हिरोशिमा विनाश को स्मरण कर विचार गोष्ठी आयोजित
जयपुर, 6 अगस्त 2021। दूसरे विश्वयुद्ध के दौरान जापान के हिरोशिमा नागासाकी शहरों पर अमरीका द्वारा एटम बम गिराए जाने के 76 वर्ष पूरे होने पर स्वामी कुमारानन्द हॉल में अखिल भारतीय शांति एवं एकजुटता (एप्सो), राजस्थान द्वारा “संविधान बचाओ, लोकतंत्र बचाओ” विषय पर विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। गोष्ठी का विषय घातक हथियारों के इस्तेमाल की होड़ के अलावा संविधान बचाओ,देश बचाओ रखा गया।

कार्यक्रम को प्रोफ़ेसर डा. विशाल विक्रमसिंह, डा. जगदीश गिरी, डा. रवि श्रीवास्तव , भाकपा प्रदेश सचिव नरेंद्र आचार्य, कुणाल रावत, निशा सिद्धु ने संबोधित किया। इस अवसर पर बोलते हुए प्रोफेसर डॉ विशाल विक्रम सिंह ने कहा आज फासिज्म नए रूप में है, इसी फासिज्म की कड़ी हम हिन्दुस्तान में जी रहे हैं जो अपने चरम पर पहुंच कही है,यह चिन्ता का विषय है। देश की आज़ादी के बाद हमने एक प्रणाली अपनाई थी जिसमें व्यक्ति को एक न्यायिक प्रक्रिया से गुज़रना पड़ता था, लेकिन अभी सब ख़त्म कर जिया गया है।
संविधान को आन्दोलनों के कारण रोड़ा समझ लिया गया है।प्रोफेसर डा.जगदीश गिरी ने कहा कि आज परमाणु हथियारों की होड़ बढ़ गई है।इस समय लोकतंत्र को स्थापित करने के नाम पर हथियार बेचने का काम लोकतांत्रिक देश कर रहे हैं। आज जुमला लोकतंत्र नहीं बदला है लेकिन जो परिभाषा जनता की जनता के लिए जनता द्वारा दी गई थी वह अब कॉर्पोरेट की कॉर्पोरेट के लिए कॉरपोरेट द्वारा हो गई है।उन्होंने कहा लोकतंत्र व संविधान को बचाने की बड़ी ज़िम्मेदारी न्याय व्यवस्था की भी है,लेकिन वह भी सत्ता के दबाव में कार्य कर रही है।कार्यक्रम का अध्यक्षीय वक्तव्य देते हुए सवाई सिंह ने कहा कि आज संविधान,लोकतंत्र व जनान्दोलनो को बचाने के लिए सभी को एकजुट होने की आवश्यकता है।
गोष्ठी का संचालन सुनीता चतुर्वेदी ने किया व अन्त में एप्सो के महासचिव रमेश शर्मा ने धन्वाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम में डी के छंगाणी,एस के शर्मा, प्रोफेसर घासीराम, शैलेन्द्र अवस्थी, अनिल गोस्वामी, गोपाल गुजराती, बी. एम.सनाढ्य शामिल रहे।