HSNC यूनिवर्सिटी ने निरंजन हीरानंदानी स्कूल ऑफ रियल एस्टेट के संरक्षण में रियल एस्टेट में एमबीए कार्यक्रम का शुभारंभ किया
मुंबई स्थित HSNC यूनिवर्सिटी ने निरंजन हीरानंदानी स्कूल ऑफ रियल एस्टेट (NHSRE) के मार्गदर्शन में रियल एस्टेट उद्योग जगत में करियर बनाने की इच्छा रखने वाले छात्रों के लिए एमबीए कार्यक्रम शुरू किया है। इस कार्यक्रम की शुरूआत के साथ, रियल एस्टेट क्षेत्र को नौकरी के लिए ऐसे उम्मीदवारों के मिलने की उम्मीद है, जिन्होंने इस डोमेन के बेहतर ज्ञान और तकनीकी जानकारी के लिए औपचारिक रूप से प्रशिक्षण प्राप्त किया है। यह दो-वर्षीय कार्यक्रम छात्रों को अर्थशास्त्र, क़ानून, मैनेजमेंट, मार्केटिंग, फाइनेंस और इंजीनियरिंग जैसे विषयों के विस्तृत अध्ययन का अवसर प्रदान करेगा, जो रियल एस्टेट क्षेत्र के अभिन्न अंग हैं। स्कूल ऑफ रियल एस्टेट द्वारा पहले से ही अंडर-ग्रेजुएट एवं पोस्ट-ग्रेजुएट छात्रों के अलावा पेशेवर कर्मचारियों तथा इस क्षेत्र में अपने ज्ञान एवं कौशल को सुधारने की इच्छा रखने वाले प्रत्येक व्यक्ति सहित पूर्व छात्रों को RERA कंप्लायंस और रियल एस्टेट एंटरप्रेन्योरशिप में सर्टिफिकेट कोर्स उपलब्ध कराया जा रहा है। इस एमबीए कार्यक्रम के माध्यम से छात्रों को उद्योग जगत के प्रत्यक्ष अनुभव प्रदान करने के साथ-साथ उनके बेहतर विकास की परिकल्पना की गई है। तेज़ी से बढ़ रहे रियल एस्टेट क्षेत्र के लिए एक मैनेजमेंट कार्यक्रम के शुभारंभ की घोषणा पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए, डॉ. निरंजन हीरानंदानी, प्रोवोस्ट – HSNC यूनिवर्सिटी ने कहा, “रियल एस्टेट सबसे तीव्र गति से विकसित हो रहे क्षेत्रों में से एक है जिसका भारत की GDP में योगदान लगभग 7% है, साथ ही यह देश के तकरीबन 15% कामकाजी लोगों को रोज़गार मुहैया कराता है। इस प्रकार, आने वाले दिनों में इस क्षेत्र के कामकाजी लोगों के समूह के लिए प्रायोगिक एवं सैद्धांतिक शिक्षा हासिल करने के साथ-साथ इस डोमेन से अच्छी तरह परिचित होना बेहद महत्वपूर्ण है, ताकि इस उद्योग जगत की अच्छी जानकारी रखने वाले प्रतिभाशाली लोगों को नए सिरे से तैयार किया जा सके। मेरे लिए यह एक सपने के सच होने जैसा है, क्योंकि इस कार्यक्रम में ऐसे कौशल-समुच्चय पर बल दिया जाएगा, जो उम्मीदवारों को न केवल पेशेवरों के रूप में उच्च पद हासिल करने के लिए तैयार करेगा, बल्कि उद्यमियों को स्टार्टअप शुरू करने तथा इस उद्योग जगत के भागीदारों का विश्वास हासिल करते हुए उन्हें व्यवसाय के शुरुआती चरण में निवेश हेतु प्रेरित करने की बारीकियों से भी अवगत कराएगा। इसके अलावा, हमने पूरे देश की प्रमुख रियल एस्टेट कंपनियों, हाउसिंग फाइनेंस कंपनियों, निजी बैंकों, आर्किटेक्ट्स, सिविल और स्ट्रक्चरल इंजीनियरिंग कंपनियों, शीर्ष इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनियों, एवं विनियामक निकायों के साथ साझेदारी की है, जिससे छात्रों को कार्यक्रम के दौरान इंटर्नशिप और अप्रेंटिसशिप का अवसर मिलेगा, साथ ही कार्यक्रम के सफलतापूर्वक समापन के बाद उन्हें नौकरी के अवसर उपलब्ध कराए जाएंगे। यह आर्थिक विकास को प्रोत्साहन देने वाले रियल एस्टेट जैसे बेहद अहम क्षेत्र में औपचारिक शिक्षा को आगे बढ़ाने के लिए बड़े पैमाने पर बदलाव लाने वाला अवसर साबित होगा।” इस पाठ्यक्रम की शुरुआत वर्चुअल माध्यमों से की जाएगी, और बाद में हाइब्रिड दृष्टिकोण के साथ इसे आगे बढ़ाया जाएगा। पूरी तरह सुनियोजित यह रणनीति कामकाजी छात्रों को अपने पूर्व-निर्धारित कार्यों को बरकरार रखने के साथ-साथ इस कार्यप्रणाली की सुविधा का लाभ उठाने अवसर प्रदान करती है। इस तरह के पाठ्यक्रम के शुभारंभ के पीछे के विचार के बारे में बताते हुए, डॉ. हीरानंदानी आगे कहते हैं, “NHSRE ने पाठ्यक्रम को विकसित करने वाली एक समर्पित टीम की मदद से इस अध्ययन कार्यक्रम की रूपरेखा तय की है, जिसमें सफल उद्यमियों, दिग्गजों, विशेषज्ञों के समूह जैसी उद्योग जगत की जानी-मानी हस्तियों के साथ-साथ HSNC के पूर्व-छात्र भी शामिल हैं, जो इस सफ़र में छात्रों के नज़रिए से अवगत कराने में अहम भूमिका निभा सकते हैं। इसके अलावा, छात्रों को HDFC के दीपक पारेख, अधिवक्ता चेतन कपाड़िया, रुस्तमजी समूह के बोमन ईरानी जैसे उद्योग जगत के विशेषज्ञों द्वारा भी परामर्श दिया जाएगा। अपने-अपने क्षेत्रों में महारत हासिल करने वाले गणमान्य लोगों के वास्तविक जीवन के अनुभव से छात्रों को मार्गदर्शन मिलेगा, तथा वे इस उद्योग जगत की नवीनतम कार्यप्रणाली के साथ-साथ बीते वर्षों में आए बदलाव से अवगत होंगे।” हीरानंदानी समूह के ग्रुप सीईओ, श्री दर्शन हीरानंदानी की उपस्थिति में NHSRE के सलाहकार बोर्ड का गठन किया गया, जिसमें उनके साथ-साथ श्री गौतम चटर्जी – पूर्व अध्यक्ष, MahaRERA, हफीज कांट्रेक्टर- आर्किटेक्ट, गोदरेज प्रॉपर्टीज के श्री मोहित मल्होत्रा, ब्रुकफील्ड के श्री तुहिन पारेख, टाटा कैपिटल के श्री राजीव सभरवाल, नाइटफ्रैंक के श्री शिशिर बैजल, संजय चतुर्वेदी – संजय चतुर्वेदी एंड एसोसिएट्स के निदेशक शामिल हैं। इस क्षेत्र से जुड़ी आगामी प्रवृत्तियों को ध्यान में रखते हुए, विशेषज्ञों की टीम द्वारा एक K-A-I (ज्ञान एवं कौशल, अनुप्रयोग तथा उद्योग जगत के एकीकरण) मॉडल को तैयार किया एवं अपनाया गया है, ताकि इसमें छात्रों के लगने वाले समय एवं बुद्धिमत्ता के सार्थक परिणाम को सुनिश्चित किया जा सके। इस उद्योग जगत को पूरी तरह जानकार उम्मीदवारों की लालसा रहती है, इसलिए जो उत्साही छात्र अपने कौशल को सुधारना चाहते हैं और उद्योग जगत की मांग को पूरा करने के लिए खुद को तैयार करना चाहते हैं, वे जल्द-से-जल्द अपना पंजीकरण करा सकते हैं।