सशक्त वामपंथ के लिए सशक्त भाकपा जरूरी-अतुल कुमार अनजान
- बेगूसराय में खुले दिनकर विश्वविद्यालय और कारखानों में मिले युवाओं को रोजगार- कन्हैया कुमार
बेगूसराय (बिहार) देश में महंगाई सिर्फ पिछले तीन साल में 90% से 320% तक बढ़ गई है। कमर्शियल रसोई गैस जहां 1850 रुपैया प्रति सिलेंडर बिक रहा है तो साधारण गैस सिलेंडर 950 रुपए में मिल रहा है। सरसों तेल 80 रुपये से बढ़कर 200 रूपये प्रति लीटर हो गया है। पेट्रोल-डीज़ल की क़ीमत सौ रूपये प्रति लीटर से ज्यादा हो चुकी है, देश के नौ राज्यों में डीजल 110 रूपये प्रति लीटर मिल रही है। महंगाई की मार से आम लोगों की कमर टूट चुकी है।
मोदी सरकार आम लोगों को राहत पहुंचाने के बजाय विपक्षी दलों के नेताओं, पत्रकारों, सामाजिक कार्यकर्ताओं की जासूसी करने में व्यस्त है। जब राजीव गांधी के बोफोर्स तोप सौदे मामले की जांच कराई जा सकती है तो फिर राफेल डील मामले और पेगासस जासूसी मामले की जांच मोदी सरकार द्वारा क्यों नहीं कराई जा रही है, दाल में जरूर काला है। मोदी सरकार जुमला और प्रपंच की राजनीति कर रही है, इसका ना तो कोई नीति है और ना ही कोई सिद्धांत। सिर्फ लोगों को भ्रमित कर येन-केन-प्रकारेण सत्ता में बने रहना चाहती है।
मोदी सरकार की इस झूठ और फरेब की राजनीति को देश की जनता समझ चुकी है, अब यह अधिक दिनों तक चलने वाला नहीं है। देश में लूट की खुली छूट है। महंगाई, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार से देशवासी त्रस्त हैं और मोदी सरकार बड़े-बड़े कॉरपोरेट घराने की कठपुतली बनी हुई है। युवा रोजगार की तलाश में भटक रहे हैं, अन्न पैदा करने वाले किसान सड़क पर भूखे मर रहे हैं जिसे देखने और सुनने वाला कोई नहीं है। उपर्युक्त बातें *बेगूसराय भाकपा जिला परिषद की बैठक* को संबोधित करते हुए *पार्टी राष्ट्रीय सचिव अतुल कुमार अंजान* ने कही। उन्होंने कहा कि संपूर्ण क्रांति करने वाले नेता संपूर्ण भ्रांति पैदा कर लोगों को भरमा रहे हैं। संपूर्ण क्रांति से निकले नेताओं ने संपूर्ण क्रांति के सपनों को पटना के गांधी मैदान में गाड़ दिया है। देश आक्रामक पूंजीवाद और सांप्रदायिकता के चंगुल में फंस चुका है।
इसके खिलाफ ईमानदार संघर्ष के लिए सशक्त वामपंथ ही एकमात्र विकल्प है। पार्टी के राष्ट्रीय सचिव अतुल अंजान (Atul Kumar Anjaan) ने कहा कि भाकपा देश में वामपंथ की मातृक संस्था है। भारत में वैज्ञानिक समाजवाद की विचारधारा को प्रचारित-प्रसारित कर बेहतरी के लिए लाखों-करोड़ों लोगों को गोलबंद कर संघर्ष के लिए प्रेरित करने में भाकपा की भूमिका अद्वितीय रही है। भाकपा की स्पष्ट मत है कि समता पर आधारित आर्थिक न्याय ही असमानता के खिलाफ एक मजबूत विकल्प बनेगा। इसलिए सभी वामपंथी और समाजवादी शक्तियों को एकजुट होकर देश को मौजूदा संकट से बचाने के लिए संघर्ष में उतरना चाहिए यही वक्त की पुकार है इसके लिए सशक्त भाकपा (CPI) का होना अनिवार्य है।
