राजस्थान की ट्रेड यूनियनें के कार्यकर्ताओं किसानों का साथ देने के लिए शाहजहाँपुर पहुंचे
शाहजहाँपुर: राजस्थान ट्रेड यूनियनों ने तीन कृषि कानून और बिजली संशोधन विधेयक के खिलाफ आंदोलनकारी किसानों को अपनी एकजुटता और समर्थन देने करने के लिए शाहजहाँपुर तक मार्च किया। वे 4 श्रम संहिता के खिलाफ और श्रमिकों और किसानों के बीच बढ़ती एकता के पक्ष में नारे भी लगाए। इनमें एटक, इंटक, एचएमएस, सीटू और आरसीआईटीयू यूनियनों के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने जुलूस में हिस्सा लिए।
AITUC महासचिव अमरजीत कौर और राष्ट्रीय सचिव विद्या सागर गिरि, कुणाल रावत, पक्षीराम सैनी और धरमवीर, INTUC से जगदीश श्रीमाली, HMS से मुकेश माथुर, CITU से रविंदर शुक्ला, RCITU से रामपाल जुलूस नेतृत्व किया। AITUC महासचिव अमरजीत कौर ने आंदोलनकारी किसानों को संबोधित किया और उन्हें देश के श्रमिक वर्ग से निरंतर समर्थन का आश्वासन दिया। उन्होंने किसान आंदोलन को बदनाम करने के लिए दुष्प्रचार करने वाले प्रचारकों की निंदा की।
सरकार ने आंदोलन के कार्यकर्ताओं और नेताओं को परेशान करने, डराने और धमकाने के लिए अपने संसाधनों और सभी संसाधनों का उपयोग कर रही है। संबोधित करते हुए उन्होंने आगे कहाकि किसानों ने सरकार द्वारा छेड़े गए सभी आरोपों और उत्पीड़न का डट कर सामना किया और श्रमिकों और किसानों के निजीकरण और भारतीय और विदेशी कॉर्पोरेट्स की लूट की नीतियों का विरोध किया। गणतंत्र दिवस परेड के बाद 26 जनवरी को किसान ट्रैक्टर मार्च सहित सभी कार्रवाई कॉल का ट्रेड यूनियन सक्रिय रूप से समर्थन कर रहे हैं।