ऑल इंडिया स्टुडेंट फेडरेशन (AISF) का 86वां स्थापना दिवस मनाया

उदयपुर। ऑल इंडिया स्टुडेंट फेडरेशन (AISF) का 86वां स्थापना दिवस उदयपुर में रेती स्टैंड स्थित कार्यालय पर मानाया गया। इस अवसर पर शहीद भगत सिंह और पूर्व विधायक मेघराज तावड की तसवीरों पर माल्यार्पण किया गया।

इस अवसर पर बोलते हुए भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के हिम्मत चांगवाल ने विद्यार्थियों को एआईएसएफ़ के 86वें स्थापना दिवस की शुभकामनायें देते हुए कहा की एआईएसएफ़ भारत का सबसे पुराना विद्यार्थी संगठन है जिसकी स्थापना 1936 में लखनऊ में की गई और उस स्थापना सम्मेलन का उद्घाटन पं. जवाहर लाल नेहरू ने किया था।

इस संगठन ने आजादी के आंदोलन में बढ़ चढ़ कर भाग लिया। इसके पहले महासचिव प्रेम नारायण भार्गव चुने गए। एआईएसएफ़ ने तेलंगाना संघर्ष में भी भाग लिया और निज़ाम के खिलाफ हथियार उठाए और गोवा की आज़ादी में भी भाग लिया। इस संगठन ने पंजाब में खालिस्तानी अंतकवाद के खिलाफ भी जम कर लोहा लिया।

एआईएसएफ़ ने देश को बड़े बड़े विद्वान लीडर दिये जिसमे मुकीम फरुखी, सत्यपाल डांग, ए. बी. बर्धन, सुधाकर रेड्डी, आई. के. गुजराल, कर्पूरी ठाकुर, पी. के. वसुदेवन नायर, सी.के. चंद्रप्पन, बिश्वनाथ मुखर्जी, गुरुदास दासगुप्ता, अरुणा आसफ अली,बिनोय विश्वास, अज़ीज़ पाशा, डी. राजा, अमरजीत कौर, अतुल कुमार अंजान, कन्हैया कुमार, मोहम्मद मुहसिन आदि।

एआईएसएफ़ का राष्ट्रिय सम्मेलन 2-4 जनवरी 1959 में उदयपुर में भी आयोजित किया गया था जिसमे हिरेन दासगुप्ता महासचिव चुने गए थे। एआईएसएफ़ देश के लगभग हर विश्वविध्यालय में अपनी पैठ रखता है। वर्तमान में इसके महासचिव विकी माहेश्वरी पंजाब से है और सुवम बनर्जी बंगाल से है। उन्होने जिले में एआईएसएफ़ को मजबूत करने का आह्वान किया, उन्होने इस अवसर पर पूर्व विधायक मेघराज तावड को भी विद्यार्थियों के संघर्ष में उनके योगदान के लिए याद किया।

उदयपुर एआईएसएफ़ के सुरेश मीणा ने कहा की देश में विद्यार्थियों के सामने बहुत समस्याएँ आ रही है, पढ़ाई के बाद रोजगार के अवसर नहीं मिल रहे हैं, पढ़ाई का स्तर गिरता जा रहा है, सरकार की नई शिक्षा नीति में कई खामियाँ है और विद्यार्थियों की अन्य समस्याओं को ले कर आज के समय संभाग में विद्यार्थियों को एआईएसएफ़ के बैनर के तले संगठित कर संघर्ष करने की आवश्यकता है।

डुंगरपुर एआईएसएफ़ के महासचिव अनिल डामोर (Anil Damre) ने कहा की संभाग में विद्यर्थियों को सही तरह से गाइड करने वाला कोई विद्यार्थी संगठन नहीं है इसलिए एआईएसएफ़ को ये बीड़ा उठा कर संभाग के विद्यार्थियों को सही दिशा और उचित राय देने का काम एआईएसएफ़ को करना होगा। इस अवसर पर अखिल भारतीय आदिवासी महासभा के प्रदेशाध्यक्ष घनश्याम सिंह तावड ने भी अपने विचार रखे और 86वें स्थापना दिवस पर एआईएसएफ़ को शुभकामनायें दी।

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