एनसीआरटीसी रीयल टाइम एंटरप्राइज एसेट मैनेजमेंट सिस्टम का उपयोग करेगा

नई दिल्ली। एनसीआरटीसी आरआरटीएस ट्रेनों, एएफसी सिस्टम, प्लेटफॉर्म स्क्रीन दरवाजे, लिफ्ट, एस्केलेटर, सिग्नलिंग, दूरसंचार, इलेक्ट्रिकल, ओएचई उपकरणों और अन्य सिविल संरचनाओं सहित अपनी विभिन्न संसाधनों, प्रणालियों और उप-प्रणालियों के लिए एक अत्यंत आधुनिक “रीयल टाइम एंटरप्राइज एसेट मैनेजमेंट सिस्टम (आईड्रीम/ iDREAMS)” लागू करने जा रहा है।

इस प्रबंधन सिस्टम के माध्यम से एनसीआरटीसी भारत में रेल परिसंपत्तियों के प्रबंधन के तरीके में डिजिटल क्रांति लाने वाला है। यह एसेट की विस्तृत श्रृंखला से संबंधित किसी भी जोखिम या कमियों की भविष्यवाणी करने, पहचानने, उसे सुधारने या दूर करने में सक्षम होगा तथा यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने और परेशानी मुक्त आरामदायक सफर के अनुभव को बढ़ाने में मदद करेगा।

iDREAMS प्रणाली का उद्देश्य भारतीय मेट्रो रेल उद्योग में क्रांति लाना और अन्य आरआरटीएस प्रोजेक्टों में अनुसरण के लिए एक संदर्भ प्रणाली के रुप में विकसित करना है।

अत्याधुनिक तकनीकों का लाभ उठाने के अपने प्रयास को पूरा करने के लिए,एनसीआरटीसी iDREAMS सिस्टम को विभिन्न स्रोतों जैसे बिल्डिंग इंफॉर्मेशन सिस्टम (BIM), भौगोलिक सूचना प्रणाली (GIS), इंटरनेट ऑफ थिंग (IoT), ऑपरेशन कंट्रोल सेंटर (ओसीसी), पर्यवेक्षक नियंत्रण और डेटा अधिग्रहण (एससीएडीए), भवन प्रबंधन प्रणाली (बीएमएस) से ही डेटा प्राप्त करने के लिए डिज़ाइन कर रहा है ताकि बाद में अलग से डेटा फीड करने का कार्य न करना पड़े जो एक श्रमसाध्य कार्य है और काफी समय लेता है।

iDREAMS (आईड्रीम) एनसीआरटीसी को परिसंपत्तियों और संसाधनों के इष्टतम उपयोग में मदद करेगा और डेटा के संकलन के साथ-साथ हर एसेट की संपूर्ण जीवनचक्र की गणना कर उसके अधिकतम उपयोग को सुनिश्चित करेगा और निकट भविष्य में आने वाले त्रुटि के बारे में भी पहले से बता सकेगा।

एनसीआरटीसी को अपने कॉर्पोरेट उद्देश्यों को प्राप्त करने में मदद करने के अलावा, iDREAMS (आईड्रीम) सिस्टम आरआरटीएस कॉरिडोर के सुरक्षा मानकों में सुधार करने, आर्थिक विकास मे सहयोग करने और किसी भी प्रकार के विपरीत पर्यावरणीय प्रभाव को कम करने में भी मदद करेगा। इस संबंध में एनसीआरटीसी में आईड्रीम सिस्टम लागू करने के लिए टेंडर भी जारी कर दिया है।

आरआरटीएस और मेट्रो रेल जैसी सार्वजनिक परिवहन परियोजनाएं पूंजी प्राधान्य योजनाए हैं, जिन्हें मुख्य रूप से बहुपक्षीय फ़ंडीग एजेंसियों द्वारा वित्त पोषित किया जाता है। इन सार्वजनिक परियोजनाओं को लंबे समय में आर्थिक रूप से सक्षम बनाना और राजस्व को अधिकतम करना आवश्यक होता है ताकि लगाए गए पूंजी के भरपाई की जा सके। एनसीआरटीसी इन दोनों मोर्चों पर गंभीर रूप से काम कर रहा है।

