
झंडारोहण कर मनाया गया भाकपा का 96वां स्थापना दिवस
|
आजमगढ़

विभिन्न क्रांतिकारी ग्रुपों ने 26 दिसंबर 1925 को कानपुर में अन्याय, अत्याचार, शोषण तथा जमींदारी प्रथा के खिलाफ देश की आजादी, समानता एवं वैज्ञानिक समाजवाद के लक्ष्य के लिए भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी की स्थापना की गयी। स्थापना समारोह में 500 पर्यवेक्षकों सहित 60 प्रतिनिधि उपस्थित थे। एस वी घाटे, मुजफ्फर अहमद, मौलाना हरसत मोहानी, सत्यभक्त, एस सिंगारवेलु चेट्टियार, आदि प्रमुख क्रांतिकारी उपस्थित थे। इस सम्मेलन में चेट्टियार अध्यक्ष तथा घाटे महासचिव चुने गये।
स्वागत समिति के अध्यक्ष मौलाना हसरत मोहानी थे। अम्बारी में मनाये जाने वाले समारोह में उत्तर प्रदेश किसान सभा के अध्यक्ष इम्तयाज बेग, भाकपा के जिला मंत्री खरपत्तू राजभर, रामाज्ञा यादव, दुर्बली राम, राम चन्द्र यादव, मखणू राजभर, महेन्द्र, कमलेश, लल्लन यादव आदि ने अपने विचार व्यक्त किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता रामनेत यादव तथा संचालन किसान सभा के जिलामंत्री रामअजोर यादव ने किया।
गाजियाबाद
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी की जिला इकाई ने यहां शहीदनगर स्थित कैम्प कार्यालय में पार्टी का 96वां स्थापना दिवस मनाया। इस अवसर पर लखनऊ से आये खेत मजदूर यूनियन के राष्ट्रीय सचिव फूलचंद यादव ने बतौर मुख्य अतिथि झंडारोहण किया तथा पार्टी की नीतियों के बारे में विस्तार से बताया। इस मौके पर स्व. जितेन्द्र शर्मा को श्रद्धांजलि भी अर्पित की गई।
अपने संबोधन में फूलचंद यादव ने बताया कि 26 दिसंबर 1925 को पार्टी का दिवस कानपुर में किया गया था। महासचिव देश के महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी एस वी घाटे बने थे। स्वागत समिति के अध्यक्ष मौलाना हसरत मोहानी थे।
इस दौरान आजादी की लड़ाई में कम्युनिस्टों ने देश की आजादी में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने आजादी की लड़ाई में शहादत दी। इस बीच पार्टी में उतार-चढ़ाव हुआ। आजादी के बाद प्रथम पार्लियामेंट चुनाव में विपक्ष की भूमिका अदा की। उन्होंने कहा कि पार्टी ने देश के मजदूरों के हित में कम्युनिस्ट पार्टी के प्रभाव के चलते ही बहुत से कानूनों का निर्माण हुआ। भाकपा का जन्म संघर्ष से हुआ इसलिए मजदूरों के हितों के लिए पार्टी ने हमेशा ही आगे बढ़कर काम किया।
यादव ने 90 मिनट तक पार्टी की नीतियों को विस्तार से बताया और पार्टी कार्यकर्ताओं को मजबूती से आगे बढ़ने तथा संघर्ष करने का आह्वान किया। इस मौके पर जिला सचिव सईद अनवर ने कहा कि देश में शोषण व भेदभाव को समाप्त करने के लिए पार्टी निरंतर प्रतिब( है। जब तक देश के अंदर न्यायपूर्ण नहीं होती, तब तक कम्युनिस्ट पार्टी का लक्ष्य पूरा नहीं होगा। इसे लिए जनता को जातिवाद, धर्मवाद से ऊपर उठकर लामबंद करने की जरूरत होगी। जिले में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी को मजबूत कर गरीब गुरबा की लडाई को तेज किया जाएगा। इस मौके पर सदन राय, बब्बन मिया, भारतेंदु शर्मा, विजेन्द्र शर्मा, सदाशिव, रहीमुद्दीन, असलम अंसारी, आदि सभी ने साथियांे ने कामरेड जितेन्द्र शर्मा को भावभीनी श्रद्धांजलि दी।
