नौजवानों के शान्तिपूर्ण प्रदर्शन पर बर्बर हमला

देश—विदेश

सुबोध दत्ता
कोलकत्ताः पश्चिमी बंगाल के युवाओं और छात्रों की कदमताल से राज्य प्रशासन हिल उठा। वामपंथी दलों और सहयोगी दलों एवं कांग्रेस के छात्र एवं युवा संगठनों ने राज्य प्रशासन के मुख्यालय नबन्ना की तरफ 11 फरवरी को शिक्षा के लिए ठीक माहौल बनाने, सभी को रोजगार मुहैया कराने, एसएससी, पीएससी, सीएससी के माध्यम से पारदर्शी तरीके से भर्ती करने आदि की मांगों को लेकर मार्च का आयोजन किया था। युवाओं ने तृणमूल कांग्रेस से रिलीज आर्डर के साथ मार्च किया था।


राज्य भर से आये हजारों छात्र और नौजवान राजा सुबोध मलिक चैक पर लगभग 11.15 बजे एकत्र हुए और युवाओं के आदर्श नेताजी सुभाष चन्द्र बोस की मूर्ति पर माल्यार्पण किया। एआईवायएफ के राज्य सचिव तपस सिन्हा, डीवायएफाई के राज्य सचिव स्यानदीप मित्रा, आरवायएफ के सब्यसाची भट्टाचार्य, अदुर राउफ, कौशिक भौमिक और अन्य युवा और छात्र नेता इस समय पर मौजूद थे।

काॅलेज स्ट्रीट का इलाका सुबह 11 बजे से ही पूरी तरह से छात्रों और नौजवानों के कब्जे में था। मार्च को सफल बनाने के लिए हावडा, सियालदाह और कोलकत्ता स्टेशन से रैलियों के आयोजन किये गये थे। जो चलकर काॅलेज स्ट्रीट पहुंचे थे।

काॅलेज स्ट्रीट पर एक छोटी सभा का आयोजन किया गया। एआईवायफ के तपस सिन्हा, एआईएसएफ के सैकत गिरि, डीआईएफआई के स्यानदीप मित्रा, डीआईएफआई की मीनाक्षी मुखर्जी, एसएफआई के मोहित विश्वास और सृजन भट्टाचार्य, आदित्य जोयारदर, कौशिक भौमिक, संजय बसु ने संक्षेप में अपने विचार सभा में रखे। वक्ताओं ने कहा कि भाजपा और टीएमसी एक ही सिक्के के दो पहलू हैं।

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