आज किसानों-सरकार के बीच बनेंगी बात या फंसेगी पेंच, पूढिए पूरी रिपोर्ट

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नई दिल्ली। लगभग सवा महीने से दिल्ली में कड़ाके की ठंड और बारिस कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन जारी है। बारिश और ठंड के बीच दिल्ली की सीमाओं पर डटे किसानों की आज एक बार फिर से सरकार के साथ सातवें दौर की बातचीत होगी और उम्मीद की जा रही है कि इस बैठक से कुछ सकारात्मक परिणाम निकलकर आएंगे। आज यानी सोमवार की बैठक में कानून वापसी और एमएसपी की किसानों की दो मांगें होंगी। बताते चलें कि पिछली बातचीत में सरकार ने किसानों की दो बातें मान ली थी-बिजली संशोधन विधेयक 2020 और पराली जलाना जुर्म नहीं होगा।
आज की बैठक में सरकार की तरफ से केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और पीयूष गोयल होंगे। जबकि किसान यूनियन के 40 नेता वार्ता में किसानों का प्रतिनिधित्व करेंगे। इससे पहले 30 दिसंबर को किसानों और केंद्र के बीच छठे दौर की वार्ता हुई थी जहां कुछ चीजों लेकर उनकी रजामंदी बन गयी थी।
कहां फंस सकती हैं पेंच
अब तक किसानों और सरकार के बीच में 6 दौर की बातचीत हो चुकी है। आज की बात हल निकालने की कड़ी में अहम साबित हो सकती है। किसानों की दो मुख्य मांगें- तीन नए कृषि कानूनों को खत्म करना और न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) को कानूनी बनाने की मांगों पर डटे हुए हैं। किसान संगठनों ने चेतावनी दी है कि अगर उनकी मांगे नहीं मानी गयी तो वो 26 जनवरी को मनाने के लिए हजारों किसान अपने ट्रैक्ट्ररों के साथ परेड के लिए राजधानी में दाखिल होंगे।

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