा दिया है प्रधानमंत्री का बेटा और एक रिक्शा चलाने वाले का बेटा दोनों को एक ही विद्यालय में एक ही तरह की शिक्षा मिलनी चाहिए ।साथ ही देश के बजट का दसवां हिस्सा शिक्षा में खर्च होना चाहिए ।साथ ही शिक्षित विद्यार्थियों को रोजगार की गारंटी होनी चाहिए।
इस स्थापना समारोह में आईसा के पूर्व राज्य सचिव अखिलेश कुमार आइए सर इप्टा के साथी कनक पाठक श्यामल चक्रवर्ती एवं भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के जिला सचिव अजय कुमार सिंह सहित कई छात्र मौजूद थे। सभी ने आज ऑल इंडिया स्टूडेंट्स फेडरेशन’ (ए आई एस एफ) के इतिहास को याद किया।