विधायक जी एक पुल दिजिए नहीं तो हम सभी ग्रामवासियों की सिर लिजिए-निजी निवासी
सम्राट कुमार (बेतिया/सिकटा): सिकटा प्रखण्ड के माँसवास पंचायत के भेड़िहारवा ग्राम कि सबसे बड़ी दिक्कत देखने को मिल रहा है।
जहाँ पर सबसे बड़ी समस्या नहीं बस एक छोटी सी समस्या हैं, वो एक पुल भेड़िहारवा गाव में पहले से तो एक पुल हैं।
लेकिन गावों वालों के लिए यह पुल नहीं एक मौत कि घंटी नजर आता हैं। मौत घंटी क्यों नजर आता है वो समस्या हैं।
इस पुल कि नहीं तो साइड से रेलिंग है और नहीं लगभग 50 साला पुरानी इस पुल कि आज तक रिपेयरिंग नहीं हुई जिससे कारण इससे बहुत बड़ी कि संख्या में यहाँ पर घटना घट चुकीं हैं।
लेकिन यहाँ के पूर्व जनप्रतिनिधि और वर्तमान जनप्रतिनिधि आज तक कुछ नहीं कर पाये हैं जिससे गाँव वालों की कहना है कि यहाँ पर एक वोर स्कूल हैं तो दुसरी वोर मुसलमान भाई कि मदरसा यहाँ पर जितनी दिक्कत हिन्दू कि बच्चों की हैं।
उतनी ही दिक्कत मुसलमान के बच्चों की दिक्कत हैं।
लेकिन वहाँ जनप्रतिनिधि कान में तेल डाल कर सो गये हैं। अभी कोरोना काल स्कूल और मदरसा दोनों बंद हैं लेकिन अब गाँवों वाली समस्या और भी बढ़ गई हैं।
क्योंकि अब बच्चों कि टेन्शन तो खत्म हैं लेकिन माल जाल कि टेन्शन बढ़ गई है। प्रत्येक दिन वहाँ एक गाय नहीं एक भैस कि उस पुल से नीचे गिरना तो निश्चित हैं।
उस माल जाल से जादें दिक्कत वहाँ के गरीब मजदूर कि हैं जो देर बाहर से आपना मजदूरी करके घर आतें हैं जहाँ जे अंदाज इधर उधर हुआ ताईसे वह मजदूर पुल से निचे फिर उस गरीब मजदूर कि इलाज के आप सोच रहे होगें निजी अस्पताल में दवा करा दिया जाता होगा लेकिन वैसे नहीं वहाँ इलाज कराने कि तो आजतक अस्पताल कि तो व्यवस्था ही नहीं है।