एआईएसएफ (AISF) का गौरवशाली इतिहास है:विश्वजीत कुमार
- एआईएसएफ ने झंडोत्तोलन कर मनाया 86वां स्थापना दिवस
दरभंगा (Bihar): एआईएसएफ (AISF) ने 86 वां स्थापना दिवस झंडोतोलन कर मनाया। झंडोतोलन संगठन के राष्ट्रीय महासचिव विश्वजीत कुमार ने किया।
झंडोतोलन के उपरांत संगठन के पूर्व राष्ट्रीय महासचिव विश्वजीत कुमार (Vishvajeet Kumar) ने कहा कि एआईएसएफ की स्थापना 12-13 अगस्त 1936 को गंगा मेमोरियल हॉल लखनऊ में देश के स्वाधीनता सेनानियों एवं छात्रों के संयुक्त प्रयास पर इस संगठन का गठन हुआ। संगठन के गठन के बाद देश के स्वाधीनता आंदोलन में एआईएसएफ (AISF) के कार्यकर्ताओं ने अपनी शहादत व संघर्ष को तेज कर देश को आजादी के मुकाम तक पहुंचाया। आज इस संगठन को देश का सबसे पुराना और विश्व का सबसे बड़ा छात्र संगठन होने का गौरव प्राप्त है।
देश की आजादी के बाद संगठन ने पढ़ाई और लड़ाई के नारों के साथ सबको समान शिक्षा दिलाने के लिए सबके बेहतर भविष्य के लिए रोजगार और समाज में जो गैर बराबरी है उसको समाप्त कराने के लिए लगातार संघर्षरत रहे। आज उसी संघर्ष का परिणाम है कि देश के 60 वर्षों के स्वाधीनता के बाद शिक्षा अधिकार कानून देश में लागू हो पाया और बिहार में छात्रा और एससी एसटी वर्ग के छात्राओं को निशुल्क पीजी तक की शिक्षा सुलभ हो पाई है।
देश में वर्तमान दौर में पूंजीवादी शक्तियों ने जिस तरह से समाज के दबे कुचले शोषित पीड़ित वर्गों के साथ शोषण और अत्याचार कर रही है। देश का सभी वर्ग चाहे वह किसान हो मजदूर हो कर्मचारी हो छात्र और नौजवान हो शोषण की चक्की में पीसा जा रहा है। आज एआईएसएफ के कार्यकर्ताओं के कंधे पर बहुत बड़ा दायित्व है।
सबको समान शिक्षा उपलब्ध कराते हुए सबके लिए रोजगार एवं गैर बराबरी का जो खाई बढ़ रहा है उसे पाटने के लिए एकता बंद होकर संघर्ष करना वक्त की जरूरत है। वही संगठन के 86 वां स्थापना दिवस पर एआईएसएफ के कार्यकर्ताओं ने समाज से गैर बराबरी छुआछूत भेदभाव तथा समाज में पल रही कुरीतियों को समाप्त करने का एवं सबको समान शिक्षा उपलब्ध कराने का पढ़ाई और लड़ाई को आगे ले जाने का संकल्प लेते हुए छात्रों के संघर्ष को मजबूत करने की प्रतिबद्धता जताई।
मौके पर संगठन के जिला सचिव शरद कुमार सिंह (Sharad Kumar Singh) ने कहा कि संगठन नये सत्र में छात्रों के बीच सघन सदस्यता अभियान चलाकर छात्रों को लामबन्द करके मिथिला विश्वविद्यालय सहित अन्य शिक्षण संस्थानों में व्याप्त अराजकता को खत्म करके सबको एक समान शिक्षा के लक्ष्य को प्राप्त करेगी। मौके पर संगठन के जिला अध्यक्ष शशिरंजन, छात्र नेता प्रसमजीत प्रभाकर, राजाबाबू, अजित कुमार, प्रिंस कुमार, सूरज कुमार सहित अन्य छात्र मौजूद थे।