ये इश्क ये वफा क्या क्या जानते हो
ये इश्क,ये वफा,क्या क्या जानते हो,
कहो उनके बारे में क्या जानते हो ?
पढ़ी है,किताबें इलम की बहुत सी,
क्या उनके दिलों का पता जानते हो ?
कई बार गुज़रे गली से हां उनकी,
बताओ क्या उनका खुदा जानते हो ?
कहने को उनको बहुत कुछ है दिल में
कैसे करें पर बयां जानते हो ?
मेरी हर नमाजों में,मन्नत में वो है,
बताऊं तुम्हें बात या जानते हो ?
उन्हीं की खातिर खुदा से लड़े हम
खुदा भी था उनपे फनां जानते हो !
ये आनंद तभी से फिदा है उनपर
देखा जो उनका हया जानते हो !
आनंद यादव
पुर्णिया, बिहार