कोटे विवाद को लेकर देवर ने भाभी-भतीजी को घर से निकाला

  • पीड़ित मां-बेटी इस समय दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर
  • गाली-गलौज व धमकी देकर जबरन घर से भगाता है देवर

संवाददाता/माइकल भारद्वाज
बलिया (रसड़ा)। रिश्तो को शर्मसार करने का एक बड़ा मामला सामने आया है। आपको बताते चलें कि ये पूरा मामला रसड़ा कोतवाली क्षेत्र स्थित बर्रे बोझ गांव का है। जहां घर में पहले से चल रहे कोटे के विवाद को लेकर मनबढ़ व दबंग किस्म के भतीजो ने रिश्तो का खून करते हुए पहले तो अपने बड़े भाई के पुत्र को चाकूबाजी की घटना में जेल भिजवा दिया।

वहीं 6 महीने तक जेल की सजा काटकर घर पहुंचे भाई के पुत्र को देवरों ने अपने बड़े भाई समेत अपने साथ हुए गोलीकांड की घटना में उनकी संलिप्तता बताते हुए दोनों को दोबारा जेल भिजवा दिया। वही पिता पुत्र के जेल जाने के बाद घर में बेटी के साथ अकेली रह रही भाभी व भतीजी को भी मनबढ देवरों ने गाली-गलौज व धमकी देकर जबरन घर से भगाते हुए उनके कमरे में ताला बंद कर दिया। इधर घर से बेघर हो चुकी पीड़ित मां-बेटी इस समय दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर हो रही है।

वही घटना की जानकारी मिलने के बाद मौके पर पहुंची मीडिया के सामने पीड़ित मां-बेटी ने रो-रोकर अपना बयान दर्ज कराते हुए बताया कि हमारे सास व ससुर के मरने के बाद हमारे दोनों देवरो ने कोटे के विवाद को लेकर हम लोग पर जुल्म करते हुए पहले तो झूठी चाकूबाजी की घटना में हमारे पुत्र को जेल भिजवाया।

6 महीने बाद जब वह जेल से छूटकर वापस घर आया तो फिर झूठी गोली कांड की घटना में उसे हमारे पति व पुत्र को दोबारा से जेल भिजवा दिया। वही पति व पुत्र के जेल जाने के बाद मै अपनी जवान पुत्री के साथ जैसे तैसे घर में रह रही थी जो हमारे दोनों देवरों को रास नहीं आया और हम दोनों को घर से भगा दिया।

यह भी बताया कि न्याय की उम्मीद मे पुलिस प्रशासन के अलावा हम उन सभी चौखटो पर हाजिरी लगाएं जहां से न्याय मिलने की उम्मीद थी लेकिन हमें कहीं भी न्याय नहीं मिला। बहरहाल न्याय न मिलने की स्थिति में हम मां-बेटी पुलिस कार्यालय के समक्ष जहर खाकर आत्महत्या करने को मजबूर होंगे।

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