
वामपंथी पार्टियों द्वारा 15 जुलाई को उड़ीसा बंद
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नई दिल्ली। वामपंथी पार्टियों-भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी, भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (मा), भाकपा-एम (लिबरेशन) और फाॅरवार्ड ब्लाॅक ने पेट्रोल, डीजल, रसोई गैस और अन्य आवश्यक वस्तुओं की बढ़ती कीमतों के खिलाफ 15 जुलाई को 6 बजे सुबह से 12 बजे तक छह घंटे उड़ीसा बंद का आह््वान किया है।
8 जुलाई को भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के राज्य सचिव आशीष कानूनगो ने प्रैस को संबोधित करते हुए कहाः ‘‘पेट्रोल, डीजल और रसोई गैस और अन्य आवश्यक वस्तुओं की कीमतों को लगातार बढ़ाकर केंद्र सरकार जनता को लूटने की साजिश पर काम कर रही है। कोविड-19 महामारी के कारण आम लोगों की रोजी-रोटी गंभीर रूप से प्रभावित हुई है। ऐसे र्में इंंधन और आवश्यक वस्तुओं की महंगाई ने लोगों का जीवनयापन मुश्किल कर दिया है।
सरकार के इस अमानवीय रवैये की जितनी भत्र्सना की जाए कम है। अतः लगातार बढ़ती महंगाई के खिलाफ वामपंथी पार्टियों ने 15 जुलाई को राज्यव्यापी बंद का आह््वान किया है। बंद सुबह 6 बजे से शुरू होकर दोपहर के 12 बजे तक चलेगा। बंद के समय में सड़कों पर वाहन नहीं चलेंगे और दुकानें और अन्य कारोबारी संस्थान बंद रहेंगे।’’
उन्होंने कहा कि ‘‘ कंेद्र और राज्य सरकारों से हमारी मांग है कि डीजल और पेट्रोल पर अपना-अपना टैक्स घटाएं और अन्य आवश्यक वस्तुओं की कीमतों पर लगाम लगाएं। कालाबाजारियों, जमाखोरों और मुनाफाखोरांे के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए। कोविड-19 महामारी के कारण पैदा हुए संकट और सभी आवश्यक वस्तुओं की महंगाई को देखते हुए राज्य में 10 किलो चावल प्रति परिवार प्रति सप्ताह देने की व्यवस्था की जानी चाहिए।’’
कांग्रेस की उड़ीसा इकाई ने भी 15 जुलाई को बंद का समर्थन किया है।