पुलिस चौकी के बगल चोरी, पुलिस के दावों की उड़ी धज्जियां
गोंडा ।चोरों का सिलसिला लगातार जारी मसकनवा पुलिस चौकी के ठीक बगल आज्ञत चोरों ने एक घर में सेंध काट कर चोरी की बड़ी घटना को अंजाम दिया। चौकी पुलिस को इसकी भनक तक नहीं लगी। चोरों का गढ़ बना थाना छपिया।
मसकनवा कस्बा चोरों के आतंक कराह रहा है।पुलिस रात में गष्त में करने के बजाय कहां रहती है । ये तो उनके आला अधिकारी ही बता सकते। कानून-व्यवस्था इस कदर चौपट है कि चोर-बदमाशों को पुलिस का जरा भी खौफ नहीं है। पीड़ित ने पुलिस में तहरीर दी है ।
मुकदमा दर्ज हो गया। शनिवार की बीती रात अज्ञात चोरों ने सुमन पाण्डेय के घर में पीछे से सेंध काट कर हजारों के सामान की चोरी की।दिये गये तहरीर में पीड़ित ने बताया है कि वह बस्ती अपने छोटे बेटे के पास घर बंद करके गया था। रविवार को लौटा। घर खोला तो देखा कि घर के पीछे फाटक के दीवार में सेंध लगाया। दीवार के ऊपर के जगले का सरिया काट कर आंगन में घुस आये। दरवाजे और चैनल का ताला काट कर रसोई घर के दरवाजे की कुंडी खोल कर घर के अंदर घुस आये।
घर में रखा पीतल के कीमती बर्तन, चार गैस सिलेंडर, चूल्हा, गृहस्थी का सामान, इलेक्ट्रिक आयरन, लिंक लाक, गोदरेज लाक, चुरा ले गये।सभी बक्सों की कुंडी और अलमारी का लाक तोड़ दिया। एक सोने की अंगूठी एवं अलमारी में रखी नगदी चुरा ले गये।
घर का सामान बिखेर दिया। सूचना पाकर एस ओ संजय कुमार तोमर और चौकी प्रभारी मसकनवा अरूण कुमार राय ने घटना स्थल का जायजा लिया। सवाल यह उठता है जब पुलिस चौकी के पास के लोग सुरक्षित नही है तो कस्बे और गांव, बैंक कैसे सुरक्षित रहेंगे। पुलिस डायरी में रात्रि गश्त के नाम पर दारोगा-सिपाही की ड्यूटी लगती है। तो क्या यह समझा जाए कि पुलिस की निगरानी में ही चोरों ने अपने हाथ खोले थे।