किसान सभा के हजारों किसान ट्रेक्टरों में करेंगे दिल्ली कूच
हरदेव जोश
सिरसा (हरियाणा): केन्द्र सरकार द्वारा कारपोरेट हितैषी तीन काले कानूनों के खिलाफ किसानों का संघर्ष जारी है। संयुक्त किसान मोर्चे के नेतृत्व में लाखों किसान पिछले 55 दिनों से दिल्ली की सीमा पर कड़ाके की ठंड के बावजूद मोर्चा संभाले हुए हैं और 200 के करीब किसान शहीद भी हो चुके हैं। पंजाब से शुरू हुआ आंदोलन आज भारत का जन आंदोलन बन चुका है।
हरियाणा में आंदोलन का आगाज पीपली से हुआ जहां हजारों किसानों को करोना का बहाना बनाकर शहर में नहीं घुसने दिया और उन पर लाठीचार्ज, आंसू गैस और वाटर कैनन का इस्तेमाल किया गया तो उसके बाद हरियाणा के किसान आंदोलन का केन्द्र बना सिरसा। गांव पंजुआणा में सड़क जाम कर हजारों लोगों ने पहली बार किसान आंदोलन में शिरकत की। 25 सितंबर को भारत बंद में सिरसा में तमाम संगठन शामिल हुए।
हरियाणा किसान सभा के अलावा आल इंडिया स्टुडेंट्स फेडरेशन के साथियों ने भी बंद को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। हरियाणा सरकार को समर्थन दे रहे जननायक जनता पार्टी के नेता और उप-मुख्यमंत्री दुष्यंत चैटाला के इस्तीफे और रानियां के विधायक और बिजली मंत्री रणजीत सिंह के इस्तीफे की मांग को लेकर हरियाणा के किसानों द्वारा एक बड़ी रैली 6 अक्टूबर 2020 को सिरसा के दशहरा मैदान में आयोजित की गई जिसमें हजारों किसान शामिल हुए, उस रैली को सफल बनाने और आयोजन में हरियाणा किसान सभा, सिरसा एआईएसएफ-एआईवाईएफ जिला परिषद ने अग्रणी भूमिका निभाई।
हरियाणा के किसान नेता गुरनाम सिंह चढती, पंजाब के किसान नेताओं के अलावा हरियाणा किसान सभा के वरिष्ठ नेता स्वर्ण सिंह विर्क और किसान सभा के युवा नेता और पूर्व एआईएसएफ राष्ट्रीय सचिव रोशन सुचान ने भी प्रदेश स्तरीय रैली को संबोधित किया और उसी दिन रैली में शामिल हजारों लोगों द्वारा उपमुख्यमंत्री दुष्यन्त चैटाला के इस्तीफे की मांग को लेकर उनके निवास का घेराव किया।
बदले में पुलिस द्वारा लाठीचार्ज आंसू-गैस और वाटर कैनन का इस्तेमाल किया गया। इस कार्यवाही के बाद दुष्यन्त चैटाला और रणजीत चैटाला के इस्तीफे की मांग को लेकर पक्का मोर्चा शहीद भगत सिंह स्टेडियम में लगा दिया गया जो आज तक जारी है। भावदीन-सुचान टोल प्लाजा ;सिरसाद्ध में संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा पिछले एक महीने से टोल फ्री अभियान के तहत भी पक्का मोर्चा जारी है जिसमें हरियाणा किसान सभा द्वारा भी नेतृत्वकारी भूमिका निभाई जा रही है। वो वहीं एआईएसएफ-एआईवाईएफ द्वारा डबवाली में पंजाब-हरियाणा बार्डर से 26 नवम्बर को जुटे पंजाब के किसानों को बेरीकेड तोड़कर दिल्ली कूच में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया गया।
संयुक्त किसान मोर्चा जिसमें हरियाणा किसान सभा भी शामिल है दिल्ली केन्द्रीय कमेटी संयुक्त मोर्चा के आह्वान पर प्रस्तावित 26 जनवरी को ट्रेक्टर मार्च दिल्ली की काल पर रानियां में बड़ी रैली आयोजित की गई, जिसको किसान सभा के नेता स्वर्ण सिंह विर्क, रोशन सुचान, बलराज सिंह बगी, हरदेव जोश के अलावा प्रीतपाल सिद्धू ने भी संबोधित किया। पंजाब किसान सभा के नेता पूर्व विधायक हरदेव अर्शी ने भी संबोधित किया। 26 जनवरी को भारत के इतिहास में पहली बार होगा जब जवानों के साथ किसान भी मार्च करेंगे।
सिरसा के गांवों में पिछले 20 दिनों से हरियाणा किसान सभा के जननेता बलराज बणी के अलावा किसान सभा के नेता रोशन सुचान, प्रितपाल सिद्धू, हरदेव जोश, अरमान गिल, सुमेर गिल, अनिल कम्बोज, खेत मजदूर यूनियन के नेता विक्रम झाॅरडनाली एटक नेता गुरतेज बराड़, हरजिन्द्र भंगू द्वारा जन जागरण अभियान चलाया जा रहा है, हर रोज सभाएं की जा रही हैं, गांव-गांव की कमेटियां बनाई जा रही हैं, हजारों झंडे, बैनर, बैज, स्टीकर बांटे गए हैं। 26 जनवरी के ट्रैक्टर मार्च में सिरसा से हजारों किसान शिरकत करने जा रहे है जिसमें हरियाणा किसान सभा का योगदान अग्रणी और नेतृत्वकारी भूमिका का होगा।