आईडीबीआई बैंक -वित्तीय वर्ष 2022 का शुद्ध लाभ चार गुना बढ़कर ₹603 करोड़ हुआ
मुंबई आईडीबीआई बैंक लिमिटेड (आईडीबीआई बैंक) के निदेशक मंडल ने आज मुंबई में बैठक की और 30 जून, 2021 को समाप्त तिमाही के वित्तीय परिणामों को मंजूरी दे दी।
परिचालन लाभ दोगुना, ₹2,776 करोड़
प्रमुख हाइलाइट्स- क्यू1 एफवाई2022
- वित्तीय वर्ष 2022 की पहली तिमाही में बैंक का नेट प्राॅफिट रहा 603 करोड़ रुपए, जबकि वित्तीय वर्ष 2021 की पहली तिमाही में यह राशि थी 144 करोड़ रुपए, सालाना आधार पर 318 प्रतिशत की बढ़ोतरी ।
- वित्तीय वर्ष 2022 की पहली तिमाही में बैंक का प्राॅफिट बिफोर टैक्स (पीबीटी) 1024 करोड़ रुपए रहा, सालाना आधार पर 134 प्रतिशत की बढ़ोतरी
- क्यू1 एफवाय 2022 के लिए परिचालन लाभ 2,776 करोड़ रुपए, 109 फीसदी की सालाना वृद्धि
- क्यू1 एफवाय 2022 के लिए एनआईआई 2,506 करोड़ रुपए, 41 प्रतिशत की सालाना वृद्धि
- क्यू1 एफवाय 2022 के लिए एनआईएम 4.06 प्रतिशत, सालाना 125 बीपीएस की बढ़ोतरी
- रिटर्न आॅन एसेट्स (आरओए) 0.83 प्रतिशत पर, सालाना 63 बीपीएस की वृद्धि
- रिटर्न आॅन इक्विटी (आरओई) 14.44 प्रतिशत पर, सालाना आधार पर 962 बीपीएस की वृद्धि
- सीएएसए रेशियो 52.44 प्रतिशत पर, सालाना आधार पर 489 बीपीएस की वृद्धि
- नेट एनपीए 1.67 प्रतिशत पर, 30 जून, 2020 को यह 3.55 प्रतिशत था
- सीआरएआर 16.23 प्रतिशत पर, 30 जून, 2020 को यह 13.37 प्रतिशत था
- पीसीआर 97.42 प्रतिशत पर, 30 जून, 2020 को यह 94.71 प्रतिशत था
आपरेटिंग परफाॅर्मेंस
- वित्तीय वर्ष 2022 की पहली तिमाही के लिए शुद्ध लाभ 603 करोड़ रुपए, क्यू1 एफवाय 2021 में यह 144 करोड़ रुपए था। क्यू1-2022 के लिए शुद्ध लाभ में 18 प्रतिशत का सुधार, क्यू4-2021 में यह राशि थी 512 करोड़ रुपए।
- क्यू1-2022 के लिए पीबीटी में 134 प्रतिशत सुधार, 1,024 करोड़ रुपए पर, क्यू1-2021 में यह राशि थी 438 करोड़ रुपए। क्यू1-2022 के लिए पीबीटी में 142 प्रतिशत का सुधार, क्यू4-2021 में यह 423 करोड़ रुपए था।
- वित्तीय वर्ष 2022 की पहली तिमाही के लिए परिचालन लाभ, 109 फीसदी सुधर कर 2,776 करोड़ रुपए हो गया, जो कि वित्तीय वर्ष 2021 की पहली तिमाही में 1,326 करोड़ रुपए था। क्यू4-2021 में यह 2,879 करोड़ रुपए था।
- शुद्ध ब्याज आय वित्तीय वर्ष 2022 की पहली तिमाही के लिए 41 फीसदी सुधर कर 2,506 करोड़ रुपए हो गई जबकि वित्तीय वर्ष 2021 की पहली तिमाही के लिए यह 1,772 करोड़ रुपए थी। क्यू4-2021 में यह राशि थी 3,240 करोड़ रुपए।
- शुद्ध ब्याज मार्जिन वित्तीय वर्ष 2022 की पहली तिमाही के लिए 125 बीपीएस सुधर कर 4.06 फीसदी हो गया, वित्तीय वर्ष 2021 की पहली तिमाही के 2.81 फीसदी की तुलना में। क्यू4 2021 में एनआईएम 5.14 प्रतिशत था (इनकम टैक्स रिफंड पर आय को घटाकर- 3.06 प्रतिशत)।
