तीन काले कानूनो के खिलाफ दिल्ली के बार्डरो पर धरना दे रहे किसानों को हरियाणा के जनसंगठनों का समर्थन

दरियाव सिंह कश्यप

पानीपत – भाजपा की केन्द्र सरकार द्वारा कृषि सुधार के नाम पर लाए गये तीन काले कानूनों के खिलाफ हरियाणा किसान सभा एवं हरियाणा खेत मजदूर यूनियन के कार्यकर्ता पहले ही धरने प्रदर्शन एवं भुखहड़ताल कर चुके हैं । गत 26 नवमबर की देशव्यापी हड़ताल व ग्रामीण भारत बंद के दौरान भी एटक सहित अन्य जन संगठनों की व्यापक भागदारी रही ।

पंजाब और हरियाणा के किसान संगठनों द्वारा हरियाणा सरकार के दमनकारी कदमों का मुकाबला करते हुए 27 नवम्बर 2020 को दिल्ली-हरियाणा की सीमा (सिंघु बार्डर एवं टीकरी बार्डर)पर धरना लगाया गया । इस दिन हरियाणा किसान सभा, खेत मजदूर यूनियन एवं एटक के सैंकडों कार्यकर्ता सिरसा, हिसार, पानीपत, यमुनानगर, सोनीपत से इस एतिहासिक कार्यवाही में शामिल हुए ।


सिरसा के हरियाणा किसान सभा के कई नेता तो 25 नवम्बर 2020 को दिल्ली में प्रवेश कर गये और विभिन्न गुरुद्वारों में ठहरे साथ ही पुलिस हिरासत में भी कुछ समय गुजारा । इसके अलावा सिंघु बार्डर व टीकरी बार्डर पर हरियाणा किसान सभा, हरियाणा खेत मजदूर यूनियन, एटक और ए.आई.वाई.एफ. के साथी किसान धरने का समर्थन करते रहे हैं । 2 दिसम्बर 2020 को हरियाणा किसान सभा के प्रदेश अध्यक्ष गुभजन सिंह के नेतृत्व में यमुनानगर के साथी ट्रेक्टर ट्राली में सवार होकर सिंघु बार्डर गये और 3 दिसम्बर को वापस गये ।


गत 28 दिसम्बर 2020 को पानीपत में ए.आईके.एस., बी.के.एम.यू., ए.आई.टी.यू.सी., ए.आई.वाई.एफ. के राज्य स्तरीय नेताओं की मिटिंग सम्पन्न हुई । इस मिटिंग को एटक के राष्ट्रीय सचिव बंतसिंह बरार, बी.के.एम.यू. के राष्ट्रीय महासचिव गुलजार सिंह गोरिया ने संबोधित किया । इस मिटिंग में तय किया गया कि सिंधु बार्डर पर व टीकरी बार्डर पर प्रत्येक जिले के जनसंगठनों के कार्यकर्ता भारी संख्या में किसानों की मांगों का समर्थन करने के लिए जायेंगें ।

इस फैसले के अनुसार 1 जनवरी 2021 को ए.आई.वाई.एफ. के कार्यकर्ता प्रदेश महासचिव सत्येन्द्र गिरि एवं हरियाणा किसान सभा के प्रदेश उपाध्यक्ष धर्मपाल सिंह चैहान के नेतृत्च में सिंघु बार्डर पर चल रहे धरने में शामिल हुए । धर्मपाल सिंह चैहान ने धरने को संबोधित किया और हरियाणा की ओर से आंदोलन का पुरजोर समर्थन दिया ।

2 जनवरी 2021 को हरियाणा किसान सभा के प्रदेश महासचिव सतपाल सिंह बेनीवाल के नेतृत्व में करनाल के किसान सभा एवं खेत मजदूर यूनियन के कार्यकर्ताओं ने सिंघु बार्डर पर जाकर धरने में भागेदारी की ।

3 जनवरी को हरियाणा किसान सभा, आल इंडिया यूथ फैडरेशन एव ंबी.के.एम.यू. के कार्यकर्ता सत्येन्द्र गिरि एवं दरियाव सिंह कश्यप के नेतृत्व में सिंघु बार्डर पर चल रहे धरने में शामिल हुए । बी.के.एम.यू. के महासचिव गुलजार सिंह गोरिया, एन.एफ.आई.डब्ल्यू. की महासचिव एनी राजा, ए.आई.एस.एफ. के महासचिव विक्की महेश्वरी से भी सोनीपत के कार्यकर्ताओं ने मुलाकात की ।

