श्री पवन चौधरी, चेयरमैन, मेडिकल टेक्नोलॉजी एसोसिएशन ऑफ़ इंडिया
“2023-24 के आम बजट में देश की जीडीपी के 3.3 प्रतिशत यानि 10 लाख करोड़ रुपये के पूंजीगत व्यय जैसी महत्वपूर्ण पहल हुई हैं। हमें आशा है कि हेल्थकेयर सेक्टर भी लाभान्वित होगा, जिसमें टियर 2 एवं 3 शहरों में ढांचे में बहुत बढ़े बदलाव की जरूरत है।
बहुत ही उत्साहजनक बात है कि सरकार प्रशिक्षित हेल्थकेयर वर्कर्स की उपलब्धता की वर्तमान कमी को दूर करने पर काम कर रही है। मेडिकल उपकरणों के लिए खास तौर पर बनाये गए बहुआयामी कोर्सेज की वित्त मंत्री की घोषणा प्रशिक्षित मैनपॉवर की उपलब्धता सुनिश्चित करेगी, जोकि मेडिकल तकनीकों में तेजी से हो रहे बदलाव के अनुसार ढाल पाएंगे। इसके साथ ही, हम आशा करते हैं कि रिसर्च इंस्टिट्यूट और ट्रेनिंग केंद्र सार्वजनिक खरीद नियमों (पब्लिक प्रोक्योरमेंट नॉर्म्स) के बावजूद नवीनतम मेडिकल तकनीक प्राप्त करते रहेंगे।