- काॅस्ट आॅफ डिपाॅजिट, वित्तीय वर्ष 2022 की पहली तिमाही के लिए 93 बीपीएस सुधर कर 3.72 फीसदी हो गया, वित्तीय वर्ष 2021 की पहली तिमाही के लिए यह 4.65 फीसदी था। क्यू4 2021 में यह 3.91 प्रतिशत था।
- काॅस्ट आॅफ फंड्स वित्तीय वर्ष 2022 की पहली तिमाही के लिए 98 बीपीएस सुधर कर 3.98 प्रतिशत पर, क्यू1-2021 में यह 4.96 प्रतिशत और क्यू4 2021 में 4.16 प्रतिशत थी।
कारोबार में वृद्धि
- 30 जून, 2021 के अनुसार सीएएसए में 1,16,609 करोड़ रुपए की वृद्धि, 30 जून, 2020 को यह 1,04,315 करोड़ रुपए और 31 मार्च, 2021 को 1,16,491 करोड़ रुपए था, सालाना आधार पर 12 प्रतिशत वृद्धि।
- 30 जून, 2021 के अनुसार कुल डिपाॅजिट्स में सीएएसए का शेयर सुधरकर 52.44 फीसदी हुआ, जबकि 30 जून, 2020 को यह 47.55 प्रतिशत और 31 मार्च, 2021 को 50.45 फीसदी था।
- एडवांस पोर्टफोलियो कॉर्पोरेट बनाम रिटेल की संरचना 30 जून 2021 को 38:62 के अनुसार की गई, जबकि 30 जून 2020 को यह 43:57 थी।
एसेट क्वालिटी
- 30 जून 2021 को सकल एनपीए का अनुपात 22.71 फीसदी था, जबकि 30 जून 2020 को 26.81 फीसदी और 31 मार्च 2021 को यह 22.37 फीसदी था।
- नेट एनपीए अनुपात 30 जून 2021 को सुधर कर 1.67 फीसदी हो गया, जबकि 30 जून 2020 को यह 3.55 फीसदी था और 31 मार्च 2021 को यह 1.97 फीसदी था।
- प्रावधान कवरेज अनुपात (तकनीकी राइट-ऑफ सहित) 30 जून 2021 को सुधर कर 97.42 फीसदी हो गया, 30 जून 2020 को यह 94.71 फीसदी था और 31 मार्च 2021 को यह 96.90 फीसदी था।
- टैक्नीकली राइटआॅफ किए गए अकाउंट्स से रिकवरी सुधरकर क्यू1-2022 में यह राशि 331 करोड़ रुपए पर पहुंची, जबकि क्यू1-2021 में यह राशि 117 करोड़ रुपए और क्यू 4-2021 में 269 करोड़ रुपए थी।
केपिटल पोजीशन
- टियर 1 पूंजी 30 जून 2021 को सुधरकर 13.64 फीसदी थी, जबकि 30 जून 2020 को यह 10.59 फीसदी और 31 मार्च 2021 को 13.06 प्रतिशत थी।
- 30 जून, 2021 को सीआरएआर सुधरकर 16.23 प्रतिशत, जबकि 30 जून 2020 को यह 13.37 और 31 मार्च 2021 को 15.59 फीसदी थी।
- 30 जून 20210 को रिस्क वेटेड एसेट्स (आरडब्ल्यूए) 4 फीसदी घटकर 1,54,285 करोड़ की हो गई, जबकि 30 जून, 2020 को यह 1,60,994 करोड़ की थी। क्रेडिट रिस्क वेटेड एसेट्स 5 प्रतिशत घटकर 1,22,867 करोड़ रुपए पर, जबकि 30 जून 2020 को यह 1,29,953 करोड़ रुपए थी।
कोविड- 19 का प्रभाव
आरबीआई के कोविड- 19 से संबंधित दिशा-निर्देशों के अनुसार, 30 जून, 2021 को बैंक के पास 863 करोड़ रुपए के कोविड-19 संबंधित प्रावधान थे (कोविड-19 मानदंडों के तहत पुनर्गठन के लिए रखे गए प्रावधानों के अलावा)। बैंक द्वारा किया गया प्रावधान आरबीआई के दिशानिर्देशों के अनुसार न्यूनतम आवश्यकता से अधिक है।
