ग्राम वासियों के लिए आई सरकारी सहायता में आंगनबाड़ी कार्यकत्री वितरण में करती है धांधली
- आंगनबाड़ी सरोज देवी व पति शिक्षामित्र मगन बिहारीलाल पर लगते रहते हैं आए दिन भ्रष्टाचार के आरोप
- दोनों पति-पत्नी एक ही ग्राम पंचायत में करते हैं नौकरी आए दिन ग्राम वासियों से लड़ते झगड़ते रहते हैं
नजीबाबाद (बिजनौर) । ऐसे समय पर जब आम आदमी आर्थिक मंदी से जूझ रहा है, भारत सरकार अपने स्तर से हर उस गरीब व्यक्ति को पेट भर भोजन देने की व्यवस्था में जुटी है, उस व्यवस्था को कुछ सरकारी कर्मचारी पलीता लगाते हुए गरीब जनता के हिस्से रोटी छीन कर उनका शोषण करने से बाज नहीं आ रहे हैं। ऐसा ही एक मामला नजीबाबाद विकासखंड की ग्राम पंचायत मथुरापुर मोर में देखने को मिला, जिसमें राज्य सरकार ग्राम वासियों को पेट भर भोजन कराने के लिए गेहूं व चावल खाद्यान्न सामग्री के रुप में उपलब्ध करा रही है। जिसमें 527 किलो गेहूं व 461 किलो चावल ग्राम पंचायत मथुरापुर मोर के बच्चों के लिए भेजा गया था, जिसमें मोरध्वज किला की आंगनबाड़ी सरोज देवी के द्वारा केवल 170 किलो गेहूं व 85 किलो चावल बच्चों को वितरण किया।
बाकी खाद्यान्न करीब 357 किलो गेहूं व 376 किलो चावल गबन करने की नियत से रोक लिया गया। जबकि प्रत्येक बच्चे को 1.25 किलोग्राम लगभग सवा किलो अनाज व चावल वितरण किया गया, जबकि आंगनबाड़ी कार्यकत्री सरोज देवी का कार्य केवल टोकन बनाकर प्रत्येक लाभार्थी को देना था और पोषाहार का वितरण स्वयं सहायता समूह की महिला व ग्राम प्रधान खुर्शीद अहमद की उपस्थिति में फोटोग्राफी द्वारा किया जाना था, जबकि प्रत्येक को सामग्री बांटने को 3 किलो गेहूं 2 किलो चावल का वितरण होना था। इसकी शिकायत इंदु देवी, रेणु देवी व ग्राम वासियों ने उप जिलाधिकारी नजीबाबाद से की।
कठोर कार्यवाही की चेतावनी
शिकायत पर पहुंचे रेखा अंबेडकर व संबंधित अधिकारियों ने मौके पर निरीक्षण के दौरान 357 किलो गेहूं व 376 किलो चावल कुल 733 किलो खाद्यान्न सामग्री बची हुई पाई गई। ग्रामीणों द्वारा शिकायत की सत्यता के आधार पर अधिकारी ने आंगनबाड़ी सरोज देवी को भविष्य में ऐसी गलती दोहराने पर कठोर कार्यवाही की चेतावनी दी।
जांच करने आए अधिकारियों ने निर्देशित किया की निगरानी समिति और समूह के अध्यक्ष सचिव सदस्य आंगनबाड़ी कोटेदार द्वारा बाकी बचा हुआ 733 किलो खाद्यान्न ग्राम वासियों में ग्राम प्रधान खुर्शीद अहमद के समक्ष वितरण किया जाएगा। कुछ ग्राम वासियों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि जो भी राज्य सरकार द्वारा हमारे गांव सहायता आती है। सरोज देवी जो कि गांव मोरध्वज किला की आंगनबाड़ी कार्यकत्री हैं, वह हमेशा गबन व भ्रष्टाचार में लिप्त पाई जाती है।
शिकायत के बावजूद कोई कार्यवाही नहीं
इससे पहले भी ग्राम वासियों द्वारा आंगनबाड़ी सरोज देवी की शिकायत उच्च अधिकारियों से की गई थी लेकिन अधिकारियों द्वारा इन्हें अग्रिम चेतावनी देकर छोड़ दिया जाता है, लेकिन ये अपने गलत क्रियाकलापों से बाज नहीं आती है। सरोज देवी के पति मगन बिहारी लाल जोकि मथुरापुर मोरध्वज किला के प्राथमिक विद्यालय में शिक्षामित्र व बीएलओ के रूप में कार्यरत हैं। सरोज देवी आंगनबाड़ी के पति शिक्षामित्र मगन बिहारी लाल की हाल ही में एक ऑडियो वायरल हुई थी, जिसमें मगन बिहारी लाल की अपने कार्य के प्रति लापरवाही उजागर हुई। ग्राम वासियों ने बताया कि यह दोनों पता पति पत्नी आए दिन ग्राम वासियों से लड़ते झगड़ते रहते हैं, लेकिन आज तक शिकायत के बावजूद भी इन पर कोई कार्यवाही नहीं हुई है।