बाराबंकी

न जातिवाद न धर्मवाद और गैर कांग्रेसवाद देश को बचाना है तो अब गैर भाजपावाद के रास्ते पर देश को चलाना होगा। यह सलाह आल इण्डिया किसान सभा के राष्ट्रीय महासचिव व कम्युनिस्ट पाटी के राष्ट्रीय प्रवक्ता अतुल कुमार अंजान ने देवा रोड स्थित गाँधी भवन में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के स्थापना दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में अपने उद्बोधन में दिया उन्होंने कहा देश इस वक्त संकटकालीन दौर से गुजर रहा है। देश का नौजवान व मजदूर किसान का भविष्य अंधकारमय है।
देश के हर नागरिक को नई आजादी की लड़ाई लड़ने के लिए सामने आना होगा और किसानों को इस आन्दोलन को घर-घर पहुँचना होगा। खेत बचेगा तो किसान बचेगा और हिन्दुस्तान बचेगा। अतुल अंजान ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर सीधे आक्रमण करते हुए कहा कि वे सत्ता में बने रहने के लिए देश की जनता को बराबर गुमराह कर रहे है उनके दस वाक्यों में नौ वाक्य झूठ पर आधारित होते है और विडम्बना यह है कि देश की जनता अभी तक झूठ बर्दाश्त करती रही, अज्ञानी ज्ञान बाँट रहें है।
हिन्दी मासिक पत्रिका परिकल्पना के प्रधान सम्पादक और सुप्रसिद्ध ब्लागर रविन्द्र प्रभात ने कहा देश की संस्कृति और समरसता को छिन भिन्न कर सत्ता हथियाने वाली साम्राज्यवादियों के गुलामी की ओर ले जा रहें है। रिहाई मंच के संयोजक एडवोकेट मो. शुऐब ने कहा कि दिल्ली के बार्डर पर धरना दे रहें किसानों की अकेले की लड़ाई नहीं है।
देश के खाद्यन्न को अपने चहेते पूंजीपतियों के हवाले मोदी जी कर देना चाहते है। हरित क्रान्ति के सूरमाओं के परिश्रम की बलि चढ़ा देना चाहते है। अन्नदाताओं को हमें इस लड़ाई में पूर्ण समर्थन देना ही सच्चा राष्ट्रवाद है। कम्युनिस्ट पार्टी के राज्य कौंसिल के सदस्य रणधीर सिंह सुमन ने अपने स्वागत उद्बोधन में कहा कि 26 दिसम्बर 1925 को भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी की स्थापना कानपुर में मौलाना हसरत मोहानी ने मुकम्मल आजादी के के नारे के साथ की थी। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी देश की एकमात्र ऐसी पार्टी है जिसके वजूद के आने से रोकने के लिए देश भर में हजारों की संख्या में लोगों की गिरफ्तारियाँ की गयी थी। बावजूद इसके कम्युनिस्ट पार्टी ने अपने वसूलों से कभी समझौता नहीं किया और जन मुद्दों पर जमकर संघर्ष किया और आगे भी करते रहेंगें।
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के जिला सचिव एडवोकेट बृजमोहन वर्मा ने अपने अध्यक्षीय भाषण में कहा कि देश आर्थिक गुलामी की ओर अग्रसर है और जो लोग स्वतंत्रता संग्राम के समय अंग्रेज शासकों की मुखबरी किया करते थे वह साम्राज्यवादियों की एजेन्ट की भूमिका में है। अन्त में उन्होंने कार्यक्रम में पधारे समस्त अतिथियों तथा पार्टी कार्यकर्ताओं के प्रति अपना आभार व्यक्त किया।