वित्त वर्ष 2021 के लिए आईडीबीआई -एलआईसी सिनर्जी
बैंक एलआईसी के साथ व्यापारिक सहक्रियाओं को साकार करने की दिशा में आगे बढ़ रहा है। क्यू1-2022 के लिए, बैंक ने एलआईसी के लिए 32 करोड़ रुपए का प्रीमियम संग्रह किया है और 5 करोड़ रुपए की शुल्क आय अर्जित की है। उपरोक्त के अलावा, बैंक एलआईसी और उसके कर्मचारियों और परिसंपत्ति उत्पादों के लिए नकद प्रबंधन सेवाएं, बचत और चालू खाते प्रदान कर रहा है।
बैंक ने रुपे प्लेटफॉर्म पर एलआईसी कार्ड्स सर्विसेज लिमिटेड (एलआईसी सीएसएल) के सहयोग से एक संपर्क रहित प्रीपेड गिफ्ट कार्ड – ‘शगुन’ लॉन्च किया। शगुन कार्ड, प्रारंभिक चरण में, आधिकारिक उपयोग के लिए एलआईसी और उसकी सहायक कंपनियों/सहयोगियों के लिए उपलब्ध होगा। कार्ड का उपयोग आधिकारिक सम्मेलनों/कार्यों के दौरान पुरस्कारों और विशेष पुरस्कारों की सुविधा के लिए किया जाएगा। इस कार्ड का उद्देश्य गिफ्ट कार्ड बाजार का विस्तार करते हुए उपहार देने के कैशलेस तरीकों को बढ़ावा देने और विकल्पों की एक विस्तृत श्रृंखला पेश करने और भविष्य में ई-गिफ्ट कार्ड के बाजार में प्रवेश करने के इरादे से है।
30 जून, 2021 को समाप्त तिमाही के दौरान महत्वपूर्ण विकास
बैंक ने अपने एमएसएमई और कृषि उत्पादों के लिए पूरी तरह से डिजिटल एंड टू एंड लोन प्रोसेसिंग सिस्टम (एलपीएस) लॉन्च किया। यह नई ऋण प्रोसेसिंग प्रणाली डेटा फिनटेक, ब्यूरो सत्यापन, डाॅक्यूमेंट स्टोरेज/रिट्रीवल, खाता खोलने/प्रबंधन, ग्राहक अधिसूचनाओं और पोर्टफोलियो प्रबंधन क्षमताओं के साथ-साथ पाॅलिसी/नॉक ऑफ पैरामीटर्स के साथ समेकित रूप से एकीकृत है। पूरी तरह से डिजिटल और स्वचालित ऋण प्रोसेसिंग प्रणाली की इन विशेषताओं का उद्देश्य बैंक के एमएसएमई और कृषि ग्राहकों को एक बेहतर तकनीक-सक्षम बैंकिंग अनुभव प्रदान करना है।
बैंक ने अपने ‘गो मोबाइल़+’ मोबाइल बैंकिंग एप्लिकेशन पर लेनदेन के लिए सॉफ्ट टोकन लॉन्च किया, जो इन-ऐप आधारित आॅथेंटिकेशन मेथड है। इस सुविधा का उपयोग करके ग्राहक अब एसएमएस आधारित ओटीपी पर निर्भर हुए बिना लेनदेन को प्रमाणित कर सकते हैं।
ग्रेटर नोएडा, जेवर, मथुरा और आगरा को जोड़ने वाले 165 किलोमीटर लंबे यमुना एक्सप्रेसवे पर आईडीबीआई बैंक एनईटीसी फास्टैग आधारित टोल संग्रह सुविधा (अधिग्रहणकर्ता) को लाइव किया गया।
रबी-विपणन सत्र के दौरान ई-खरीद पोर्टल के माध्यम से गेहूं की खरीद के लिए बैंक ने हरियाणा सरकार के ई-खरीद क्राॅप प्रोक्योरमेंट प्रोेजेक्ट के साथ करार किया है और इस तरह सीएमएस एनएसीएच के माध्यम से डीबीटी की सुविधा उपलब्ध कराई है।