किसानों के समर्थन में तेलंगाना के छात्र-नौजवानों की मोटर साईकिल रैली
राम नरसिम्हा राव
हैदराबादः एआईएसएफ और एआईवायएफ की तेलंगाना राज्य यूनिटों ने किसान आंदोलन के प्रति एकजुटता जाहिर करते हुए 4 जनवरी 2020 को हैदराबाद के हिमायत नगर से एक मोटर साईकिल रैली निकाली। रैली की शुरूआत एआईवायएफ राज्य कार्यालय से हुई। छात्र और युवा नेता केन्द्र सरकार से कारपोरेट समर्थक और किसान विरोधी तीन काले कृषि कानूनों को तुरंत वापस लिये जाने की मांग कर रहे थे। इस रैली को आगे नहीं बढने दिया गया और छात्र और युवा नेताओं की पुलिस के साथ झडप हुई। यह टकराव हिमायत नगर इलाके में हुआ और जिस कारण से वहां ट्रेफिक जाम भी हो गया था। पुलिसिया बर्बरता के कारण मिर्जा असद अली को अस्पताल में दाखिल कराया गया। रैली के लिए आये कार्यकर्ताओं और नेताओं को पुलिस ने हिरासत में ले लिया और उन्हें नारायणगुडा पुलिस थाने ले जाया गया और उन्हें व्यक्तिगत जमानत पर छोडा गया।
इस प्रदर्शन और रैली को संबोधित करते हुए शिवा रामाकृष्णन और अनिल कुमार मारूपका ने कहा कि सरकार किसानों के साथ मनमाना व्यहार कर रही है और बातचीत के नाम पर समय बर्बाद कर रही है।
किसान 43 दिनों से हाडकंपा देने वाली ठण्ड में सडकों पर बैठे हैं। उन्होंने मोदी सरकार पर बगैर भागीदारों से चर्चा के बिजली बिल लाने का भी आरोप लगाया। उन्होंने किसानों और अन्य संबंधित संगठनों से बातचीत नहीं की है। उन्होंने कहा कि यदि यह कानून लागू कर दिये जाते हैं तो मंडिया खत्म हो जायेंगी और किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य नहीं मिलेगा। किसानों ने आंदोलन के दौरान 40 से अधिक संख्या में अपनी जान गंवा दी है और किसानों के हक को बचाने के लिए उन्होंने शहादत दी है। यह आंदोलन गति पकड रहा है, फैल रहा है और इसे अन्तर्राष्ट्रीय ख्याति मिल रही है। बिल बिल भी संघीय भावना के विपरीत है, इसके कानून बनने से किसानों को राज्यों से मिलने वाली सब्सिडी भी चली जायेगी।
उन्होंने आगे कहा कि केसीआर ने इन बिलों का विरोध किया था और भारत बंद का समर्थन किया था परंतु दिल्ली जाने के बाद उन्होंने यू टर्न ले लिया है और वे दिल्ली गये परंतु किसानों से मिले बगैर ही चले आये। छात्र और युवा नेताओं ने बगैर विलंब इस कानूनों को वापस लेने की मांग की है और चेतावनी दी कि ऐसा नहीं होने पर छात्र और नौजवान संघर्ष को तेज करेंगे।
रैली का नेतृत्व एआईएसएफ के राज्य सचिव पी लक्ष्मण, उस्मानिया विश्वविद्यालय के सचिव नामपल्ली शिवा, एआईएसएफ के शहर अध्यक्ष सत्या और सचिव श्रीमन और ग्यारा नरेश, माजिद, एआईवायएफ शहर सचिव बालकृष्णा और नीरलाकांति, श्रीकांत, रंगारेड्डी, हरिकृष्णा आदि ने किया।