आईडीपी इंडिया को 2022-23 के लिए ग्रेट प्लेस टू वर्क की मान्यता
नई दिल्ली। आईडीपी एडुकेशन, अंतर्राष्ट्रीय शिक्षा सेवाओं की विश्वप्रमुख कम्पनी को भारत में ग्रेट प्लेस टू वर्क की मान्यता दी गई है। काम करने की जगह उत्कृष्टता और कार्मिक प्रबंधन के लिए दुनिया के सबसे बड़े और सबसे प्रतिष्ठित अध्ययन का आयोजन ग्रेट प्लेस टू वर्क करता है।
यह मान्यता वर्ष 2022-2023 के लिए दी गई है। आईडीपी में कार्मिकों को सबसे अहम समझने की संस्कृति के मद्देनजर यह एक ऐतिहासिक उपलब्धि और उसका प्रदर्शन है। आईडीपी कार्मिकों के कार्य जीवन और व्यक्तिगत जीवन के विकास पर ध्यान केंद्रित रखती है।
काम करने की जगह की संस्कृति के मूल्यांकन में ग्रेट प्लेस टू वर्क की साख पूरी दुनिया में है। कम्पनी 1992 से पूरी दुनिया के 100 मिलियन से अधिक कार्मिकों का सर्वे कर चुकी है और इससे प्राप्त गहरी सूझबूझ से यह परिभाषा की है कि कार्य करने की कोई जगह कैसे महान बनता है। यह कार्मिक सर्वे प्लैटफॉर्म संगठन के प्रमुखों को फीडबैक, रीयल-टाइम रिपोर्टिंग और गहरी सूझबूझ देकर सशक्त बनाता है जो रणनीतिक महत्व से कार्मिक संबंधी निर्णय लेने के लिए जरूरी है। यह संस्थान 60 से अधिक देशों में व्यवसाय संगठनों, गैर-लाभकारी और सरकारी एजेंसियों को सेवा देता है और तीन दशकों से अधिक समय से कार्य करने की महान जगह की विशेषताओं पर इसका शोध सर्वोपरि माना जाता है।
यह गौरवशाली मान्यता मिलने पर श्री पीयूष कुमार, क्षेत्रीय निदेशक (दक्षिण एशिया), आईडीपी शिक्षा ने कहा कि आईडीपी में सबसे अहम स्थान इसके विविध कार्मिकों का है जो सब के समावेश, मैत्री और जुनून से काम करने वाली वैश्विक टीम का हिस्सा हैं जिसमें सभी दूसरे के सहयोग के लिए प्रतिबद्ध हैं।
‘‘मैं आईडीपी इंडिया को ग्रेट प्लेस टू वर्क की मान्यता मिलने से बहुत खुश हूं। यह इसका प्रमाण है कि हमारे बेमिसाल कार्मिक उत्साह के साथ अपनी सेवाएं देते हैं और एक-दूसरे की सफलता पर खुशियां मनाते हैं,’’ श्री कुमार ने कहा।
‘‘हम ग्राहकों के साथ-साथ हमारे कार्मिकों के फीडबैक को भी महत्व देते हैं और हम जो भी करते हैं हमारे कार्मिक उसे सही आकार देते हैं। मेरा मानना है कि यही ध्रुव तारा की तरह हमारा मार्गदर्शन करता है कि हम अपने उद्योग की सर्वश्रेष्ठ प्रक्रियाओं को अपनाएं। पूरे भारत में हमारी टीमों का विकास कार्य जारी है और आईडीपी काम करने की बेहतरीन जगह बन गई है। हम कार्मिकों को सर्वोपरि रखने की संस्कृति के लिए जाने जाते हैं और शिक्षा के माध्यम से जन जीवन बदलने का हम सभी में एक जुनून है।
‘‘मैं आईडीपी के अपने सहयोगियों को धन्यवाद देता हूं जो एक दूसरे के प्रति और हमारे ग्राहकों के प्रति हमेशा प्रतिबद्ध रहे हैं। हम सभी को हमारे काम, एक-दूसरे के सहयोग और पूरी दुनिया के विभिन्न समुदायों में हमारे योगदान पर गर्व है और यही आईडीपी को काम करने की बेहतरीन जगह बनाता है।”
ग्रेट प्लेस टू वर्क भारत में 22 से अधिक उद्योगों के 1100 से अधिक संगठनों से हर साल साझेदारी करती है ताकि उनके लिए हाई-ट्रस्ट, हाई-परफॉर्मेंस कल्चर्सन्न् का विकास कर निरंतर बेहतर व्यावसायिक परिणाम देने में उनकी मदद कर सके। कॉर्पोरेट भारत के सैकड़ों सीईओ और सीएक्सओ इस समुदाय का हिस्सा हैं जो भारत को सभी के लिए कार्य करने की बेहतरीन जगह बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।