शहीद कॉमरेड सत्यनारायण सिंह की श्रद्धांजलि सभा

खगड़िया (बिहार): भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के दिवंगत बिहार राज्य सचिव, जन नेता पूर्व विधायक शहीद कॉमरेड सत्यनारायण सिंह (Shahid Comrade Satya NArayan Singh) के प्रथम पुण्यतिथि के अवसर पर बीते 2 अगस्त 2021 को उनके जन्म भूमि खगड़िया जिला के चौथम प्रखंड अंतर्गत कैथी गांव में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी खगड़िया जिला परिषद के द्वारा स्मारक का शिलान्यास एवं श्रद्धांजलि सभा आयोजित की गई। कॉ सत्यनारायण सिंह के श्रद्धांजलि सभा में जैसे जनसैलाब उमड़ पड़ा। जिला पार्टी ने सीपीआई बिहार राज्य परिषद के सदस्यों को भी श्रद्धांजलि सभा में आमंत्रित किया था। बड़ी संख्या में राज्य और बिहार के अलग-अलग जिले के पार्टी कार्यकर्ताओं ने कार्यक्रम में शिरकत किया। पूरे चौथम अंचल के इलाकों में लाल झंडे की गहमागहमी देखने को मिली। रास्ते में जगह-जगह कार्यक्रम में शामिल होने आ रहे हैं मुख्य अतिथि सीपीआई के राष्ट्रीय महासचिव कॉमरेड डी राजा, राष्ट्रीय सचिव अतुल कुमार अंजान, सीपीआई के प्रभारी बिहार राज्य मंत्री रामनरेश पांडे एवं राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य कॉमरेड डॉ कन्हैया कुमार के स्वागत की तैयारियां थी।

पार्टी के कार्यकर्ताओं ने राज्य कार्यकारिणी सदस्य प्रभा शंकर सिंह एवं सहायक जिला मंत्री पुनीत मुखिया, विभाष चंद्र बोस आदि के नेतृत्व में खगड़िया बेगूसराय जिला सीमा मोरकाही के समीप मुख्य अतिथियों का स्वागत किया और जुलूस के शक्ल में ऐनएच 31 होते हुए महेशखूंट पहुंचा। महेशखूंट में पार्टी के जिला मंत्री प्रभाकर प्रसाद सिंह, गोगरी अंचल मंत्री गणेश शर्मा, परबत्ता अंचल मंत्री कैलाश पासवान एवं जिला कार्यकारिणी सदस्य विंदेश्वरी साह आदि के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने गाजे बाजे के साथ स्वागत कर काफिले से जुड़ गया। महेशखूंट से एनएच 107 होते हुए सैकड़ों मोटरसाइकिल के साथ शानदार जुलूस के शक्ल में मुख्य अतिथियों का काफिला चौथम अंचल के करुआ मोर पहुंचा। करुआ मोर में कार्यक्रम में शामिल होने आ रहे अतिथियों के स्वागत में बड़ी तादाद में हाथों में लाल झंडा लिए लोगों का भीड़ उमड़ पड़ा और चौथम अंचल मंत्री अनिल कुमार सिंह एवं नौजवान नेता केशव कुमार के नेतृत्व में स्वागत किया गया फिर अगुवाई करते हैं कार्यक्रम स्थल की ओर बढ़ा। मुख्य अतिथियों के अभिवादन में लाल सलाम और शहीद कॉमरेड सत्यनारायण सिंह अमर रहे के नारे लगते रहे। यहां पर मोटरसाइकिल और गाड़ियों के साथ साथ घुड़सवार ओं की टोली भी काफिले से जुड़ गई। फिर यहां से कैथी के लिए जब काफिले रवाना हुई तो वह रोमांचक नजारा देखने लायक था।

श्रद्धांजलि सभा को संबोधित करते हुए सीपीआई के राष्ट्रीय महासचिव कॉमरेड डी राजा (Comrade D raja) ने कहा की शहीद कॉ सत्यनारायण सिंह बिहार में जन नेता के रूप में जाने जाते हैं। वे बिहार राज्य सचिव और राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य थे। वे बिहार के कद्दावर कम्युनिस्ट नेता थे। सभा में उन्होंने भावुक होते हुए कहा कि आज मैं यहां भाषण देने के लिए नहीं, अपने शहीद साथी को श्रद्धांजलि देने आया हूँ। कॉमरेड सत्यनारायण सिंह बिहार में सीपीआई को मजबूत करने के लिए काफी काम किया। वे सभी जन संगठनों को संगठित करके पार्टी को मजबूत बनाने का काम किया। पार्टी के लीडरशिप के अंदर सभी वर्ग संगठन एवं जन संगठनों के लोगों को शामिल कर मजबूत किया। उन्होंने सभा में आए लोगों से कहा कॉ सत्यनारायण सिंह को सच्ची श्रद्धांजलि तभी होगी जब हम पार्टी और जन संगठनों को मजबूत करने के लिए संकल्प लें। कॉमरेड सत्यनारायण सिंह हमारे पास नहीं है, लेकिन उनका विरासत हमारे पास है। उन्होंने अपना पूरा जीवन संघर्षों में बिताया। समाज को बेहतर और नया देश बनाने के लिए उन्होंने बहुत लड़ाइयां लड़ी।

