फेसबुक ने अनुदान प्रदान करने के लिए गैर-लाभकारी संस्थाओं से आवेदन किए आमंत्रित

बिजनेस

दिल्ली: फेसबुक इंडिया ने आज द नज सेंटर फॉर सोशल इन्‍नोवेशन द्वारा समर्थित अपनी सीएसआर पहल फेसबुग प्रगति के लिए महिला नेतृत्‍व वाले गैर-लाभकारी संगठनों से आवेदन आमंत्रित करने की घोषणा की है। यह पहल, जो अपने दूसरे वर्ष में प्रवेश कर चुकी है, महिलाओं से संबंधित मुद्दों (जैसे उद्यमशीलता, डिजिटल समावेशन, प्रौद्योगिकी और स्‍वास्‍थ्‍य) पर काम कर रहे शुरुआती चरण के महिला-नेतृत्‍व वाले गैर-लाभकारी संगठनों को प्रेरित और विकसित करेगी। इस साल, फेसबुक प्रगति प्रत्‍येक गैर-लाभकारी संस्‍था को अपने काम का विस्‍तार करने के लिए प्रत्‍येक को 50 लाख रुपये का अनुदान प्रदान करेगी।

फेसबुक प्रगति के पहले साल के परिचालन में, चार असाधारण महिला-नेतृत्‍व वाले गैर-लाभकारी संगठनों का चयन 1326 आवेदनों में से किया गया और अनुदान एवं 6-12 माह के लिए मार्गदर्शन के माध्‍यम से उन्‍हें समर्थन दिया गया। कोविड-19 ने भारतीय गैर-लाभकारी क्षेत्र को बुरी तरह से प्रभावित किया है, अधिकांश संगठनों के वार्षिक राजस्‍व में भारी कमी देखी गई, वहीं वित्‍त वर्ष 2021 में अपने वार्षिक राजस्‍व से तीन गुना अधिक प्राप्‍ति के साथ प्रगति के शुरुआत वर्ष में अनुदान प्राप्‍त करने वाले इससे अछूते रहे। वित्‍त वर्ष 2022 में और अधिक बड़ा आधार तैयार करने की योजना बनाई गई है।

अजीत मोहन, उपाध्‍यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, फेसबुक इंडिया ने कहा, “फेसबुक हमेशा अपने प्‍लेटफॉर्म के माध्‍यम से समावेशिता को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध रहा है। हमारा दृढ़ विश्‍वास है कि सही डिजिटल प्रशिक्षण और संसाधनों के साथ, महिला नेतृत्व वाले छोटे व्‍यवसाय अपने और अपने समुदायों के लिए एक सकारात्‍मक आर्थिक प्रभाव उत्‍पन्‍न कर सकते हैं।

भारत में महिला उद्यमियों पर कोविड के प्रभाव ने विशाल लिंग भिन्‍नता को और बढ़ा दिया है। हमनें महिला उद्यमियों को उनकी विकास यात्रा में मदद करने के लिए पिछले साल फेसबुक प्रगति की शुरुआत की गई थी और पहले चार लाभार्थी व्‍यवसायों की सफलता से हम बहुत प्रेरित हैं। हम इसके दूसरे चरण की घोषणा करते हुए काफी रोमांचित हैं और नज फाउंडेशन और हमारे साथ इस पहल का हिस्‍सा बनने के लिए ऐसे ही और रोमांचक संगठनों का इंतजार कर रहे हैं।”

अक्षय सोनी, प्रबंध निदेशक, द नज एक्‍सलरेटर, ने कहा, “कोविड के परिणामस्‍वरूप भारत और दुनिया भर में महिलाओं पर नकारात्‍मक प्रभाव पड़ा है, इससे लिंग भिन्‍न्‍ता को कम करने के लिए वर्षों किए गए काम को पूर्ववत कर दिया है। इस स्थिति में, द नज सीएसआई देश में सबसे वंचित लेकिन अक्‍सर उपेक्षित वर्गों में से एक महिलाओं के लिए केंद्रित महिला नेतृत्‍व वाली गैर-लाभकारी संस्थाओं को एक सही बिल्डिंग ब्‍लॉक्‍स प्रदान करने के लिए लगातार दूसरे साल फेसबुक के साथ भागीदारी करने के लिए खुश है।”

अनुदान के अतिरिक्‍त, फेसबुक प्रगति के लिए चुने गए प्रत्‍येक गैर-लाभकारी संस्‍था को प्राप्‍त होगा:

• मार्गदर्शन: प्रतिष्ठित इंडस्‍ट्री लीडर्स, जिन्‍होंने लाभ या गैर-लाभकारी संगठनों के लिए पैमाने का निर्माण किया है, द्वारा वन-ऑन-वन रणनीतिक मार्गदर्शन प्रदान किया जाएगा ताकि प्रत्‍येक संस्‍थापक को अपने गैर-लाभ के पैमाने पर बाधाओं को पार करने में मदद मिल सके।
• वित्‍त पोषण: टेक्‍नोलॉजी, टार्गेटिंग और स्‍टोरीटेलिंग सहित, के माध्‍यम से गैर-लाभकारी संस्‍थाओं की वित्‍त पोषण रणनीति में सुधार के साथ, यह कार्यक्रम गैर-लाभकारी संस्‍थाओं को सीखने में सक्षम बनाने के लिए वित्‍तपोषकों के साथ आमने-सामने बैठकों के आयोजन को भी सुनिश्चित करेगा।
• संगठनात्‍मक क्षमता निर्माण: कार्यक्रम गैर-लाभकारी संस्‍थाओं के भीतर मार्केटिंग, एचआर और टेक्‍नोलॉजी के क्षेत्र में कार्यात्‍क मार्गदर्शकों के माध्‍यम से दूसरे स्‍तर की क्षमता के निर्माण पर काम करेगा। स्थिरता बनाने के अलावा, यह संगठन के संस्‍थापक को रणनीतिक विकास के लिए समय प्रदान करेगा, परिणामस्‍वरूप यह तेजी से आगे बढ़ेगा।
• फेसबुक के साथ सहयोग: कार्यक्रम फेसबुक प्‍लेटफॉर्म पर गैर-लाभकारी में विशेषज्ञ बनने के लिए फेसबुक टीम से गहन प्रशिक्षण की भी पेशकश करेगा, जिससे वह वास्‍तव में फेसबुक इंडिया की पहुंच का लाभ उठा सकेंगे, और अपने प्रभाव को अधिक व्‍यापक बना सकेंगे।

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