कडे सुरक्षा के बीच जंतर-मंतर पर 200 किसान करेंगे प्रदर्शन
नई दिल्ली। लंबे समय से चल रहे किसान आंदोलन का कोई हल निकलता नहीं दिख रहा है। इसके मदृेनजर किसानों ने भारत सरकार के इन तीनों कृषि कानूनों के खिलाफ मानसून सत्र के दौरान जंतर—मंतर पर धरना प्रदर्शन करने के निर्णय लिया है।
काफी जद्दोजहद के बाद दिल्ली पुलिस ने आखिरकार दिल्ली के जंतर-मंतर पर प्रदर्शन को हरी झंडी दी है। किसान कडे सुरक्षा के बीच ‘किसान संसद’ जंतर—मंतर पर शुरू करेंगे। किसानों के प्रदर्शन को देखते हुए दिल्ली के सिंघु बॉर्डर सहित सभी सीमाओं से लेकर जंतर-मंतर सुरक्षा व्यवस्था कडे इंतजाम किये गये हैं। जगह-जगह पुलिस की तैनाती है।
जंतर मंतर पर किसान नौ अगस्त तक 200 किसानों के साथ प्रदर्शन करेंगे। दिल्ली पुलिस के अनुसार 200 किसानों का एक समूह दिल्ली पुलिस की सुरक्षा के साथ बसों में सिंघू सीमा से जंतर-मंतर पर दोपहर 11 बजे से शाम 5 बजे तक विरोध प्रदर्शन करेंगे।
बताते चले कि इस साल के 26 जनवरी को एक ट्रैक्टर रैली के दौरान राष्ट्रीय राजधानी में हुई हिंसा के बाद दिल्ली पुलिस के अधिकारियों ने विरोध प्रदर्शन करने वाले किसान यूनियनों को शहर में प्रवेश की अनुमति दी है।
दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा जारी एक आदेश के अनुसार, उपराज्यपाल अनिल बैजल, जो डीडीएमए के अध्यक्ष भी हैं, ने 22 जुलाई से 9 अगस्त तक हर दिन अधिकतम 200 किसानों द्वारा सुबह 11 बजे से सायं पांच बजे तक जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन की मंजूरी दी है।