आरआरटीएस एक सार्वजनिक परिवहन इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट है, जिसे कई दशकों के लिए तैयार किया जा रहा है। आरआरटीएस परियोजना के लिए बड़ी संख्या में संसाधनों की खरीद व उनका निर्माण किया जा रहा है। इतनी अधिक संख्या में परिसम्पत्तियों और संसाधनों का कुशलतापूर्वक उपयोग/प्रबंधन/संरक्षण करना भी एक चुनोती है जिसे इस iDREAMS से कुशलता पूर्वक किया जा सकता है।

इसके अलावा, आरआरटीएस में कई उप-प्रणालियां और संसाधन आपस में सिंक्रनाइज़ेशन में हैं जिससे एक सिस्टम का प्रदर्शन दूसरे सिस्टम को प्रभावित करता है यानी एक सिस्टम में खराबी दूसरे एसेट की कंडीशन और वर्किंग से संबंधित है। ऐसे में समय पर एक सिस्टम की खराबी का पता चल जाना जरूरी हो जाता है ताकि उसे उसी समय ठीक किया जा सके और उसे दूसरे सिस्टम में जाने से रोका जा सके।

इस प्रणाली को अपनाने के पीछे का उद्देश्य ही परियोजना से जुड़े सभी एसेट के प्रदर्शन को सुनिश्चित करना और कम से कम लागत और जोखिम के लिए एसेट की उपलब्धता को सुनिश्चित करना है।

एसेट मैनजमेंट सभी कारकों जैसे कि लागत, जोखिम और एसेट के प्रदर्शन विशेषताओं को ध्यान में रखते हुए सबसे अधिक लागत प्रभावी तरीके से एसेट के विकास, संचालन, रखरखाव, उन्नयन और निपटान की एक व्यवस्थित प्रक्रिया है।

प्रौद्योगिकी संचालित संगठन इन दिनों एसेट मैनजमेंट का उपयोग कर रहे हैं क्योंकि यह उन्हें अपने एसेट व संसाधनों का लेखा-जोखा रखने में सक्षम बनाता है, प्रारंभिक चरणों में जोखिमों को पहचानने, प्रबंधित करने और हटाने में मदद करता है अथवा लंबे समय के लिए उनके एसेट और संसाधनॆ के उपयोग में सुधार करता है।

वर्तमान में पूरे 82 किलोमीटर लंबे दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ आरआरटीएस कॉरिडोर पर का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है। लगभग 8 किमी आरआरटीएस वायाडक्ट के साथ एलिवेटेड सेक्शन के 800 पियर पहले ही पूरे हो चुके हैं।

एरोडायनामिक आरआरटीएस ट्रेनें 160 किमी प्रति घंटे की गति से चलेंगी और दिल्ली से मेरठ तक यात्रा के समय को वर्तमान में 3 घंटे से घटाकर कर 60 मिनट से भी कम कर देंगी। यात्री वातानुकूलित, सुविधा संपन्न ट्रेनों में सुरक्षित और सुरक्षित वातावरण में यात्रा करने में सक्षम होंगे।

आरआरटीएस, राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में स्थायी आधार पर खतरनाक वायु प्रदूषण, गंभीर भीड़भाड़ और बेकाबू शहरी फैलाव को कम करेगा क्योंकि यह एक तेज, सुरक्षित, अधिक विश्वसनीय और ऊर्जा कुशल गतिशीलता समाधान प्रदान करेगा जिसके परिणामस्वरूप बहुकेंद्रित विकास का रास्ता खुलेगा। यह आम जनता के लिए शिक्षा, रोजगार और स्वास्थ्य देखभाल इत्यादि की सुविधाओं तक पहुंच आसान कर देगा।

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