बेगूसराय भाकपा जिला कार्यालय कार्यानंद भवन में आयोजित जिला परिषद की बैठक में शामिल सदस्यों को संबोधित करते हुए पार्टी के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य डॉ कन्हैया कुमार (Dr. Kanhiya Kumar) ने कहा कि पार्टी को जनता के सवालों को लेकर संघर्ष तेज करना चाहिए। पार्टी की निचली कमिटी और उपरी कमिटी के बीच जीवंत संबंध कायम रखते हुए लोगों को गोलबंद करने की जरूरत है। कोरोना महामारी के दौरान पार्टी से जुड़े छात्र, युवाओं एवं कार्यकर्ताओं ने लोगों के बीच सराहनीय कार्य किया है। देश में जब दक्षिणपंथी प्रतिक्रियावादी राजनीति चरम पर है तब उसके खिलाफ जनसरोकार से जुड़े सवालों को लेकर संघर्ष तेज करना चाहिए।
बेगूसराय एक मॉडर्न जिला के रुप में विकसित किया जा सकता है जिसमें सड़क, बिजली, पानी, शिक्षा, स्वास्थ्य आदि जनसमस्याओं को दूर कर इस आधार पर जिला एक मॉडल बन सकता है। जिसकी तमाम संभावनाएं यहां मौजूद हैं। इसको लेकर पार्टी कार्यकर्ताओं को आगे बढ़ना चाहिए और छात्र-युवाओं, आम लोगों को संघर्ष के लिए गोलबंद करना चाहिए। *डॉ कन्हैया* ने कहा कि बेगूसराय में दिनकर विश्वविद्यालय की स्थापना को लेकर जिलेवासी लंबे समय से मुखर आवाज उठाते रहे हैं लेकिन सत्ताधारी दलों के नेताओं के उदासीन रवैए के कारण अब तक जिले में विश्वविद्यालय की स्थापना नहीं हो पाई है।
यह बेगूसरायवासियों के साथ विश्वासघात है। औद्योगिक राजधानी होने के बावजूद बेगूसराय जिले में बड़ी संख्या में युवा बेरोजगार हैं। उन्हें रोजगार का अवसर नहीं मिल पा रहा है। बेगूसराय का समुचित विकास युवाओं को रोजगार मुहैया कराये बिना संभव नहीं है। बेगूसराय में दिनकर विश्वविद्यालय की स्थापना, कारखानों में युवाओं को रोजगार और दक्षिणपंथी प्रतिक्रियावादी राजनीति के खिलाफ छात्र- युवाओं को गोल बंद कर पार्टी के विकास-विस्तार करने की कोशिश करने की जरूरत है। बिहार और बेगूसराय में जनवादी संघर्ष का लंबा इतिहास रहा है। अकेले बेगूसराय में पार्टी के सैकड़ों साथियों ने शहादत दी है। इस विरासत को बचाने और आगे बढ़ाने की जरूरत है।
बैठक की अध्यक्षता तेघरा विधायक रामरतन सिंह ने किया। बैठक के दौरान पार्टी जिला सचिव पूर्व विधायक अवधेश राय द्वारा पिछले कार्यों की रिपोर्टिंग, सांगठनिक स्थिति एवं आगामी कार्यक्रमों से संबंधित प्रतिवेदन पार्टी के राष्ट्रीय नेताओं की मौजूदगी में पेश किया गया। जिस पर जिला परिषद की बैठक में शामिल सदस्यों द्वारा बहस के बाद सर्वसम्मति से पारित कर 09 अगस्त क्रांति दिवस के मौक़े पर बेगूसराय कलेक्ट्रेट पर विभिन्न माँगो को लेकर आक्रोशपूर्ण प्रदर्शन करने का निर्णय लिया गया। बैठक में पूर्व विधायक राजेंद्र सिंह, बखरी विधायक सूर्यकांत पासवान, शोभा पासवान आदि पार्टी नेताओं ने भी अपने विचार रखे।