बैंक ऑफ महाराष्ट्र ने किया करार, प्रोजेक्ट ‘बैंक सखी’ की मदद करेगा महाग्राम

नई दिल्ली। सरकारी क्षेत्र के बैंक ऑफ महाराष्ट्र ने ओडिसा में अपने बैंक सखी प्रोजेक्ट को फाइनेंशियल टेक्नोलॉजी और इंफ्रास्ट्रक्चर को मदद करने के लिए फिनटेक कंपनी महाग्राम के साथ करार किया है। इसके तहत कंपनी ने भारत एटीएम प्लेटफॉर्म पर 11,000 से अधिक बैंक सखियों (महिलाओं) को जोड़ा है।

इसका उद्देश्य गांवों के नागरिकों को उनके दरवाजे या किराना स्टोर पर बुनियादी बैंकिंग सेवाओं का फायदा दिया जा सके जिससे इन इलाकों में फाइनेंशियल इंक्लूजन को बढ़ावा मिले। चूंकि आबादी के एक बड़े हिस्से के पास अभी भी बैंकों की पहुंच नहीं है। साथ ही बुनियादी बैंकिंग सेवाओं का फायदा उठाने के लिए लोग वित्तीय रूप से साक्षर नहीं हैं। इसलिए महाग्राम ऐसे वर्गों तक पहुंचने का प्रयास करता है।

महाग्राम के बिजनेस डायरेक्टर वासुदेव फडनीस ने कहा कि “पिछले कुछ वर्षों में महाग्राम ने गांवों को डिजिटाइज़ करने में मदद करने के लिए नवीन बैंकिंग और फाइनेंशियल टेक्नोलॉजी पर ध्यान केंद्रित करने वाली एक टेक कंपनी के रूप में खुद के लिए एक जगह बनाई है। खुदरा दुकानों की 7 लाख चेन के अपने विशाल नेटवर्क के माध्यम से ग्रामीण, अर्ध-शहरी और शहरी बाजारों तक पहुँच बनाने का इसका लक्ष्य है।”

महाग्राम खाता खोलने, आधार-आधारित भुगतान सेवाएं और विभिन्न बैंकिंग सेवाएं प्रदान करता है जहां कोई बैंक नहीं है। उन्होंने कहा कि बैंक ऑफ महाराष्ट्र के साथ यह करार ओडिशा के लोगों को घर-घर और परेशानी मुक्त बैंकिंग सेवाएं प्रदान करेगा। हम एक फिनटेक कंपनी के रूप में बैंकिंग सेवाओं के साथ सभी गैर-बैंकिंग क्षेत्रों को कवर करने के सरकार की मंशा के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं।

महाग्राम वर्तमान में लगभग 15000 पिन कोड की सर्विसिंग कर रहा है। लगभग 7 लाख से ज्यादा रिटेल पार्टनर्स के डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क के माध्यम से बुनियादी बैंकिंग, ई-गवर्नेंस और अन्य BFSI सेवाएं प्रदान कर रहा है। कंपनी ने पश्चिमी, उत्तर और पूर्वोत्तर राज्यों में मजबूत पैठ के साथ 17 राज्यों में विस्तार किया है।

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