जिला कलेक्टर के माध्यम से दिया मुख्यमंत्री एवं शिक्षामंत्री को ज्ञापन

धौलपुर (युसूफ खान)। धौलपुर  राजस्थान शिक्षक संघ शेखावत के प्रान्तीय आव्हान पर राज्य सरकार द्वारा कोरोना की आड़ में विद्यालयों का समय प्रातः 10.00 बजे के स्थान पर प्रातः 9.30 बजे से किये जाने के विरोध में  एवं तीन कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदेश भर में  शिक्षकों ने तहसील एवं जिला मुख्यालयों पर विरोध प्रर्दशन कर  जिला कलेक्टर एवं उपखण्डाधिकारियों के माध्यम से मुख्यमंत्री एवं शिक्षामंत्री को ज्ञापन दिये हैं प्रदेश संघर्ष समिति संयोजक यादवेन्द्र शर्मा ने बताया कि पूर्ववर्ती राज्य सरकार ने विद्यालयों की दैनिक कार्य अवधि में मनमानी वृद्धि की थी, जिससे शिक्षकों में भारी असंतोष तथा आक्रोश फैल गया था और सरकार के इस निर्णय के खिलाफ प्रदेश में शिक्षकों का अभूतपूर्व व्यापक आन्दोलन हुआ था।

वर्तमान सत्तारूढ़ दल ने विधानसभा चुनाव से पूर्व शिक्षक समुदाय को इस समय वृद्धि को वापस लेने के लिए आश्वस्त किया था और वर्तमान सरकार ने सत्तारूढ़ होने के बाद बढाई गई समय अवधि वापस ली थी, जिसका शैक्षिक समुदाय ने स्वागत भी किया था और प्रदेश में सकारात्मक माहौल बना था। लेकिन लाखों जन के हितों व भावना से जुड़े और राज्य सरकार के इतने महत्वपूर्ण तथा नीतिगत फैसले को शिक्षा विभाग (ग्रुप-1) के शासन उप सचिव-प्रथम ने अपने आदेश से पलट दिया है और कोरोना महामारी की आड़ में समयावधि में 30 मिनट की बढ़ोतरी थोप दी है और विद्यालय खुलने का समय प्रातः 10:00 के स्थान पर 9:30 बजे कर दिया है। इस कड़ाके की ठंड में ये निर्णय अनुचित एवं अव्यवहारिक है इससे प्रदेश के शिक्षकों में भारी आक्रोश है।

इसी प्रकार तीन कृषि कानूनों को वापिस लेने एवं न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीद की गारंटी का कानून बनाने की मांग को लेकर देश भर में चल रहे किसान आन्दोलन के समर्थन में शिक्षकों ने जिला कलेक्ट्रेट पर विरोध प्रर्दशन कर जिला कलेक्टर के माध्यम से प्रधानमंत्री को ज्ञापन दिया। किसान आन्दोलन के समर्थन में रोडवेज यूनियन सीटू के प्रदेश उपाध्यक्ष भगवान सिंह ने केन्द्र सरकार व्दारा कृषि कानूनों को वापिस नहीं लेने पर सरकार की आलोचना की।  जिलाध्यक्ष विशाल गिरि गोस्वामी एवं जिला मंत्री अविनाश अग्रवाल ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि समय रहते सरकार ने विधालय समय बढ़ोतरी वापिस ली एवं शिक्षकों की समस्याओं का समाधान नहीं किया तो आन्दोलन तेज किया जाएगा।

आज के विरोध प्रर्दशन में संरक्षक रामगोविन्द शर्मा, ठाकुरदास शर्मा, रवींद्र उपाध्याय, राजेंद्र प्रसाद शर्मा, यादवेन्द्र शर्मा, विशाल गिरि, अविनाश अग्रवाल, रोडवेज यूनियन के जिलाध्यक्ष जोगेन्दर सिंह, राकेश कुमार, कैलाशचंद्र,श्यामवरन कांसल, ओमप्रकाश गुर्जर, हरी सिंह राना, जसेन्द्र सिंह, रामेश्वर सिंह, बृजमोहन शर्मा,मनोज भट्ट, अशोक कुमार शर्मा, अरविन्द सिंह, सुभाष चन्द्र आदि तमाम शिक्षक शामिल थे। इसी प्रकार जिले में बाड़ी, बसेड़ी, सैपऊं एवं राजाखेड़ा तहसील मुख्यालयों पर शिक्षकों ने समय बढ़ोतरी के विरोध में मुख्यमंत्री एवं शिक्षामंत्री को ज्ञापन दिए। तथा तीन कृषि कानूनों के विरोध में एवं किसान आन्दोलन के समर्थन में प्रधानमंत्री भारत सरकार को ज्ञापन दिए।

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