हमे संविधान और लोकतंत्र को बचाने के लिए एकजुट होना चाहिए। यही कॉ सत्यनारायण सिंह चाहते थे, यही उनकी विरासत है।

श्रद्धांजलि सभा को संबोधित करते हुए सीपीआई के राष्ट्रीय सचिव अतुल कुमार अंजान (Atul Kumar Anjaan) ने कहा कि कॉमरेड सत्यनारायण सिंह एक योद्धा के रूप में याद किए जाएंगे। खगड़िया संघर्षों का इलाका है। ये राजे-राजवाड़े,सामंत जमीदारों का इलाका था। यहां बेगारी और बंधुआ प्रथा चरम सीमा पर थी। सामंतों के सामने लोगों को सर उठा कर चलने और जूते पहनने तक का अधिकार नहीं था। सामंत जुल्म ढा रहे थे। उस समय भूमिहीन गरीबों को बसाने के लिए भू माफिया से जमीन छीनने का बड़ा सवाल था। इन सभी चुनौतियों को स्वीकार करते हुए कॉमरेड सत्यनारायण सिंह ने कम्युनिस्ट पार्टी को मजबूत कर लोगों को संगठित कर सामंतों के खिलाफ लोहा लेना शुरू किया। सामंतों एवं भूमाफिया से लड़ाई में उनके कितने साथी शहीद भी हुए। उन्होंने उनके साथ बिताए पलों का संस्मरण साझा करते हुए कहा कि मैं जब खगड़िया आता था तो उनके साथ पानी में पैदल चलते हुए सुदूर ग्रामीण इलाकों में भी बड़ी बड़ी सभाएं करता था। इस दौरान बड़े-बड़े बदमाशों और गुंडों का भी सामना करना पड़ता था।

श्रद्धांजलि सभा को संबोधित करते हुए जेएनयू छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष सीपीआई के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य कॉमरेड डॉ कन्हैया कुमार (Dr. Kanhiya Kumar) ने कहा कि कॉ सत्यनारायण सिंह की सबसे बड़ी खासियत ये थी कि वे कोई भी बात लोगों के मुंह पर बोलते थे। किसी बात को लटपट या पीठ पीछे नहीं बोलने का काम करते थे। उन्हें किसी से कोई परहेज नहीं था, हर एक बात वे बेबाकी से बोलते थे। उन्होंने कहा कॉ सत्यनारायण सिंह पुलिस अधिकारी, जिला अधिकारी या कोई भी प्रशासनिक अधिकारी हो डपटकर बात करते थे और यही उनकी पहचान थी। उन्होंने कहा कि एक घटना मेरे सामने का है बिहार के एक जिले में दंगा हो रहा था, सत्यनारायण बाबू ने डीआईजी को फोन किया। डीआईजी साहब उधर से अंग्रेजी में समझाने लगे और इधर से सतनारायण बाबू ने हिंदी में उन्हें गाली दे दिया। वह गलत चीज कभी बर्दाश्त नहीं करते थे और वेद जिद्दी स्वभाव के व्यक्ति थे। उन्होंने कहा कि आज हम सबके सामने सबसे बड़ी चुनौती यह है कि कैसे हम उस लड़ाई को मजबूती से लड़े जिसको लेकर कॉमरेड सत्यनारायण बाबू संघर्ष कर रहे थे।

सभा को सीपीआई के प्रभारी बिहार राज्य मंत्री रामनरेश पांडे, बिहार के प्रसिद्ध चिकित्सक, स्वामी सहजानंद सरस्वती आश्रम बिहटा के सचिव डॉ सत्यजीत, बिहार खेत मजदूर यूनियन के महासचिव जानकी पासवान, बिहार राज्य किसान सभा के महासचिव अशोक प्रसाद सिंह, बिहार एटक के अध्यक्ष अजय कुमार सिंह, सीपीआई के राज्य सचिव मंडल सदस्य प्रमोद प्रभाकर, ओम प्रकाश नारायण, तेघरा विधायक राम रतन सिंह,बखरी विधायक सूर्यकांत पासवान, बिहार महिला समाज की राज्य सचिव राजश्री किरण,एआईएसएफ के राष्ट्रीय सचिव सुशील कुमार, एआईवाईएफ के राज्य सचिव रोशन कुमार सिन्हा, सीपीआई के खगड़िया जिला सहायक मंत्री रविन्द्र यादव एवं पुनीत मुखिया आदि लोगों ने संबोधित किया।

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