कार्यक्रम में वामपंथी विचारधारा के लेखक अनिल राजिमवाले द्वारा रचित पुस्तिका ’’मुखबिर राज और आजादी के महानायक भाग-2 का विमोचन मुख्य अतिथि अतुल कुमार अंजान सहित अन्य अतिथिगणों ने किया। उर्दू दैनिक इंकलाब के जिला संवाददाता तारिक खान द्वारा संचालित कार्यक्रम में डाॅ. कौसर हुसैन और शिवदर्शन वर्मा ने भी अपने विचार रखे।
इस अवसर पर उपस्थित प्रमुख व्यक्तियों में साहित्यकार डाॅ. विनय राज, पंण्डित राजनाथ शर्मा, मूसा खा ईंसान, डाॅ. श्याम सुन्दर दीक्षित, डाॅ. एस. एम. हैदर, प्रवीन कुमार, विनय कुमार सिंह, पत्रकार फैजान मुसन्ना महन्त, बी. पी. दास, पर्यावरणविद हाजी सलाउद्दीन किदवाई, एडवोकेट विजय प्रताप सिंह, आनन्द सिंह, अरविन्द सिहं, नीरज वर्मा, गौरी रस्तोगी, अंशूलता मिश्रा, गाजी अमान, अलाउद्दीन, श्याम सिंह, भूपेन्द्र पाल सिंह, शिवम सिंह, आशीष शुक्ला, महेन्द्र यादव, अंकित चैधरी, दल सिंगार, अविनाश वर्मा आदि रहे।
सोनभद

गुरमाः शनिवार को भाकपा का 96 वां स्थापना दिवस पटवध स्थित जिला क्षेत्रीय कार्यालय पर भाकपा के जिला सचिव आरके शर्मा के नेतृत्व में कन्हैया लाल की अध्यक्षता में सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर उपस्थित आरके शर्मा ने कहा कि आज ही के दिन 26 दिसंबर 1925 को कानपुर में मजदूरों किसानों के हक अधिकारों को बुलंद करने के लिए भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी का गठन हुआ था। तब से आज तक लगातार भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी मजदूरों किसानों के अधिकारों को लेकर संघर्ष करता चला आ रहा है।
जिसका परिणाम देश के लोगों को मिलना दिख रहा है और पार्टी अपने संघर्षों के कारण लगातार आगे बढ़ती जा रही है। इस अवसर पर उपस्थित भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के पूर्व लोकसभा प्रत्याशी अशोक कुमार कनौजिया ;एडवोकेटद्ध ने कहा कि सोनभद्र का मजदूर किसान अब अन्य दलों के बहकावे में ना आकर भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी की नीतियों से प्रभावित होकर तेजी से भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के लाल झंडे के नीचे संगठित होकर अपने अधिकारों के लिए अपनी आवाज बुलंद कर रहा है।
पार्टी के अन्य वक्ताओ ने कहा कि आगे आने वाले दिनों में लोगों के हक हकूक के लिए पार्टी लोगों को लामबंद कर जन आंदोलनों के लिए संघर्ष में तेजी लाएगी और यहां के आदिवासी वनवासियों को उनके अधिकारों का लाभ दिलाने का काम पार्टी प्रमुखता के साथ करेगी। इस अवसर पर उपस्थित प्रमुख लोगों में राजेंद्र प्रसाद, लालता तिवारी, दुर्गा प्रसाद, मेवा लाल शर्मा, मोहम्मद हनीफ, बुद्धराम, दिनेश वर्मा, मुन्ना राम, संजय रावत, नागेंद्र मौर्य, उमेश कुमार प्रजापति, एसएस मिश्रा, लल्लू चेरो, रामधनी अगरिया, रीना देवी, फूलमती, मानमती आदि दर्जनों की संख्या में सक्रिय कार्यकर्ता उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन जिले के मजदूर नेताओं में प्रमुख अमरनाथ सूर्य ने किया।