गुटखा, खेनी, धूम्रपान और अन्य नशीले पदार्थों एवं डेंगू बुख़ार के ख़िलाफ़ जागरूकता अभियान

  • शिक्षा और स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता भोजन और पानी जैसी जीवन की मूलभूत आवश्यकताएं हैं जिन्हें एक दूसरे से अलग नहीं किया जा सकता।
  • गुटखा, खेनी, धूम्रपान और अन्य नशीले पदार्थों एवं डेंगू बुख़ार के ख़िलाफ़ जागरूकता अभियान में सक्रिय रूप से भाग लें।

बिजनौर (उत्तर प्रदेश)। ये बात हेल्थ एंड एजुकेशन प्रमोशन ट्रस्ट के सचिव और स्वास्थ्य जागरूकता अभियान (स्वस्थ नहटौर) द्वारा संचालित निःशुल्क शुगर और ब्लड प्रेशर जाँच केंद्र के संस्थापक ग़िज़ाल मैहदी ने “उच्च प्राइमरी स्कूल बिलासपुर (बिजनौर)” में आयोजित एक सभा में मुख्य अतिथि के रूप में कही। इस सभा का आयोजन “नि:शुल्क पुस्तक वितरण” के अवसर पर किया गया था।

ग़िज़ाल मैहदी ने कहा कि शिक्षा और स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता भोजन और पानी जैसी जीवन की मूलभूत आवश्यकताएं हैं जिन्हें अलग नहीं किया जा सकता है, इसलिए गुटखा, खेनी, तंबाकू और अन्य नशीले पदार्थों एवं डेंगू बुख़ार के ख़िलाफ़ जागरूकता अभियानों में सक्रिय रूप से भाग लें।

ग़िज़ाल मैहदी ने शिक्षा के महत्व पर प्रकाश डाला और छात्रों से कहा कि वे डर के बजाय उत्साह के साथ अपनी पढ़ाई करें और हर कठिन समस्या को बिना किसी हिचकिचाहट के अपने शिक्षकों के सामने पेश करें ताकि वे अपने जीवन में कुछ अच्छा और नया करने का अपना सपना साकार कर सकें।

ग़िज़ाल मैहदी ने स्वास्थ्य जागरूकता के महत्व को समझाते हुए छात्रों से गुटखा, खेनी, बीड़ी सिगरेट और सभी प्रकार के नशीले पदार्थों के सेवन से दूर रहने और इसके ख़िलाफ़ जागरूकता अभियान में सक्रिय रूप से भाग लेने का आग्रह किया।

उन्होंने डेंगू बुख़ार के बढ़ते मामलों का ज़िक्र करते हुए कहा, “डेंगू इस मौसम में फैलता है और इन दिनों ये ज़्यादा फैल रहा है। हज़ारों लोग इससे प्रभावित हैं और कुछ लोगों की मौत भी हो चुकी है। डेंगू से बचा जा सकता है अगर हम सभी 300 से 400 मीटर तक अपने आस-पास मच्छरों की पैदावार के स्थानों को ख़त्म कर दें। इसलिए अपने आस-पास एडीस मच्छरों की पैदावार के स्थानों को नष्ट करना सबसे ज़रूरी है। उन सभी जगहों को ख़त्म कर दें जहां पानी इकट्ठा हो सकता है, और जहां पानी इकट्ठा होता है वहां से पानी साफ़ करें, गड्ढे भरें, ठंडी हवा के लिए चलने वाले कूलरों में पानी को जल्दी जल्दी बदलें, बर्तनों और खोखले पेड़ के तनेों में पानी जमा न होने दें, पानी की टंकियों को ढक कर रखें। ये मच्छर दिन में काटता है इसलिए पूरे शरीर को ढकने वाले कपड़े पहनें, पैरों में मोज़े और जूते पहनें, मच्छर भगाने वाली दवा छिड़कवाएँ। बुख़ार होने पर ख़ुद अपना इलाज करने के बजाय तुरंत किसी योग्य चिकित्सक से परामर्श लें।

‘मुफ्त किताबों के वितरण’ की इस सभा में विशेष अतिथि इताअत हुसैन ने छात्रों से कहा कि वे मन लगाकर पढ़ाई करें और अपने बड़ों और शिक्षकों का सम्मान करें। सभा का संचालन अध्यापिका श्रीमती सहीफ़ा ज़िया ने किया गया और अध्यापिका श्रीमती निशा चौधरी ने उपस्थित अतिथियों का धन्यवाद किया।

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