राष्ट्रव्यापी बैंक हड़ताल से बैंकों में काम काज पूर्णतः ठप्प

भोपाल। यूनाइटेड फोरम आफ बैंक यूनियंस जिसमें 9 बैंक कर्मचारी-अधिकारी संगठन शामिल हैं, जो देश के करीब शत-प्रतिशत बैंक कर्मियों का प्रतिनिधित्व करते हैं, के आह्वान पर देश भर के 10 लाख, मध्य प्रदेश के 40000 एवं राजधानी भोपाल के 5000 बैंक कर्मचारी एवं अधिकारी, बैंकों के निजीकरण एवं प्रतिगामी बैंकिंग सुधारों के विरोध में आज 16 मार्च 2021 को पुनः हड़ताल पर रहे।

हड़ताल के कारण सभी सरकारी क्षेत्र के बैंकों, क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों एवं पुराने निजी क्षेत्र के बैंकों में काम काज ठप्प रहा। राजधानी भोपाल में कलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी महोदय द्वारा धरना-प्रदर्शन आदि पर रोक लगाए जाने के कारण यह कार्यक्रम नहीं किए जा सके।

हड़ताल के दिन हड़ताली बैंक कर्मियों द्वारा कोरोना प्रोटोकाॅल एवं जिला प्रशासन द्वारा जारी नियमों को ध्यान में रखते हुए बैंकों के निजीकरण के विरोध में पर्चे वितरित किए।

आम-जन एवं बैंक के ग्राहकों की अनुमति से उनके वाहनों पर ”हम निजीकरण का विरोध करते हैं“ के स्टीकर लगाए। सारे दिन बैंक कर्मियों द्वारा ट्विटर, फेसबुक, व्हाट्सएप एवं अन्य सोशल मीडिया के माध्यम से बैंकों के निजीकरण के विरोध में प्रचार प्रसार किया गया।

फोरम के पदाधिकारी गण साथी वी.के. शर्मा, संजीव सबलोक, अरुण भगोलीवाल, मदन जैन, दीपक रत्न शर्मा, नलिन शर्मा, नजीर कुरेशी, आशीष तिवारी, एम.एस. जयशंकर, संजय कुदेशिया, संतोष जैन, वी.एस. नेगी, सुनील सिंह, अंबर नायक, जे.पी. झंवर, रंजीत सिंह, प्रदीप बिलाला आदि, हड़ताल के दिन सभी बैंकों के अधिकारी एवं कर्मचारियों के संपर्क में रहे।

इस दौरान इन्होंने अपने अपने कार्यक्षेत्र की बैंकों की शाखाएँ एवं कार्यालयों की भी निगरानी की। इस कारण हड़ताल शत-प्रतिशत सफल रही।

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