हरियाणा मंडी मजदूर यूनियन एवं हरियाणा किसान सभा जिला जींद के कार्यकर्ताओं ने 3 जनवरी को टीकरी बार्डर पर जाकर संघर्षरत किसानों का क्रांतिकारी समर्थन किया । मंडी मजदूर यूनियन के महासचिव सतपाल सरोवा व हरियाणा किसान सभा के नेता अमरजीत ने साथियों का नेतृत्व किया ।

जिला यमुनानगर के हरियाणा किसान सभा, हरियाणा खेत मजदूर यूनियन व एटक के कार्यकर्ता धर्मपाल सिंह चैहान के नेतृत्व में 3 जनवरी की शाम सिंघु बार्डर पर धरने में शामिल हुए । इन सभी साथियों ने बार्डर पर चल रहे संास्कृतिक कार्यक्रमों को देखा, सुना और 4 जनवरी को तीनों काले कानूनों को रद्द करने तक आंदोलन चलाने की प्रेरणा लेकर वापस रवाना हुए ।

बी.के.एम.यू. के केन्द्रीय नेतृत्व के साथ हरियाणा खेत मजदूर यूनियन के प्रदेश उपाध्यक्ष दरियाव सिंह कश्यप 1 दिसम्बर से 3 दिसम्बर तक सिंघु बार्डर व टीकरी बार्डर पर रहे ।

7 दिसम्बर को एटक के राष्ट्रीय सचिव बंतसिंह बरार के साथ व 18 दिसम्बर, 23 दिसम्बर को पानीपत, सोनीपत के साथियों के साथ सिंघु बार्डर पर समर्थन व्यक्त करने गये ।

27 नवम्बर के बाद आल इंडिया किसान संघर्ष समन्वय समिति के आह्वान पर हरियाणा किसान सभा, एटक, ए.आई.वाई.एफ. एवं खेत मजदूर यूनियन के कार्यकर्ताओं ने राज्य भर में भारत बंद, टोल फ्री आंदोलन, जिला स्तरों पर चल रहे धरने प्रदर्शनों में भाग लिया । इनमें गुरुग्राम में मुरली कुमार, अनिल पंवार, सिरसा के पक्का मोर्चा में स्वर्ण सिंह विर्क, तिलकराज विनायक, डा0 सुखदेव जम्मू आदि कार्यकर्ताओं की सराहनीय भूमिका रही ।

सुचान मोड़ के पास भावदीन टोल पर चल रहे धरने में हरियाणा किसान सभा के कार्यकर्ता अग्रणी रुप से भाग ले रहे है । रानिया में रिलायंस के विरोध में हरियाणा किसान सभा की सक्रिय भागेदारी है ।

यमुनानगर के बिलासपुर एरिया में धर्मपाल सिंह चैहान, हरभजन सिंह संघु, गुरभजन सिंह, राम करण शर्मा, अग्रणी भूमिका निभा रहे है । मिलक माजरा टोल प्लाजा पर चल रहे टोल फ्री कार्यक्रम में डा0 कर्ण सिंह चैहान, विजयपाल सिंह आदि साथी पूरी सरगर्मी से लगे हैं ।
किसान नेता बीरभान जांगडा, मनीराम बेलरखा, अमरजीत आदि साथियों सहित बद्दोवाल टोल प्लाजा व दातासिंह वाला बार्डर पर लगातार धरनों में शामिल हो रहे हैं । वहीं हिसार के दोनों ओर टोल प्लाजा पर चल रहे धरने में रुपसिंह अन्य साथियों के साथ डटे हुए हैं । हरियाणा किसान सभा के प्रांतीय महासचिव सतपाल सिंह बैनीवाल, पक्का खेड़ा मोड़ टोल प्लाजा व बसताड़ा टोल पर हरियाणा किसान सभा की उपस्थिति दर्ज करा रहे हैं ।

पानीपत में पवन कुमार सैनी, मामचंद सैनी, सेवा सिंह मलिक, जमशेद राणा, रामरतन सैनी आदि काले कानूनों के विरोध में जनजागरण अभियान चला रहे हैं और पानीपत के दोनों टोल प्लाजा पर चल रहे धरनों में भाग ले रहे हैं । सोनीपत के साथी बारी-बारी से सिंघु बार्डर पर चल रहे धरने में भाग ले रहे हैं और ग्रामीण क्षेत्र में काले कानूनों के खिलाफ जगरुकता अभियान भी चला रहे है ।

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