शीतलहर ने बढ़ाई मुश्किलें,जिले में अलाव की व्यवस्था ना होने से परेशान लोग
संवाददाता
गोंडा- जिले में गलन और ठिठुरन कम होने का नाम नहीं ले रही है नए वर्ष में भी लगातार शीतलहर का कहर जारी है भले ही कोहरा नहीं पड़ रहा है लेकिन ठिठुरन और गलन बरकरार है दिन में धूप निकलने से कुछ घंटों के लिए ठंड से निजात मिल जाती है लेकिन शाम होते ही लोग कब कपाती ठंड का शिकार होने लगती है और अलाव का सहारा लेने को मजबूर हो जाते हैं यह तस्वीर गोंडा के रोडवेज बस स्टॉफ की है।
जहां पर लोग अलाव का सहारा लेकर हाथ सेक रहे हैं तो वही जानवर भी ठंड के चलते अलाव का सहारा ले रहे हैं इस कड़ाके की ठंड के चलते जहां जनमानस परेशान है तो उन्होंने भी आग का सहारा लेने को मजबूर है शहर के लगभग सभी चौराहों पर जिला प्रशासन ने अलाव की व्यवस्था करा रखी है मौसम वैज्ञानिकों की माने तो आने वाले दिनों में इस कब कपाती ठंड से कोई भी निजात मिलने की संभावना नहीं है।
ऐसे में लोग ठंड से बचने के लिए गर्म कपड़े का प्रयोग करें और बहुत जरूरी होने पर रात में ही घर से बाहर निकले वहीं स्थानीय निवासी का कहना है कब कपाती वाली ठंडक है काम के लिए आखिरकार कब से निकलना पड़ता है ठंड बहुत ज्यादा है जिला प्रशासन ने व्यवस्था की है लेकिन वह न काफी है उसको और व्यवस्था करनी चाहिए। चौराहे चौराहे पर अलाव की व्यवस्था भी करवानी चाहिए और ठंडक बहुत है।