कबीर महोत्सव-उनके जीवन एंव शिक्षा पर आधारित कार्यक्रमों का आयोजन
लखनऊ। हरि सेवा संस्थान, एल डी ए कालोनी, कानपुर रोड, लखनऊ के तत्वाधान में संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार के सहयोग से कबीर महोत्सव- उनके जीवन एंव शिक्षा पर आधारित कार्यक्रमों का आयोजन सामुदायिक केन्द्र, कुर्मान्चल नगर, लखनऊ में किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन श्री सत्य प्रकाश जोशी एवं श्री नन्दन सिंह खन्नी के कमलों द्वारा किया गया। हरि सेवा संस्थान के अध्यक्ष श्री छोटे लाल मिश्रा ने अतिथियों, गुरूजनों तथा कलाकारों का स्वागत एवं आभार प्रकट किया तथा उन्हें अंगवस्त्र व प्रतीक चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया।

इस अवसर पर श्रीमती हरितिमा पन्त द्वारा कबीर के दोहे जब मैं था तब हरि नही, अब हरि हैं मैं नही, सब अंधियारा मिट गया जब दीपक देख्या माहि सुनाया तथा कु कामना बिष्ट एवं दिब्या शुक्ला के निर्देशन में गणेश वन्दना तथा षिव वन्दना की स्तुति प्रस्तुत की गयी। श्री अमृत सिन्हा के नृत्य निर्देशन में अवधि लोक नृत्य, एकल नृत्य तथा कजरी लोक नृत्यों की सुन्दर श्रखलाबद्ध तरीके से प्रस्तुतियाॅ दी गयी। कु कामना बिष्ट के निर्देशन में उत्तराखण्ड व राजस्थान के लोक नृत्य के साथ-साथ कथक नृत्यों की सुन्दर प्रस्तुतियाॅ दी गया। कु0 दिब्या शुक्ला के निर्देषन में कबीर पर आधारित गीत एवं नृत्यों की श्रखलाबद्ध तरीके से प्रस्तुतियाॅ दी गयी।

कलाकार-कु0 कामना बिष्ट, श्रीमती हरितिमा पन्त, दिब्या शुक्ला, अराघ्या, ध्रुवित, निधि, अनेवेश और मायरा, उन्नति श्री, ईशा किमोटी, आन्या मदार, उर्बी गौतम, वृनिया महरो, नन्दिनी बिष्ट, मानसी सामंत, गरिमा देवड़ी, मिताली सिंह, भूमिका जोशी, सुधि त्रिपाठी, आरोही वर्मा, ऋशिता सिंह, हंसिका गोष्वामी, एण्द्री बिष्ट, प्रीति मिश्रा आदि कलाकारों ने प्रतिभाग किया। इस अवसर पर हरि सेवा संस्था के महासचिव श्री छोटे लाल मिश्रा ने सभी की आभार प्रकट किया तथा गुरूजनों एवं कलाकारों को अतिथियों के कर कमलों द्वारा सम्मानित किया गया।